चीन में BF.7 वैरिएंट की हरकत देख सहमी दुनिया:वैक्सीन से बनी एंटीबॉडी को भी चकमा दे रहा; 6 सवालों में सबकुछ जानिए

5 महीने पहलेलेखक: आदित्य द्विवेदी
  • कॉपी लिंक

चीन में एक बार फिर अस्पताल भरने लगे हैं। दवाएं खत्म हो रही हैं। सामूहिक अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। वजह है आग की तरह फैल रहा कोरोना वायरस। इतनी तेजी से फैल रहे संक्रमण के लिए जिम्मेदार है ओमिक्रॉन का वैरिएंट BF.7। WHO के अधिकारियों का कहना है कि ये अब तक का सबसे तेज फैलने वाला वैरिएंट है।

भास्कर एक्सप्लेनर में हम चीन में कोहराम मचा रहे कोरोना के BF.7 सब-वैरिएंट से जुड़े 6 जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे...

सवाल-1: चीन में कोहराम मचाने वाला ओमिक्रॉन का वैरिएंट BF.7 क्या है?

जवाबः कोरोना वायरस का एक वैरिएंट है ओमिक्रॉन। इसके कई सब वैरिएंट हैं, जैसे- BA.1, BA.2, BA.5 वगैरह। ओमिक्रॉन का ऐसा ही एक लेटेस्ट सब वैरिएंट है BA.5.2.1.7 जिसे शॉर्ट में BF.7 कह रहे हैं।

BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।

चीन में अचानक कोरोना संक्रमण फैलने के लिए BF.7 वैरिएंट सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये वैरिएंट इम्यून सिस्टम से बच निकलता है, संक्रमित होते ही व्यक्ति स्प्रेडर बन जाता है और तेजी से लोगों को संक्रमित करता है।

सवाल-2: कोरोना के अन्य वैरिएंट के मुकाबले BF.7 का R0 कितना है, यानी इससे संक्रमित एक शख्स कितने लोगों को संक्रमित कर सकता है?

जवाबः BF.7 की R0 वैल्यू 10 से 18.6 है। यानी इस वैरिएंट से संक्रमित एक व्यक्ति औसतन 10 से 18 लोगों को संक्रमित कर सकता है। WHO के अधिकारियों का मानना है कि ये अब तक के सभी वैरिएंट में सबसे ज्यादा है। इससे पहले डेल्टा की R0 वैल्यू 6-7 और अल्फा की R0 वैल्यू 4-5 थी।

चीन में अगले कुछ महीनों में 80 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। लंदन की ग्लोबल हेल्थ इंटेलिजेंस कंपनी एयरफिनिटी ने कहा कि चीन में जीरो कोविड पॉलिसी खत्म होने के बाद 21 लाख मौतें हो सकती हैं। अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने चेतावनी देते हुए कहा कि 90 दिन में चीन की 60% आबादी यानी करीब 80 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित होंगे।

चीन में BF.7 की R0 वैल्यू ज्यादा होने के पीछे चीनियों की कमजोर इम्यूनिटी भी हो सकती है। जीरो कोविड पॉलिसी की वजह से चीन के लोगों में बाकी दुनिया की तरह हर्ड इम्यूनिटी नहीं है।

सवाल-3: कोरोना के अन्य वैरिएंट के मुकाबले BF.7 वैरिएंट से संक्रमित लोगों की डेथ रेट कितनी है?

जवाबः बीजिंग में कोरोना का BF.7 वैरिएंट बेकाबू हो गया है। अमेरिकी साइंटिस्ट एरिक फेगल-डिंग ने दावा किया है कि चीन में मौत के आंकड़ों को छुपाया जा रहा है। साथ ही चीन सिर्फ सांस से जुड़ी बीमारी और निमोनिया से होने वाली मौतों को ही कोरोना में जोड़ता है।

चीन ने 19 दिसंबर को कोरोना से 7 मौत होने की जानकारी दी है, लेकिन हकीकत ये है कि बीजिंग के श्मशानों में 24 घंटे अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। कई शहरों में अंतिम संस्कार के लिए वेटिंग 2000 तक पहुंच गई है। इसी वजह से असली डेथ रेट पता करना मुश्किल है।

इस बीच नेचर डॉट कॉम वेबसाइट ने दो अलग-अलग रिसर्च के हवाले से बताया है कि BF.7 वैरिएंट से चीन में कितने लोगों की मौत हो सकती है…

  • यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू साउथ वेल्स, सिडनी के प्रोफेसर जेम्स वुड ने दावा किया है कि चीन में अगले कुछ महीनों में कोरोना के नए वैरिएंट से 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है।
  • यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन ने अपनी रिसर्च के आधार पर दावा किया है कि 2023 के अंत तक चीन में 16 लाख लोगों की मौत हो सकती है। यही नहीं मार्च 2023 में हर रोज 9 हजार लोगों के मौत की आशंका जताई गई है।

इस हिसाब से देखें तो डेल्टा वैरिएंट से भारत में जितने लोगों की मौत हर रोज हो रही थी, उतनी ही मौत चीन में अब BF.7 से होने की आशंका जताई जा रही है।

10 जून 2021 को जब दूसरी लहर पीक पर थी, डेल्टा की लहर के दौरान देश में हर रोज औसतन 6 हजार लोगों की मौत हो रही थी। ऐसे में चीन में डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा मौत होने की आशंका है।

सवाल-4: BF.7 वैरिएंट कहां पैदा हुआ और अब तक दुनिया के किन देशों में पहुंच चुका है?

