कभी ब्रिटिश साम्राज्य में सूरज ही नहीं डूबता था:3.5 करोड़ वर्ग किमी पर कब्जा था, अब उसका 1% भी नहीं बचा

7 महीने पहलेलेखक: अभिषेक पाण्डेय / नीरज सिंह
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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ-II की मौत के बाद ब्रिटिश साम्राज्य फिर से सुर्खियों में है। 70 साल पहले जब एलिजाबेथ-II क्वीन बनीं थीं, तब ब्रिटेन दुनिया के सबसे बड़े साम्राज्यों में शुमार था, लेकिन एलिजाबेथ के सामने ही इसका पतन शुरू हुआ और तकरीबन खत्म भी हो गया।

इस एक्सप्लेनर में जानते हैं कि आखिर कैसे दुनिया के नक्शे से सिमटता गया ब्रिटिश साम्राज्य, महारानी एलिजाबेथ-II के सामने ही कैसे करोड़ों किलोमीटर से दायरा लाखों में ही रह गया...

20वीं सदी में ब्रिटिश साम्राज्य में कभी सूरज ही नहीं डूबता था

ब्रिटिश साम्राज्य दुनिया के इतिहास में सबसे बड़ा साम्राज्य रहा है। 16वीं सदी के बाद ब्रिटेन ने अपने देश के बाहर दुनिया में अपने पैर पसारने शुरू किए। 16वीं से 18वीं सदी के दौरान ब्रिटेन ने यूरोपीय ताकतों जैसे-फ्रांस, स्पेन और पुर्तगाल को पछाड़ते हुए दुनिया के सबसे ताकतवर साम्राज्य की नींव रखी।

19वीं सदी के दौरान एक समय ऐसा भी आया, जब ब्रिटिश साम्राज्य का दुनिया के करीब एक चौथाई हिस्से पर कब्जा था। उस समय ये कहावत थी कि ब्रिटिश साम्राज्य में सूरज कभी नहीं डूबता।

तीन मैप के जरिए देखिए कि 100 सालों में कैसे ब्रिटिश साम्राज्य का पतन हुआ ...

मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।
मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।
मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।
मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।
मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।
मैप में रेड कलर वाले देशों को ब्रिटिश साम्राज्य के रूप में दिखाया गया है।

एक समय दुनिया के 26% इलाके और 25% आबादी पर था ब्रिटिश शासन

19वीं और 20 सदी में ब्रिटिश साम्राज्य दुनिया का सबसे बड़ा साम्राज्य बन गया। इस दौरान ब्रिटेन ने दुनिया के करीब 80 देशों और आइलैंड पर शासन किया। 1913-1922 के दौरान ब्रिटिश साम्राज्य का कब्जा दुनिया की करीब 25% या 45 करोड़ आबादी पर था।

ब्रिटिश साम्राज्य की विशालता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उस वक्त 3.5 करोड़ वर्ग किलोमीटर यानी दुनिया के करीब 26% इलाके इसके अधीन थे।

1952 में एलिजाबेथ के महारानी बनने पर करीब 55 देशों पर था ब्रिटिश राज

महारानी एलिजाबेथ-II 1952 में 26 साल की उम्र में ब्रिटेन की महारानी बनीं थीं। उस समय तक ब्रिटेन साम्राज्य का सूरज ढलने की शुरुआत हो चुकी थी, लेकिन तब भी करीब 55 देशों और आइलैंड पर ब्रिटेन का कब्जा था। इसके बाद ब्रिटिश साम्राज्य का तेजी से पतन हुआ।

ऐसा माना जाता है कि 1997 में हॉन्ग कॉन्ग को चीन को सौंपने के साथ ही ब्रिटिश साम्राज्य का अंत हो गया।

फिलहाल ब्रिटिश साम्राज्य दुनिया के 14 आइलैंड तक ही सिमटकर रह गया है। इनमें से ज्यादातर आइलैंड वीरान हैं और इनकी कुल आबादी महज 2.72 लाख वर्ग किलोमीटर है।

इनमें से कुछ आइलैंड तो 50 वर्ग किलोमीटर के ही हैं और कुछ की आबादी तो 100 से भी कम है। इनमें फॉकलैंड आइलैंड सबसे बड़ा है, जिसका क्षेत्रफल करीब 12 हजार वर्ग किलोमीटर है। एक देश के रूप में ब्रिटेन का खुद का एरिया अब 2.42 लाख वर्ग किलोमीटर है।

कॉमनवेल्थ 56 देशों में से भारत समेत 52 देशों पर रहा है ब्रिटिश शासन

1931 में बना कॉमनवेल्थ या राष्ट्रमंडल उन देशों का समूह है, जिन पर कभी न कभी ब्रिटेन का शासन था। भारत समेत कुल 56 देश कॉमनवेल्थ के सदस्य हैं। इनमें से 52 देशों पर ब्रिटेन का शासन रहा है।

हालांकि, कुछ ऐसे देश भी कॉमनवेल्थ के सदस्य हैं जिन पर ब्रिटेन का शासन कभी नहीं रहा है। कॉमनवेल्थ का हेडक्वॉर्टर लंदन में है। हर 4 साल में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में यही कॉमनवेल्थ देश हिस्सा लेते हैं।

  • अफ्रीका, एशिया, अमेरिका, यूरोप और पैसिफिक के 56 देश कॉमनवेल्थ के सदस्य हैं।
  • दुनिया के 42 सबसे छोटे देशों में से 32 कॉमनवेल्थ के सदस्य हैं, इनमें से प्रत्येक की आबादी 15 लाख या उससे कम है।
  • 2.5 अरब लोग कॉमनवेल्थ देशों में रहते हैं, इनमें 60% से अधिक 29 या उससे कम उम्र के हैं।
  • 14 ऐसे कॉमनवेल्थ देश हैं, जो आजाद हैं, लेकिन उनके हेड ऑफ स्टेट ब्रिटेन की रानी या राजा हैं।
  • भारत समेत 36 देश गणतंत्र हैं यानी संप्रभु हैं, वहीं कॉमनवेल्थ 5 देशों में ब्रिटेन के राजा या रानी के बजाय उनके अपने राजा हैं।

अब मैप में देखिए किस महाद्वीप के कितने देश कॉमनवेल्थ में शामिल हैं...

आपने पूरी खबर पढ़ ली, चलिए एक पोल में हिस्सा लेते हैं: