क्रूज ड्रग्स केस के बाद जितनी चर्चा में आर्यन खान हैं, उतनी ही चर्चा में 2 और शख्सियत हैं। एक हैं - नवाब मलिक और दूसरे - समीर वानखेड़े। नवाब मलिक नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं। वहीं, समीर वानखेड़े नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल डायरेक्टर हैं।
फिलहाल दोनों आर्यन खान मामले की वजह से खबरों में हैं। नवाब मलिक ने कहा है कि समीर वानखेड़े पर बोलने की वजह से उन्हें फोन पर धमकी दी जा रही है। इसके बाद मलिक की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले भी मलिक NCB की कार्यशैली और वानखेडे़ पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं।
समझते हैं, ये पूरा मामला क्या है? मलिक ने वानखेड़े पर क्या-क्या आरोप लगाए हैं? मलिक रेड के वक्त जिन दो लोगों की मौजूदगी पर सवाल उठा रहे हैं, वे कौन हैं? क्या दोनों के बीच इस विवाद की वजह नवाब मलिक के दामाद की गिरफ्तारी है? और आरोपों पर समीर वानखेड़े ने क्या सफाई दी है?...
आरोप-प्रत्यारोप की शुरुआत कहां से हुई?
3 अक्टूबर को NCB ने आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। इसके बाद नवाब मलिक ने इस मामले में BJP कार्यकर्ता मनीष भानुशाली और केपी गोसावी की भूमिका पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ये भी कहा था कि क्रूज पर पड़ी रेड पूरी तरह फर्जी है।
मनीष भानुशाली और केपी गोसावी कौन हैं?
जब NCB ने आर्यन खान के साथ बाकी लोगों को क्रूज केस में गिरफ्तार किया, तब मनीष भानुशाली और केपी गोसावी भी वहां दिखाई दिए थे। ये दोनों ही न तो NCB के अधिकारी हैं न पुलिस अधिकारी हैं।
इसके बाद नवाब मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें उन्होंने मनीष भानुशाली की फोटो प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, देवेंद्र फडनवीस और BJP के कई नेताओं के साथ दिखाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि भानुशाली भाजपा से जुड़े हैं।
गोसावी खुद को एक प्राइवेट डिटेक्टिव बताते हैं। गोसावी ने आर्यन के साथ सेल्फी भी ली थी जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। गोसावी पर 2018 में एक शख्स को नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का केस चल रहा है। फिलहाल गोसावी फरार है। पुणे पुलिस ने गोसावी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर रखा है।
क्या इस विवाद की वजह नवाब मलिक के दामाद की गिरफ्तारी भी है?
एक्टर सुशांत सिंह की मौत के बाद बॉलीवुड में ड्रग्स को लेकर चर्चा जोरों पर थीं। NCB ने इस मामले में कई लोगों से पूछताछ की थी। पूछताछ में एक व्यक्ति ने नवाब मलिक के दामाद समीर खान का भी नाम लिया था। इसके बाद NCB ने समीर खान को पूछताछ के लिए बुलाया और इसी साल जनवरी में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले में 8 महीने समीर खान को जेल में रहना पड़ा और 27 सितंबर को जमानत मिली। इस मामले में भी नवाब मलिक ने NCB पर फर्जी केस में अपने दामाद को फंसाने के आरोप लगाए थे और कहा था कि मामला राजनीति से प्रेरित है।
समीर खान पर क्या आरोप थे?
NCB ने समीर खान को NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था। आरोप थे कि समीर खान ने अपने पास 194.6 किलोग्राम गांजा रखा था और इसकी खरीद से लेकर ट्रांसपोर्टेशन में शामिल थे। इस मामले में मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट ने समीर खान को हाल ही में जमानत दी। जमानत देने का आधार एक फोरेंसिक रिपोर्ट थी। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि जब्त किए गए सैंपल की फोरेंसिक जांच में 18 में से 11 सैंपल निगेटिव आए थे।
नवाब मलिक ने NCB और समीर वानखेड़े पर और क्या-क्या आरोप लगाए हैं?
फ्लेचर पटेल कौन हैं?
फ्लेचर पटेल 84 आर्म्ड रेजिमेंट के पूर्व नॉन-कमीशन अधिकारी हैं। फिलहाल वे एक्स सर्विसमैन के लिए काम कर रहे हैं। वे सैनिक फेडरेशन नाम से एक संस्था भी चलाते हैं। इन आरोपों के बाद फ्लेचर पटेल ने कहा है कि मुझे गवाह बनने के लिए अनुमति की जरूरत नहीं है। मैं ड्रग्स के खिलाफ NCB के अभियान का समर्थन कर रहा हूं। उन्होंने ये भी माना कि वे वानखेड़े परिवार को बचपन से जानते हैं।
महाराष्ट्र के सत्तापक्ष के निशाने पर NCB
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पर जानबूझकर मशहूर हस्तियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह धारणा बनाने की कोशिश की जा रही है कि महाराष्ट्र ड्रग्स का हब बन गया है।
NCP के अध्यक्ष शरद पवार ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि CBI, ED, IT और NCB जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। केंद्र सरकार गैर-भाजपा शासित राज्यों को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।
आरोपों पर समीर वानखेड़े का क्या कहना है?
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