एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) के कार्डियोलॉजी विभाग में डॉक्टर समेत 202 पदों पर नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती की जाएगी। नए सेटअप को स्वीकृति के लिए डीएमई कार्यालय भेजा गया है। शासन ने कार्डियो थोरेसिक एंड वेस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस) विभाग में पहले ही 195 पद स्वीकृत कर दिए हैं। नए डॉक्टरों व स्टाफ की भर्ती होने से मरीजों के इलाज में सुविधा होगी।
कार्डियोलॉजी विभाग अंबेडकर अस्पताल से एसीआई में शिफ्ट हो गया है। हालांकि केवल ओपीडी ही एसीआई में चल रही है। मरीजों की भर्ती व कैथलैब यूनिट अंबेडकर में है। एसीआई को प्रदेश के पहले हार्ट सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए शासन ने पहले ही 12 करोड़ फंड स्वीकृत कर दिया था। यहां मरीजों की बायपास सर्जरी से लेकर एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी व हार्ट संबंधी बीमारियों का इलाज होगा। वर्तमान में सीटीवीएस विभाग में फेफड़े व खून की नसों (वेस्कुलर) की बड़ी सर्जरी हो रही है। हार्ट लंग मशीन आते ही बायपास व ओपन हार्ट सर्जरी होने लगेगी। सीजीएमएससी ने डेढ़ साल बाद हार्ट लंग मशीन के लिए वर्कआर्डर कर दिया है। इस माह के अंत तक मशीन अस्पताल पहुंचने की संभावना है। एसीआई में सीटीवीएस व कार्डियोलॉजी विभाग है। वर्तमान में कार्डियोलॉजी विभाग में केवल एक डाॅक्टर सेवाएं दे रहे हैं। इस कारण ओपीडी से लेकर इको जांच, एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टी एक डॉक्टर को करना पड़ रहा है। दूसरा कार्डियोलॉजी नहीं होने के कारण वर्कलोड बढ़ गया है। डाॅक्टर के कैथलैब में व्यस्त होने के कारण मरीजों को या तो इंतजार करना पड़ता है।
या विभाग में पदस्थ सीनियर रेसीडेंट डॉक्टर यानी जनरल फिजिशियन से इलाज करवाना पड़ रहा है।
चार माह पहले संविदा में एक डॉक्टर सेवाएं दे रहे थे। उन्हें ड्यूटी में नियमित नहीं आने के कारण हटाया दिया गया था।
एक प्रोफेसर, दो एसोसिएट व तीन असिस्टेंट चाहिए
कार्डियोलॉजी विभाग में एक प्रोफेसर, दो एसोसिएट व तीन असिस्टेंट प्रोफेसर की जरूरत है। प्रोफेसर का पद पहले ही स्वीकृत है। इस कारण नए सेटअप के लिए दो एसो. प्रोफेसर व तीन असिस्टेंट प्रोफेसरों की जरूरत बताई गई है। यही नहीं 40 नर्स समेत 150 पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत होगी। एसीआई के लिए डायरेक्टर, असिस्टेंट डायरेक्टर के अलावा प्रशासक, बायो मेडिकल इंजीनियर, डायटिशियन की भी जरूरत होगी। ये पद सीटीवीएस व कार्डियोलॉजी दोनों के लिए होगा।
सीटीवीएस में भर्ती
कार्डियोलॉजी में ये पद
दो कार्डियक सर्जन और डॉक्टरों की जरूरत
वर्तमान में सीटीवीएस विभाग में दो पूर्णकालिक असिस्टेंट सर्जन सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन हार्ट लंग व जरूरी मशीन नहीं होने के कारण बायपास व ओपन हार्ट सर्जरी नहीं हो पा रही है। नए पद की मंजूरी मिलने विभाग को विकसित करने में मदद मिलेगी। सीटीवीएस विभाग में पहले से 57 पद स्वीकृत है। अब नए पद 195 को मिलाकर कुल 252 पद हो गए हैं। इनमें कार्डियक सर्जन व कार्डियक एनीस्थिसिया के प्रोफेसर, एसोसिएट व असिस्टेंट प्रोफेसर के पद शामिल हैं।
, सीनियर व जूनियर रजिस्ट्रार, आईसीयू स्पेशलिस्ट पीडियाट्रिशियन व कार्डियोलॉजिस्ट समेत फिजिशियन असिस्टेंट के पद शामिल हैं।