72 साल पहले आज ही के दिन, यानी 17 सितंबर 1950 को नरेंद्र मोदी का जन्म हुआ। गांधीनगर से 73 किलोमीटर दूर वडनगर में वो पैदा हुए थे। 7 अक्टूबर 2001 को 51 साल की उम्र में बिना विधायक बने ही मोदी गुजरात के 14वें मुख्यमंत्री बने।
4 महीने बाद फरवरी 2002 में राजकोट-2 विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में पहली बार विधायक चुने गए। 22 सालों में 14 साल वे गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और अब 8 साल से प्रधानमंत्री हैं।
आज PM नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर उनके अब तक के सफर को नंबर में जानतें हैं…
चलते-चलते भास्कर एक्सप्लेनर की ये 2 स्टोरी भी पढ़ लीजिए...
1. शेर से 3.5 गुना बड़ा चीते का दिल:छोटा सिर-बड़े नथुने, 3 सेकेंड में पकड़ता है 96 किमी/घंटे की रफ्तार; कैसे काम करता है शिकार मशीन
चीता दुनिया का सबसे तेज रफ्तार वाला जानवर, पलक झपकते शिकार इसके जबड़े में होता है और मिनटभर में उनका काम तमाम। इसी वजह से चीते को शिकार मशीन कहा जाता है।
अब 70 साल बाद देश में एक बार फिर से चीतों की वापसी हो रही है। नामीबिया से 8 चीते लाए जा रहे हैं। इनमें 5 मेल और 3 फीमेल हैं। 17 सितंबर को PM मोदी इन चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क को सौंपेंगे।
INS विक्रांत के नेवी को मिलने के बाद अब भारत के तीसरे एयरक्राफ्ट कैरियर INS विशाल की चर्चा शुरू हो गई है। 2 सितंबर को देश में बना युद्धपोत INS विक्रांत नेवी में शामिल हो गया है, लेकिन हिंद महासागर में चीन की नेवी के बढ़ते दखल से निपटने के लिए देश के लिए तीसरे एयरक्राफ्ट की भी जरूरत बहुत बढ़ गई है। भास्कर एक्सप्लेनर में हम बताएंगे कि आखिर चीते की बुलेट रफ्तार की वजह क्या है, उसकी बायोनॉमिक्स क्या है, क्यों वह बाघ और शेर को भी पछाड़ देता है...(पढ़िए पूरी स्टोरी)
2. SCO के जरिए भारत ने चीन को दो बार झुकाया:NATO का काउंटर है ये संगठन, आखिर चीन-पाक वाले SCO में क्यों है भारत?
PM मोदी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO की बैठक में शामिल होने के लिए उज्बेकिस्तान के समरकंद शहर पहुंच चुके हैं। SCO बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
PM मोदी SCO बैठक के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मुलाकात करेंगे। उनके चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
एशिया के चार ताकतवर देशों के प्रमुखों के एक मंच पर आने की वजह से SCO सुर्खियों में है।
भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे कि भारत, पाकिस्तान, चीन, रूस की चौकड़ी वाला SCO आखिर करता क्या है? इसे अमेरिका के दबदबे वाले NATO का जवाब क्यों माना जाता है? भारत के लिए इस बार की बैठक क्यों अहम है? (पूरी स्टोरी पढ़ने के लिए क्लिक करें)
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