- राजनांदगांव के कोतवाली थाना क्षेत्र के मकान में बीती रात हुई थी घटना
- एजेंट, उसकी पत्नी और बेटे की हालत फिल्हाल स्थिर, इलाज जारी
- डीजीपी ने प्रदेशभर के एसपी को दिए निर्देश- वापस लिए जाएं एजेंटों के खिलाफ केस
Dainik Bhaskar
Dec 03, 2019, 02:26 PM ISTराजनांदगाव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में चिटफंड कंपनी कंपनी के एजेंट ने जहर पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की। एजेंट के साथ उसकी पत्नी और बेटे ने भी जहर पी लिया था। सोमवार को देर रात हुई इस घटना की जानकारी मिलने पर सुबह इन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जानकारी के मुताबिक तीनों की ही हालत में फिल्हाल सुधार है। यह प्रकरण चिटफंड घोटाले से जुड़ा हुआ है।
40 लाख रुपयों का है मामला
राजनांदगांव में आदर्श क्रेडिट को ऑपरेटिव सोसायटी के एजेंट के तौर पर विनायक पुराणिक काम किया करता था। करीब 50 लोगों से 40 लाख रुपए विनायक ने कंपनी में जमा करवाए थे। इसके बदले में निवेशकों को हर महीने ब्याज मिलता था। हाल ही में उजागर हुई गड़बड़ियों के बाद से लोगों को ब्याज नहीं मिल रहा था। कंपनी का प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। ऐसे में निवेशकों ने अपने पैसे लौटाने विनायक पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था। इसी से तंग आकर विनायक ने अपनी पत्नी वृंदा और बेटे वेदांता के साथ जहर पी लिया। फिल्हाल परिवार के लोगों से पुलिस बयान लेने का प्रयास कर रही है।
डीजीपी बोले एजेंटों के खिलाफ मामले वापस ले पुलिस
डीजीपी डी. एम. अवस्थी ने मंगलवार को सभी एसपी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान जानकारी सामने आई कि राजनांदगांव में चिटफण्ड कंपनी के संचालक प्रेम देवांगन की संपत्ति कुर्क कर 7 करोड़ 61 लाख रुपए सरकारी खाते में जमा कराए गए हैं। यह पैसे अब निवेशकों को लौटाए जाएंगे। डीजीपी ने निर्देश दिए कि चिटफण्ड कंपनियों के एजेंटों पर चल रहे प्रकरणों को न्यायालय के माध्यम से वापस लिया जाए। सरकार के फैसले के तहत डीजीपी लोगों का पैसा लेकर गायब हुई कंपनियों के मालिकों की संपत्ति कुर्क कर लोगों का पैसा लौटाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इससे पहले बिलासपुर में भी एक कंपनी से 2 करोड़ की वसूली की जा चुकी है।
