भास्कर इंटरव्यूचुनाव जीतते ही मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाएंगे:अल्लाह को बहरा कहने वाले BJP नेता ईश्वरप्पा बोले- जिन मंदिरों पर मस्जिदें बनीं, उन्हें तोड़ेंगे

बेंगलुरु3 महीने पहलेलेखक: अक्षय बाजपेयी
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केएस ईश्वरप्पा। उम्र 75 साल। कर्नाटक के BJP लीडर, जो कट्‌टर हिंदूवादी कहे जाते हैं। 13 मार्च को एक सभा में बोले- 'क्या अल्लाह बहरा है, जो उन्हें बुलाने के लिए लाउडस्पीकर पर चिल्लाना पड़ता है। अजान की आवाज से मुझे सिरदर्द होता है।'

ईश्वरप्पा राज्य की रथयात्रा पर हैं और कुछ महीने बाद कर्नाटक में चुनाव है। रथयात्रा में वे मुसलमानों पर लगातार बोल रहे हैं। इन्हीं मुद्दों पर दैनिक भास्कर से बात करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा- 'चुनाव के बाद हमारी सरकार आई तो सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर तुरंत हटवाएंगे। इसकी वजह से स्टूडेंट्स से लेकर पेशेंट तक, सब परेशान हैं। कर्नाटक में परीक्षाएं चल रही हैं और लाउडस्पीकर के शोर से स्टूडेंट डिस्टर्ब हो रहे हैं।'

एक और सवाल के जवाब में ईश्वरप्पा ने ये भी कहा कि भगवा जल्द ही देश का राष्ट्रीय ध्वज होगा। इन्हीं सब मुद्दों पर ईश्वरप्पा की दैनिक भास्कर से बातचीत…

सवाल: आपने कहा कि 'क्या अल्लाह बहरा है, जो उन्हें बुलाने के लिए लाउडस्पीकर पर चिल्लाना पड़ता है'। मुस्लिम कहते हैं अजान लोगों को नमाज के लिए बुलाने के लिए है। आप तो इतना जानते ही होंगे?
ईश्वरप्पा: हमारी विजय संकल्प यात्रा चल रही है। सभी लीडर स्टेट में घूम रहे हैं। एक रथ यात्रा को मैं भी लीड कर रहा हूं। सोमवार को मैं मेंगलुरू में था। मेरा भाषण शुरू हुआ ही था कि अजान शुरू हो गई और सब डिस्टर्ब हो गया। उस समय मैंने यह बयान दिया। सुप्रीम कोर्ट भी लाउडस्पीकर के बारे में कह चुका है।

सवाल: अगर आपको लाउडस्पीकर से इतनी दिक्कत है तो बैन कर दीजिए। केंद्र से लेकर राज्य तक आपकी सरकार है? बयानबाजी से क्या हासिल होगा?
ईश्वरप्पा: मैंने जो बोला है, वो सब अचानक नहीं हुआ। आने वाले दिनों में आप देखेंगे कि हम क्या एक्शन ले सकते हैं। मैं केंद्र और राज्य सरकार से रिक्वेस्ट करूंगा कि इस पर तुरंत एक्शन लिया जाए। लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए।

सवाल: चुनाव के वक्त UP में लाउडस्पीकर मुद्दा बना था। वहां योगी आदित्यनाथ जीते, लेकिन ज्यादातर जगह लाउडस्पीकर आज भी बज रहे हैं?
ईश्वरप्पा: UP या दूसरी जगह क्या हुआ, वो मुझे नहीं मालूम। पब्लिक मीटिंग के समय प्रॉब्लम हुई, इसलिए मैंने अपनी बात कही।

फोटो UP के मुजफ्फरनगर की है। CM योगी आदित्यनाथ के आदेश पर यहां प्रशासन ने मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवा दिए थे। योगी ने कहा था कि गैरजरूरी लाउडस्पीकर उतार दिए जाएं, जो लगे हैं, उनकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए।
फोटो UP के मुजफ्फरनगर की है। CM योगी आदित्यनाथ के आदेश पर यहां प्रशासन ने मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवा दिए थे। योगी ने कहा था कि गैरजरूरी लाउडस्पीकर उतार दिए जाएं, जो लगे हैं, उनकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए।

सवाल: आपके बयान की टाइमिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। आरोप है कि चुनाव में ध्रुवीकरण करने के लिए आपने ये बयान जानबूझकर दिया है।
ईश्वरप्पा: ऐसा नहीं है। चुनाव आते-जाते रहते हैं। हिंदु-मुस्लिम को एक साथ काम करना ही पड़ेगा। हमें PM मोदी ने भी यही कहा है, लेकिन परीक्षा के समय स्टूडेंट्स और हॉस्पिटल में पेशेंट्स को परेशान करना अच्छा नहीं है।

सवाल: पिछले साल आपने कहा था कि 36 हजार मंदिरों को तोड़कर उन पर मस्जिदें बनाई गई हैं। किन मंदिरों की बात कर रहे हैं आप? क्या कोई सर्वे हुआ है, 36 हजार का आंकड़ा आपके पास कैसे आया?
ईश्वरप्पा: मैं नई मस्जिदों को तोड़ने की बात नहीं कर रहा हूं। मैंने कहा कि जहां हिंदुओं के मंदिर तोड़कर मस्जिदें बनाई गई हैं, वहां दोबारा मंदिर बनाएंगे। मैंने एक आर्टिकल में पढ़ा था कि 36 हजार मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई गईं। असली नंबर क्या है, मुझे मालूम नहीं। अभी मैंने इस बारे में कुछ किया नहीं। देखते हैं आगे क्या किया जा सकता है। अभी जो मेरे मन में था, वो मैंने कहा।

