अब कवर्धा शहर की सड़कों पर 40 किलोमीटर से ज्यादा की स्पीड से बाइक चलाई तो पुलिस तुरंत पकड़ लेगी। पुलिस मुख्यालय(पीएचक्यू) ने यातायात पुलिस को 6 लाख रुपए की अमेरिकी राडार मशीन सौंपी है। राडार की मदद से पुलिस को ये भी पता चल जाएगा कि वाहन किस रोड पर कितनी स्पीड से आ रहा है। पुलिस उसी समय घेरेबंदी कर बाइकर्स को पकड़ लेगी। राडार की स्क्रीन में गाड़ी का नंबर और वाहन मालिक का नाम भी डिस्प्ले होगा। वाहन चालक अगर बचकर निकल भी गए तो पुलिस घर तक पहुंच जाएगी। यातायात पुलिस के एएसआई इजराइल खान ने बताया कि वर्तमान में इस मशीन का ट्रायल लिया जा रहा है। चार आरक्षकों को इसका प्रशिक्षण भी दिया गया है। पुलिस को एक स्पीड राडार मशीन मिली है। मशीन में बेहद हाईटेक कैमरा और लेजर सिस्टम लगा हुआ है। इसी की मदद से राडार करीब एक किलोमीटर के दायरे में हाई स्पीड वाहनों का पता लगाता है। वीडियो रिकॉर्डिंग सुविधा के साथ फाेटो भी खींचने का विकल्प है।
कवर्धा. वर्तमान में इस मशीन का ट्रॉयल लिया जा रहा हैं।
मशीन से मौके पर ऑनलाइन चालान कॉपी जारी की जाएगी।
नाइट विजन कैमरा, हल्की रोशनी में भी बताएगा रफ्तार
स्पीड राडार मशीन में नाइट विजन कैमरा लगा हुआ है, जो रात में हल्की रोशनी में भी गाड़ी की रफ्तार बताती है। इसमें स्पीड निर्धारित कर दिया गया है। ये राडार 40 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा रफ्तार वाले वाहनों पर ही फोकस करेगा। इससे कम रफ्तार वाले कोई भी वाहन राडार के सेंसर में ही नहीं आएंगे। स्पीड राडार मशीन बाइक से लेकर भारी वाहनों की भी रफ्तार की जांच करेगी। एसपी डॉ.लाल उमेंद सिंह ने बताया कि इस मशीन को एक हफ्ते के भीतर काम पर लगा दिया जाएगा।