हरियाणा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में शामिल होने पर लगा बैन हटा लिया है। हरियाणा सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने एक सर्कुलर जारी कर इसकी जानकारी दी है।
सर्कुलर में बैन से जुड़े पिछले आदेशों को वापस ले लिया गया है, जिसके तहत सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में भाग लेने पर रोक लगी थी। यानी अब हरियाणा सरकार के कर्मचारी RSS की गतिविधियों में खुलकर भाग ले सकेंगे।
आइए समझते हैं, हरियाणा सरकार का ये आदेश क्या है? RSS की शाखाओं में जाने पर बैन कब लगाया गया था? बैन लगाने के पीछे की वजह क्या थी? और अभी किन-किन राज्यों में सरकारी कर्मचारियों पर इस तरह की पाबंदी है?
सबसे पहले हरियाणा सरकार का फैसला समझ लीजिए
हरियाणा के सरकारी कर्मचारी अब RSS की गतिविधियों में हिस्सा ले सकेंगे। सरकार ने 1967 और 1980 में लगाए गए प्रतिबंध वाले आदेशों को वापस ले लिया है। हालांकि राजनीति में कर्मचारियों के हिस्सा लेने, प्रचार करने व वोट मांगने पर अब भी रोक जारी रहेगी। 1967 और 1980 में प्रतिबंध लगाने वाली सरकारों ने RSS को राजनीतिक संगठन माना था। जबकि RSS खुद को सांस्कृतिक संगठन कहता है।
केंद्र ने सरकारी कर्मचारियों पर इस तरह का बैन कब लगाया गया था?
बैन लगाने की वजह भी जान लीजिए
केंद्र सरकार ने आदेश में सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 का हवाला देते हुए बैन लगाया था। कहा गया था कि सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी इन नियमों का उल्लंघन करती है। जानते हैं सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 क्या है...
सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 के रूल 6 के मुताबिक,
कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी ऐसे संगठन में शामिल नहीं होगा या उसका सदस्य नहीं होगा, जिसका उद्देश्य या गतिविधियां भारत की संप्रभुता और अखंडता, या सार्वजनिक व्यवस्था या नैतिकता के खिलाफ हो।
केंद्र की जनता पार्टी सरकार ने हटाया था बैन
देश में इमरजेंसी हटने के बाद आम चुनाव हुए। फिर जनता पार्टी की सरकार बनी। केंद्र की नई सरकार ने सरकारी कर्मचारियों पर लगी इस पाबंदी को हटा दिया था, लेकिन 1980 में कांग्रेस सरकार ने फिर से पाबंदी लागू कर दी थी।
हरियाणा सरकार ने किस आधार पर बैन हटाया है?
हरियाणा सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने पत्र में कहा है कि 1967, 1970 और 1980 में पहले जारी किए गए आदेशों को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है क्योंकि वे अब प्रासंगिक नहीं हैं।
किन-किन राज्यों में कर्मचारियों पर इस तरह का बैन अभी लागू है?
कौन से राज्य इस बैन को हटा चुके हैं?
कांग्रेस ने इस फैसले पर क्या कहा है?
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि अब हरियाणा के कर्मचारीयों को “संघ” की शाखाओं में भाग लेने की छूट। सरकार चला रहे हैं या भाजपा-RSS की पाठशाला!
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