राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शिक्षा वर्ग का समापन समारोह गुरुवार हुआ। ध्वजारोहण, ध्वज प्रणाम और प्रार्थना हुई। समारोह में प्रदक्षिणा संचलन के बाद शिक्षार्थियों ने शारीरिक प्रात्यक्षिक, समता, पदविन्यास, दंड संचालन, योगासन आदि प्रस्तुत किया। सामूहिक समता का उत्तम प्रदर्शन हुआ। सामूहिक गीत युग परिवर्तन की बेला में... गाया गया। मुख्य अतिथि प्रसिद्ध व्यवसायी व समाजसेवी सुधीर कुमार गुप्ता, मुख्य वक्ता माधव विद्वान्स मध्यक्षेत्र कार्यवाह, वर्ग के सर्वाधिकारी डॉ. विनोद तिवारी व बिलासपुर के विभाग संघचालक काशीनाथ गोरे थे। अतिथियों का स्वागत कार्यवाह नवल सिंह भदौरिया ने किया। प्रतिवेदन वर्ग कार्यवाह ने प्रस्तुत किया। आभार प्रदर्शन व्यवस्था प्रमुख गणपति रायल ने किया। मुख्य अतिथि गुप्ता ने कहा कि ईश्वर ने हमें यह जीवन उपहार स्वरूप दिया है। प्रशिक्षण के दौरान जो भी आपको बताया गया, वह अपने जीवन में ग्रहण करने से वह उपहार बन जाएगा। प्रशिक्षण का कार्य पत्थर को तराशने जैसा होता है। चांदी की अच्छी सफाई तब होती है, जब उसमें अपना प्रतिबिंब दिखाई देता है। शिक्षार्थी यहां से जो प्रशिक्षण लेकर जाएंगे वे समाजोपयोगी कार्य में जुटेंगे।
राष्ट्र निर्माण के कार्य में सभी वर्ग सहयोग करें: माधव
मुख्य वक्ता विद्वान्स ने कहा कि संघ के प्रशिक्षण वर्ग सम्पूर्ण देशभर में चलते हैं। इन प्रशिक्षणों से सादा जीवन उच्च विचार को स्वयंसेवक आत्मसात करते हैं। स्वयं के कार्य को स्वयं करने का अभ्यास करते हैं। ऐसे प्रशिक्षण वर्गों में समाज का साधारण स्वयंसेवक भी राष्ट्रसेवा के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर मातृभूमि की सेवा में जुट जाता है। उन्होंने देश की परिस्थितियों पर प्रकाश डालते हुए आह्वान किया कि धर्म के मार्ग पर चलकर राष्ट्र निर्माण के कार्य में समाज के प्रत्येक वर्ग सहयोग करना चाहिए।