करिअर फंडापावर स्लीप है स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए रामबाण:रोज 30 मिनट की पावर स्लीप बीपी कंट्रोल करती है, स्ट्रेस घटाती है

4 महीने पहले

‘योग आपको वर्तमान में ले आता है, यही एकमात्र स्थान है जहां जीवन मौजूद है’

- महर्षि पतंजलि

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मेडिटेशन सभी के लिए

'मेडिटेशन' पर हमारी सीरीज में यह दूसरा आर्टिकल है।

क्या आप भी अनिद्रा, तनाव, घबराहट, ब्लड प्रेशर और चिंता के शिकार हैं? पिछले आर्टिकल में हमने 'टी-ब्रेक' मेडिटेशन की बात की थी, और आज हम स्ट्रेस रिलीफ के लिए 'पावर स्लीप' की बात करेंगे।

प्रोफेशनल्स और स्टूडेंट्स दोनों को अपना परफॉरमेंस बढ़ाने के लिए और स्ट्रेस घटाने के लिए आज का आर्टिकल पढ़ना चाहिए।

तनाव से ब्रेन पर सीधा असर

तंत्रिका तंत्र (नर्वस सिस्टम) पर तनाव के प्रभावों की जांच 50 वर्षों से की जा रही है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि तनाव के मानव तंत्रिका तंत्र पर कई प्रभाव पड़ते हैं और इससे मस्तिष्क के विभिन्न भागों में स्ट्रक्चरल चेंज हो सकते हैं। पुराने तनाव से ‘मेन्टल मास’ कम हो सकता है अर्थात इससे दिमाग का वजन कम हो सकता है।

मेडिटेशन के दो प्रमुख प्रकार

मेडिटेशन एक अभ्यास है जो विभिन्न तकनीकों से जागरूकता की उच्च स्थिति प्राप्त करने में मदद करता है। इसके परिणामस्वरूप चेतना में परिवर्तन हो सकता है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ देखे गए हैं। स्ट्रेस रिलीफ के लिए मेडिटेशन की दो प्रमुख शैलियां हैं - पहली, केंद्रित-मेडिटेशन और दूसरी ओपन-मॉनिटरिंग मेडिटेशन।

केंद्रित मेडिटेशन में वर्तमान में रहने और किसी एक वस्तु, विचार, ध्वनि या दृश्य पर ध्यान केंद्रित करके आंतरिक संवाद को धीमा करने की कोशिश की जाती है। ओपन-मॉनिटरिंग मेडिटेशन भटके/ उलझे हुए दमित विचारों, भावनाओं और शारीरिक संवेदनाओं, आवेगों के बारे में जागरूक होकर उन्हें बिना किसी हिचक के स्वीकार करने से सम्बंधित है।

‘पावर स्लीप’ है एक तरह का मेडिटेशन ही

अब मैं आपको ‘पावर स्लीप’ करने का तरीका बताऊंगा।

A. साफ-सुथरे, कम्फर्टेबल कपड़े पहनें।

B. किसी भी आरामदायक पोस्चर में बैठ जाएं (या लेटें)।

C. आंखे बंद कर लें।

D. ध्यान रखें आपको सोना नहीं है।

E. श्वास लेने और छोड़ने पर मेडिटेशन केंद्रित करें। आप को 'सो हम' की आवाज सुनाई देगी।

F. आंखे बंद किए हुए मन की आंखों से अपने आप को आरामदायक अवस्था मैं बैठा या लेटा हुआ देखें।

G. फिर मेडिटेशन को अपने अंगूठों के पोरों पर ले जाए, और सोचे के वहां उपस्थित सभी कुछ 'मांस', 'रक्त', 'हड्डी' अब आराम पर जाने वाला है।

H. फिर ऐसा ही पांव की सभी उंगलियों के बारे में सोचें।

I. फिर ऐसा ही करते हुए धीरे-धीरे बॉडी में ऊपर की ओर बढ़ें, एड़ी, पांव, घुटना जांघ, कमर, पेट, फेफड़े, गला सभी को इसी तरह मन की आंखों से 'शट डाउन' करते हुए आगे बढ़ें।

J. अंत में अपना मेडिटेशन 'नाक' से ऊपर ले जाते हुए दिमाग में 'पीनियल ग्लैंड' की स्थिति पर केंद्रित करें।

K. इस अवस्था में आप जितनी देर कम्फर्टेबल फील करें, रहें।

L. फिर धीरे-धीरे जिस क्रम में आपने बॉडी-पार्ट्स को 'शट-डाउन' किया था 'रिस्टार्ट' करते जाएं।

M. इस प्रोसेस के लिए आराम से 20-30 मिनट दें।

N. 'पॉवर स्लीप' लेने के बाद एकदम से खड़े ना हों - थोड़ी देर आंखें खोल कर बैठे रहें, फिर अपने दोनों हाथों की हथेलियों को आपस में रगड़ कर हल्का गर्म करे और इसे आंखों पर लगाए, ऐसा दो या तीन बार करें।

O. और अधिक अच्छे परिणाम के लिए इसके बाद किसी स्वास्थ्यवर्धक मीठी चीज जैसे चॉकलेट और ठन्डे/नार्मल पानी का सेवन किया जा सकता है।

P. यह तनाव मुक्ति का परखा गया, रामबाण इलाज है। वह भी बिल्कुल फ्री!

पावर स्लीप से जुडी 4 बड़ी बातें

1) भोजन के बिल्कुल बाद के समय को छोड़कर आप 'पावर स्लीप' कभी भी ले सकते हैं।

2) इसे नियमित रूप से करें, इससे तुरंत तरोताजा महसूस तो होता ही है, केवल सात-आठ सप्ताह के नियमित अभ्यास के बाद इसकी झलक आपके अच्छे स्वास्थ्य में भी दिखने लगेगी।

3) ‘पावर स्लीप’ आपको बेहतर नींद में मदद कर सकती है। विश्राम तकनीक के रूप में, यह आंतरिक शांति को बढ़ाते हुए मन और शरीर को शांत करती है। सोने से पहले करने पर यह समग्र शांति को बढ़ावा देकर अनिद्रा और नींद की परेशानी को कम करने में मदद कर सकती है।

4) रोजाना 'पावर स्लीप' की प्रैक्टिस आप के ब्लड प्रेशर को नियमित करती है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार करती है। अध्ययनों में पाया गया है कि मेडिटेशन आपके मस्तिष्क के निर्णय लेने वाले केंद्रों के कामकाज में सुधार करके आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद करता हैं।

उम्मीद करता हूं मेरे द्वारा सुझाई गई 'पावर स्लीप' प्रोफेशनल्स को अपने काम करने में, और स्टूडेंट्स को एग्जाम में बेटर स्कोर करने में मदद करेगी।

मेडिटेशन का नियमित अभ्यास आत्मजागरूकता को बढाकर क्रोध, भय और इस जैसी और नकारात्मक भावनाओं को प्रबंधित करने में मदद करता हैं। आगे आने वाले आर्टिकल्स में हम इन पर डिटेल में बात करेंगे।

आज के लिए 'करिअर फंडा' यह है कि काम के प्रेशर में परेशान प्रोफेशनल और स्टूडेंट्स दोनों आजमाई गई मेडिटेशन टेक्निक्स जैसे 'पावर स्लीप' का उपयोग अपनी प्रोडक्टिविटी बढ़ने में कर सकते हैं।

कर के दिखाएंगे!

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