मां सत्यम मानस मंडली व ग्रामीणों के सहयोग से खुरसुल में दो दिवसीय स्वर मानसगान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें अंचल की प्रसिद्ध मंडलियाें ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों को वर्णन किया।
प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में प्रथम पंचमुखी मानस मंडली आमदी धमतरी, द्वितीय जय सरस्वती मंडली सुकुलदैहान, तृतीय उत्कल भारती मंडली नया पिथौरा, चतुर्थ गौरी शंकर मंडली अरमरीकला, पंचम निखिलम मानस परिवार पीपरछेड़ी, षष्टम जय मां खल्लारी परिवार चिरपोटी और सप्तम पुरस्कार राजश्री झाव परिवार लटियारा को मिला। वहीं महिला वर्ग में प्रथम मां भगवती मंडली बडे़ टेमरी, द्वितीय नव जागृति मंडली भानपुरी, तृतीय जागृति मंडली डिडगा, चतुर्थ जागृति बालिका मंडली बोरई , पंचम जय अंबे मंडली लफंदी, षष्टम जय नर्मदा मैया मंडली देवरी बंगला और सप्तम पुरस्कार जनक नंदनी मंडली माकर दोना को दिया गया।
समापन में मुख्य अतिथि पूर्व केबिनेट मंत्री रमशीला साहू ने कहा कि यदि सच्चे अर्थों में जीवन को जीना है तो रामचरितमानस का निरंतर पाठ करना चाहिए।
विजेता मंडली को पुरस्कार देते अतिथि।
जसगायन में कन्हेरा और झांकी में लाटा की मंडली को प्रथम पुरस्कार
कम्युनिटी रिपोर्टर | उतई
नगर के दशहरा मैदान में मां बंजारी जस सेवा झांकी मंडली व ग्रामीणों के सहयोग से छग स्तरीय जस गायन झांकी व फाग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पं. अरविंद शर्मा ने कराई। मुख्य अतिथि नपं अध्यक्ष गौरी चंद्राकर थीं। अध्यक्षता सहकारी समिति अध्यक्ष रूपनारायण शर्मा ने की। विशेष अतिथि कुलदीप सैनी, एके चन्द्राकर, समाजसेवी ललित वर्मा, लता सोनवानी थी। अतिथियों ने कहा कि ऐसे आयोजन से हमें अपने आराध्य देवी देवताओं को ध्यान करने का मौका मिलता है। हमें अपने पर्यावरण को ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान पार्षद लक्ष्मी नारायण साहू, कुमार साहू, प्रहलाद वर्मा, सतीश पारख, बहादुर नेताम, संतोष बंभोले सहित ग्रामीण उपस्थित थे। प्रतियोगिता के गायन पक्ष में प्रथम ग्राम कन्हेरा रायपुर, द्वितीय हनोदा, तृतीय पुरस्कार हैदलकोड़ो की मंडली को मिला। झांकी में प्रथम पुराना लाटा, द्वितीय घुघसीडीह, तृतीय पोटियाकला दुर्ग की मंडली रही। फाग प्रतियोगिता में प्रथम भोथीपार, द्वितीय नयापारा राजिम, तृतीय पुरस्कार कातरो की मंडली को मिला।
कार्यक्रम में रामायण की आरती भी की गई।