जवाबः BF.7 वैरिएंट का पहला केस चीन के इनर मंगोलिया प्रांत में मिला था। अब तक ये वायरस भारत, अमेरिका, यूके, बेल्जियम, जर्मनी, फ्रांस, डेनमार्क समेत कई यूरोपीय देशों में फैल चुका है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया कि कोरोना का खतरनाक चीनी वैरिएंट BF-7 सितंबर महीने में ही भारत आ गया था। वडोदरा में एक NRI महिला में इसके लक्षण मिले थे। वह अमेरिका से वडोदरा आई थी। उसके संपर्क में आए 2 अन्य लोगों की भी जांच हुई थी, हालांकि इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। बाद में महिला ठीक हो गई थी। इसके अलावा दो अन्य केस अहमदाबाद और ओडिशा में भी मिले थे।

अमेरिका में 10 दिसंबर तक कोरोना के नए मामलों में BF.7 वैरिएंट के 5.7% केस थे। इसी तरह कुल कोरोना के मामलों में बेल्जियम में 25% जबकि फ्रांस और जर्मनी में 10% केस इस वैरिएंट के थे।

जॉन हॉपकिन्स डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. स्टुअर्ट रे ने कहा कि ये वैरिएंट स्पाइक प्रोटीन में बदलाव की वजह से पैदा हुआ है, इसलिए आसानी से वायरस कोशिकाओं में प्रवेश कर जाता है। यही वजह है कि तेजी से संक्रमण फैल रहा है।

सवाल-5 : BF.7 वैरिएंट से संक्रमित शख्स में क्या लक्षण दिखाई देते हैं?

जवाबः कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट BF.7 के लक्षण भी ओमिक्रॉन के पहले मिले वैरिएंट्स के लक्षण के जैसे ही हैं। यह वैरिएंट इंसान के श्वसन तंत्र के ऊपरी हिस्से को प्रभावित करता है। इसकी वजह से कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह काफी घातक होता है। यानी उनकी मौत भी हो सकती है।

सवाल-6: BF.7 वैरिएंट पर कोविड वैक्सीन का कितना असर होता है?

जवाबः इन्फेक्शन डिजीज स्पेशलिस्ट और एशियन हॉस्पिटल फरीदाबाद की प्रमुख डॉक्टर चारू दत्त अरोड़ा ने अक्टूबर में बताया था कि BF.7 वैरिएंट कोरोना के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है, जिसका नाम है R346T। इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

यही वजह है कि यह वैक्सीन को भी चकमा देने में माहिर है। BF.7 और अन्य नए वैरिएंट का आना चिंताजनक है, लेकिन टीकाकरण अभी भी सबसे अच्छा हथियार है।

ब्रिटेन ने हाल में मॉडर्ना की वैक्सीन बायवैलेंट बूस्टर्स को मंजूरी दी है। यह वैक्सीन कोरोना के ओरिजिनल वायरस के साथ ही ओमिक्रॉन के सभी वैरिएंट को खत्म करने में कारगर पाई गई है।

इनपुट्सः नीरज सिंह, अनुराग आनंद

ग्राफिक्सः अंकुर बंसल, अवनीश सिंह

कोरोना से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

1. चीन में कोरोना की 3 लहरें आएंगीं: अगले साल 10 लाख मौतों की आशंका; लोग फिर भी वैक्सीन से हिचकिचा रहे

चीन में सख्त प्रतिबंध खत्म होने के बाद एक बार फिर कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है। रविवार को यहां दो हजार मरीजों की पुष्टि हुई, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा। चूंकि सर्दियों में संक्रमण ज्यादा फैलेगा, इसलिए अगले साल 10 लाख मौतें होने की आशंका भी है। पूरी खबर पढ़ें...

2. चीन में कोरोना से दस लाख मौत होने का अनुमान: अमेरिकी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट में किया गया दावा, अप्रैल में आएगा पीक

चीन में कोरोना से होने वाली मौतों के बारे में जारी हुई एक रिपोर्ट ने चीन की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अमेरिका के ‘इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवेलुएशन’ (आईएचएमई) ने अनुमान लगाया है कि 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होगी। ये अनुमान चीन में कोविड प्रतिबंधों के खात्मे के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए लगाए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें...

3. हिमाचल के CM सुक्खू कोरोना पॉजिटिव

हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। CM के पॉजिटिव आने के बाद विधानसभा का शीतकालीन सत्र स्थगित कर दिया गया है। सुखविंदर सुक्खू ने अपने आपको दिल्ली के हिमाचल भवन में क्वारैंटाइन कर लिया है।

वह अगले तीन चार दिन दिल्ली में ही रुकेंगे। उन्हें हल्के लक्षण बताए जा रहे हैं। बीच-बीच में हल्की खांसी हो रही है। CM के पॉजिटिव आने के बाद 21 दिसंबर को धर्मशाला में उनका अभिनंदन कार्यक्रम भी कैंसिल हो गया है। यह जानकारी मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने दी। पूरी खबर पढ़ें...

4. गया से पूरे बिहार में हो सकता है कोरोना विस्फोट!:दिसंबर लास्ट में जापान समेत 12 देशों से जुटेंगे लोग; नीतीश बोले-हम पहले से अलर्ट

दुनिया के कई देशों में कोरोना ने एक बार फिर से अपनी दहशत फैला दी है। कई देशों में हालात बदतर हो चुके हैं। इसे लेकर देश में भी अलर्ट जारी किया गया है। इधर, गया में दिसंबर लास्ट में होने वाले कार्यक्रम में जापान समेत 12 से ज्यादा देशों के लोग शामिल होंगे। अनुमान है कि यहां पर 60 हजार से ज्यादा लोग आएंगे। इसे लेकर स्थानीय प्रशासन ने गाइडलाइन भी जारी कर दी है। पढ़ें पूरी खबर...