कोरोना के बाद देसी प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ी है। इसको लेकर कई स्टार्टअप भी शुरू हुए हैं। इसी मौके को भांपते हुए पंजाब की रहने वाली कमलजीत कौर ने कोविड के दौरान देसी घी का स्टार्टअप शुरू किया। अब वे देश भर में इसकी मार्केटिंग कर रही हैं। भारत के बाहर भी कुछ प्रोडक्ट उन्होंने भेजे हैं।
कमलजीत को हर महीने 2,000 से ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं। इससे करीब 20 लाख रुपए महीने का बिजनेस हो जाता है। इसके साथ ही 30 से ज्यादा लोगों को उन्होंने रोजगार भी दिया है।
आज की पॉजिटिव खबर में जानते हैं कि कमलजीत ने कैसे बिजनेस शुरू किया और कैसे इसे मुकाम तक पहुंचाया...
51 साल की कमलजीत हाउस वाइफ हैं। वे पंजाब में पली-बढ़ीं और शादी के बाद मुंबई शिफ्ट हो गईं। साल 2020 में जब देशभर में कोविड ने कहर बरपाना शुरू किया तो कमलजीत भी इसकी शिकार हो गईं। कोरोना से उनके लंग्स में इन्फेक्शन हो गया। 4-5 महीने इलाज के बाद उनकी तबीयत ठीक हुई।
कमलजीत कहती हैं कि कोविड का दौर मेरे लिए काफी मुश्किल रहा। तब मन में कई तरह के ख्याल आ रहे थे। इसलिए रिकवर होने के बाद मैंने तय किया कि रोजमर्रा की लाइफ से हटकर कुछ ऐसा काम किया जाए, जिससे मुझे याद रखा जाए।
रिश्तेदारों के कहने पर अपने हुनर को बिजनेस में बदला
कमलजीत कहती हैं कि पंजाब में हमारी खेती-बाड़ी खूब है। वहां हम लोग गाय-भैंस पालते हैं और बड़े लेवल पर घी तैयार करते हैं। मुंबई आने के बाद भी हमने कभी बाहर से घी नहीं खरीदा। कोविड के दौरान कुछ लोगों को देसी घी की जरूरत थी। चूंकि हमारे पास पंजाब का घी था तो हमने उन्हें दे दिया। उन लोगों को हमारा घी काफी पसंद आया। इसके बाद वे रेगुलरली हमसे घी की डिमांड करने लगे।
कमलजीत कहती हैं कि उस वक्त कई लोगों ने कहा कि मार्केट के घी में उन्हें इस तरह की क्वालिटी नहीं मिलती है। इसलिए आप कॉमर्शियल लेवल पर इसकी मार्केटिंग करिए। हम लोग रेगुलर आपसे घी खरीदेंगे। मुझे भी उनका सुझाव अच्छा लगा। मेरे बेटे हरप्रीत ने भी सपोर्ट किया। इसके बाद साल 2020 के अंत में कमलीज ने Kimmu’s Kitchen नाम से अपना स्टार्टअप शुरू किया और मुंबई में घर से ही घी तैयार करके अपने रिश्तेदारों को भेजना शुरू किया।
मुंबई का घी पसंद नहीं आया तो पंजाब में खोली यूनिट
कमलजीत कहती हैं कि शुरुआत में हमने मुंबई में ही लोकल डेयरी से दूध खरीदकर घर पर घी तैयार किया और उसकी पैकेजिंग करके लोगों को भेजा। लोगों को ये घी पसंद भी आया। एक हफ्ते के भीतर दो बैच सेल भी हो गए, लेकिन हम संतुष्ट नहीं थे। इस घी में पंजाब की खूशबू नहीं थी, वो टेस्ट भी नहीं था जो गांव से लाए घी में था। कहीं न कहीं ये दूध की क्वालिटी की वजह से था। तब हमने तय किया कि पंजाब में ही घी का प्रोडक्शन शुरू करना चाहिए।
इसके बाद कमलजीत और उनके बेटे हरप्रीत पंजाब पहुंचे। अपने घर पर भैंसों की संख्या बढ़ा दी। लोगों को प्रोफेशनल लेवल पर ट्रेनिंग दी। कुछ महिलाओं को काम पर रखा और घी का प्रोडक्शन करने लगीं। इसमें उनके करीब 7-8 लाख रुपए खर्च हुए। एक अच्छा खासा प्रोडक्शन यूनिट बनकर तैयार हो गया। इसके बाद वहां से घी तैयार होकर मार्केटिंग के लिए मुंबई आने लगा।
कैसे करती हैं काम? क्या है मार्केटिंग मॉडल?
कमलजीत कहती हैं कि पंजाब में हमारी यूनिट में 30 से ज्यादा भैंसें हैं। वहां के 30 से ज्यादा परिवार हमारे यहां काम करते हैं। उन्हें हमने बेहतर तरीके से घी तैयार करने की ट्रेनिंग दी है। यो लोग नेचुरल तरीके से घी तैयार करते हैं और फिर मुंबई भेज देते हैं। यहां उसकी क्वालिटी टेस्टिंग के बाद पैकेजिंग की जाती है। फिर देशभर में उसकी मार्केटिंग की जाती है। हर हफ्ते पंजाब से एक बैच घी तैयार करके यहां लाया जाता है।
जहां तक मार्केटिंग की बात है, कमलजीत ने इसके लिए एक टीम रखी है। इसमें डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े लोग हैं। वे लोग सोशल मीडिया और गूगल पर पेड प्रमोशन करते हैं। यही वजह है कि कुछ ही महीनों में देशभर में कमलजीत का घी पहुंच गया है। अभी वे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही लेवल पर मार्केटिंग कर रही हैं। उनकी वेबसाइट के जरिए बड़ी संख्या में लोग घी ऑर्डर करते हैं। इसके साथ ही मुंबई, दिल्ली और पंजाब में कुछ स्टोर्स पर भी उनके प्रोडक्ट उपलब्ध हैं। उन्हें हर महीने उन्हें 2 हजार से ज्यादा ऑर्डर मिल रहे हैं।
कैसे तैयार करती हैं घी?
कमलजीत बताती हैं कि हम पूरी तरह देसी तरीके से ही घी तैयार करते हैं। सबसे पहले हम दूध को काफी देर तक उबालते हैं। इसके बाद उसे ठंडा किया जाता है। एक चम्मच दही डालकर उसे रातभर जमने के लिए छोड़ देते हैं। सुबह दही तैयार हो जाता है। इसके बाद इस दही को मथकर उससे मक्खन निकालते हैं। फिर इस मक्खन को धीमी आंच पर रखकर पकाया जाता है। कुछ देर बाद उससे घी तैयार हो जाता है। ये घी पूरी तरह प्योर होता है और इसमें किसी तरह की मिलावट नहीं होती है।
घी तैयार करने के बाद मुंबई लाया जाता है और यहां अलग-अलग डिब्बों में उसकी पैकिंग होती है। 220 ML से लेकर 1 L के डिब्बे में वह घी तैयार करती हैं। 220 ML वाले घी की कीमत 399 रुपए है। वहीं एक लीटर वाले घी की कीमत 1499 रुपए है।
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