समाज कल्याण विभाग द्वारा शहर के कचहरी चौक के पास संचालित वृद्धाश्रम में फंड की कमी से संचालन प्रभावित हो रहा है। जिससे यहां जरूरी सुविधाएं भी नहीं जुट पा रही। जिसे देख लोग मदद के लिए सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक समस्या की खबर मिलने के बाद शहर के ऑटो व्यापारी करतार सिंग मिसन उर्फ़ पिंटू ने पांच घंटे के भीतर अपने दोस्त तुलेश्वर को भेजकर चार जगह रैंप बनवा दिया। अब बुजुर्गों को चलने फिरने में परेशानी नहीं होगी। उनके घुटनों में दर्द नहीं होगा।
इस काम से बुजुर्गों ने व्यापारी को दुआएं और गिफ्ट में तोहफे दिए। धनोरा निवासी तुलेश्वर सिन्हा ने बताया कुछ दिन पहले ही वृद्धाश्रम के अधीक्षक लालेंद्र उइके का फोन आया। वृद्धाश्रम में एक ऐसे बुजुर्ग द्वारिका प्रशाद शर्मा (65) निवासी गुण्डरदेही आए हैं, जो व्हीलचेयर के सहारे ही चल पाते हैं। अधीक्षक ने कहा हमारे पास फंड की भी अभी कोई व्यवस्था नहीं है उन्होंने कहा कि यदि संभव हो तो जल्द ही जन सहयोग से रैंप निर्माण करवा दीजिए। उनकी बात को ध्यान में रखकर उन्होंने करतार सिंग से संपर्क किया और वे एक ही बार में राजी हो गए। रेत, गिट्टी, सीमेंट, वाहन का इंतजाम कर मिस्त्री, मजदूर सहित भेजा। पांच घंटे के भीतर ही रैंप बना दिया।
वृद्धाश्रम में हैं 16 बुजुर्ग: वर्तमान में यहां 16 बुजुर्ग हैं। जिसमें बालकरण सेन (72) दल्लीराजहरा, सुखबती निषाद (65) पांडेपारा बालोद, भिखू राम ठाकुर (70) तमोरा, हिरौंदा साहू (70) कोंगनी, श्रवण कुमार (63) भेड़िया नवागांव, तेजसिंह नेताम (70) धमतरी, सुनीता बाई नेताम (75) दल्लीराजहरा, कौशिल्या बाई (65) बालोद, राधा बाई चोपड़े (63) पैरी, फूलबाई गोस्वामी (70) पुरुर, बुलाकी बाई (72) दल्लीराजहरा, रमेश पूरी गोस्वामी (70) बालोद, कला गोस्वामी (65) बालोद, बसंती चौहान (75) दल्ली, द्वारिका प्रशाद शर्मा (65) गुण्डरदेही, गौतरहीन यादव (70) बालोद शामिल हैं।
बालोद. रैंप बनाने के बाद गिफ्ट में पौधे देते बुजुर्ग।
यही मनाते हैं जन्मदिन, लोगों ने दान किया व्हीलचेयर
अधीक्षक लालेन्द्र उइके ने बताया शासन से एक निश्चित समय में फंड आता है। वृद्धाश्रम की अतिरिक्त जरूरतों को पूरा करने के लिए दान दाताओं की मदद ली जाती है। कई युवा यही आकर अपना जन्मदिन मनाते हैं और बुजुर्गों को तोहफे में उन्हें जरूरत की चीजें दे जाते हैं। तुलेश्वर ने भी कुछ महीने पहले जन्मदिन के दौरान बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर व एक बुजुर्ग के लिए श्रवण यंत्र दान किया था। जो भी दान करते रहते हैं, उनकी लिस्ट बनी है।