प्रशासनिक रिपोर्टर | रायपुर
बिना किसी मदद के आईआईएम में सुपर बाजार खोलने वाली महिलाओं का कारोबार अब और बढ़ गया है। 25 महिलाओं के ग्रुप ने अब नया रायपुर में ट्रिपलआईटी और रावतपुरा सरकार समेत आधा दर्जन बड़े शैक्षणिक संस्थानों में नए सुपर बाजार खोल लिए हैं। जल्द ही यह सुपर बाजार एम्स में भी खुलेगा। ऐसा पहली बार हो रहा है जब शहर के आउटर की महिलाओं का ग्रुप बड़े शैक्षणिक संस्थानों में अपना कारोबार कर रही है। इस कारोबार को वहां के छात्र हाथों-हाथ ले रहे हैं। यही वजह है कि महिलाओं का टर्न ओवर भी केवल इन बाजारों से ही महीना पांच लाख रुपए पार हो गया है।
इसके साथ ही इन महिलाओं के ग्रुप ने होटलों, रेस्टोरेंट और बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों तक ग्रुप में काम आने वाले रोज की चीजों की भी सप्लाई शुरू कर दी है। इसमें दूध, पनीर, तौलिए, नैपकिन, पंपलेट समेत कई तरह की चीजें शामिल हैं। महिलाओं के ग्रुप को अभी तक केवल राजधानी में ही दो दर्जन से ज्यादा संस्थानों के ऑर्डर मिल चुके हैं। बिहान समूह के अनुसार उन्हें हर महीने पांच से दस लाख रुपए के ऑर्डर मिल रहे हैं, जिनकी सप्लाई भी लगातार हो रही है। ऑर्डर लेने से सप्लाई तक का सारा काम महिलाएं खुद कर रही हैं। यही वजह है कि 25 महिलाओं का एक ग्रुप बनने के बाद अब ऐसे समूहों की संख्या भी बढ़ रही है। ज्यादा काम मिलने पर महिलाओं के ग्रुप भी नए बनाए जा रहे हैं। इनमें ज्यादातर वही महिलाएं शामिल हैं जो अब तक घर पर रहकर घर का ही काम करती थी। अब यही महिलाएं मार्केटिंग के नए फंडों से नया कारोबार कर रही हैं।
राजधानी से ऐसे सामान का आर्डर
महिलाओं का समूह राजधानी की दुकानों से मिठाई, नमकीन, कई तरह के व्यंजन, टेंट, लाइटिंग, किराना सामान, मेहंदी, साड़ी और दूसरी चीजों की गिफ्ट पैकिंग, लांड्री सर्विस, फूल, गिफ्ट हैंपर समेत कई तरह के सामान की सप्लाई कर रही है। ग्रुप के कई मेंबर हर रोज शहर आते हैं और इस तरह के ऑर्डर लेते हैं। यही ऑर्डर घरेलू फैक्ट्रियों तक पहुंचता है जिसे बाद में ऑटो से सप्लाई किया जाता है। यह सब बेहद सिस्टम से किया जाता है ताकि कोई भी सामान खराब न हो और डिलिवरी में देर भी न हो।
टर्नओवर 4 करोड़ के पार : जिला पंचायत के सीईओ सोनी का दावा है कि महिलाओं के इस तरह के कारोबार से उनका टर्नओवर 4 करोड़ के पार हुआ है। राज्य में कहीं भी ऐसा पहली बार हुआ है जब महिलाओं के इस ग्रुप ने इतना बड़ा कारोबार किया है। इस कामयाबी के लिए बिहान समूह की महिलाओं का कई मंचों पर सम्मान भी हो चुका है। अभी शहर के कई कॉलेजों की लड़कियों ने इस समूह से सीख लेते हुए खुद का कारोबार शुरू करने की योजना तैयार की है। इस मामले में हाल ही में हुए कार्यशाला में महिलाओं ने कॉलेज की छात्राओं को बताया कि कैसे वे घर का काम करते हुए इस कारोबार को भी मैनेज कर रही हैं।
पेवर ब्लॉक की नई फैक्ट्री, 64 लाख का ऑर्डर मिला
जिला पंचायत के सीईओ दीपक सोनी ने बताया कि महिलाओं के समूह ने तिल्दा के रायखेड़ा में पेवर ब्लॉक बनाने की फैक्ट्री खोली है। इस समूह को छह महीने से भी कम समय में 64 लाख का ऑर्डर मिल चुका है। इसमें से 17 लाख के पेवर ब्लॉक की सप्लाई भी कर दी गई है। पेवर ब्लॉक बनाने के लिए यह हर काम महिलाओं ने आपस में बांट रखे हैं। मशीन चलाने से लेकर उसे बनाने औैर उसकी सप्लाई का जिम्मा महिलाओं के पास है। इसी तरह शहर से लगे कई गांवों में भी नैपकिन पैड, खिलौने, हर्बल सामान समेत कई तरह की चीजें बनाने के लिए फैक्ट्री खोली गई हैं। इन सभी फैक्ट्रियों का संचालन महिलाओं का ग्रुप ही कर रहा है।