सवाल: आपने कहा था कि RSS का भगवा एक दिन राष्ट्रीय ध्वज बनेगा। आपको तिरंगे से भी दिक्कत है?
ईश्वरप्पा: मैंने तिरंगे को लेकर कुछ नहीं बोला। मैंने ये कहा था कि हजार साल बाद एक बार फिर देश का राष्ट्रीय ध्वज भगवा होगा। हजार साल बाद एक बार फिर भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा।

सवाल: BJP समर्थक तो कह रहे हैं मोदीजी की सरकार में ही भारत हिंदू राष्ट्र हो जाएगा? आप हजार साल बाद कह रहे हैं?
ईश्वरप्पा: इस बारे में PM मोदी, BJP और दूसरे लोग क्या बोलते हैं, वो मैं नहीं जानता। मैं एक स्वयंसेवक हूं। आज नहीं तो कल देश का राष्ट्रीय ध्वज भगवा होगा, ये पक्का है।

सवाल: आपने कुछ साल पहले मुस्लिमों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी थी। कभी उन्हें गुंडा कहते हैं। क्या आपको मुस्लिमों से कोई दिक्कत है?
ईश्वरप्पा: मैंने मुस्लिमों को कभी पाकिस्तान जाने के लिए नहीं कहा। गुंडा भी नहीं कहा।

(हालांकि, एक वीडियो है, जिसमें ईश्वरप्पा मुस्लिमों को गुंडा कहने पर सफाई दे रहे हैं। वे कहते हैं- 'मैंने सभी मुसलमानों को गुंडा नहीं कहा, जो गुंडागर्दी कर रहे हैं, उन्हें गुंडा कहा था।)

सवाल: आपने येदियुरप्पा पर करप्शन के आरोप लगाए थे। इसके बाद वे पद से हटाए गए, लेकिन इस बार BJP फिर उन्हीं को चेहरा बना रही है। अब वे भ्रष्टाचारी नहीं रहे?
ईश्वरप्पा: येदियुरप्पा को सभी केस में क्लीनचिट मिल गई है। इसलिए उन्हें नेशनल इलेक्शन कमेटी में लिया गया है। वे हमारे बड़े नेता हैं। कर्नाटक में सब उन्हें जानते हैं, इसलिए उनके चेहरे पर चुनाव लड़ रहे हैं।

ईश्वरप्पा एक वक्त येदियुरप्पा के विरोधी थे, लेकिन उनके इस्तीफा देते वक्त येदियुरप्पा ने उनका समर्थन किया था। कहा था कि जांच में साबित हो जाएगा ईश्वरप्पा बेगुनाह हैं।
ईश्वरप्पा एक वक्त येदियुरप्पा के विरोधी थे, लेकिन उनके इस्तीफा देते वक्त येदियुरप्पा ने उनका समर्थन किया था। कहा था कि जांच में साबित हो जाएगा ईश्वरप्पा बेगुनाह हैं।

सवाल: सर्वे बता रहे हैं कि आपकी पार्टी को 70 से 75 सीटें ही मिल रही हैं?
ईश्वरप्पा: मैं पूरे राज्य में घूम रहा हूं। मैं दावे के साथ कह रहा हूं कि कर्नाटक में BJP एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है।

रथ यात्रा में लगातार भड़काऊ बयान दे रहे हैं ईश्वरप्पा
सोमवार ही नहीं रविवार, 12 मार्च को भी कावूर के शांतिनगर में ईश्वरप्पा ने भड़काऊ बातें कही थीं। उन्होंने कहा- 'हमारी सरकार देशद्रोहियों को लात मार चुकी है। PFI को बैन किया है और गोहत्या करने वालों के घर पर बुलडोजर चल रहे हैं। हम हिंदुओं को अकेला नहीं छोड़ेंगे। हमारे कार्यकर्ताओं को छुआ, तो हम भी नहीं छोड़ेंगे।'

'हिंदू जागरूक हो रहे हैं, मुसलमानों को समझना चाहिए कि हिंदू भाइयों ने मुंह मोड़ लिया तो वे कहीं के नहीं रहेंगे। हम सिर्फ हिंदुओं से वोट मांगते हैं, हमें मुस्लिम वोट नहीं चाहिए। काशी विश्वनाथ के बगल में, मथुरा में भी मंदिर के बगल में मस्जिद बना दी। इन्हें तोड़कर हम फिर मंदिर बनाएंगे।'

ईश्वरप्पा ने कर्नाटक में BJP की जड़ें जमाने का काम किया
ईश्वरप्पा संघ के बैकग्राउंड से आते हैं। वे कर्नाटक में BJP की पहली जनरेशन के नेता हैं। 1980-90 के दशक में जब कर्नाटक में BJP का कोई नाम लेने वाला नहीं हुआ करता था, तब ईश्वरप्पा ने अपने दो दोस्तों बीएस येदियुरप्पा और एचएन अनंत कुमार के साथ मिलकर पार्टी को आगे बढ़ाया था। इन तीनों दोस्तों में ईश्वरप्पा की इमेज हमेशा से अपने बयानों की वजह से कट्‌टर हिंदुत्ववादी नेता की रही।

1989 में वो शिमोगा से पहला विधानसभा चुनाव जीते थे। फिर कभी जीते तो कभी बिना जीते भी किसी न किसी पद पर रहे। विधानसभा चुनाव हारे तो नॉमिनेशन के लिए काउंसिल मेंबर बन गए। 1999 में एक वक्त तो ऐसा आया, जब ईश्वरप्पा के राजनीतिक सफर पर गहरा संकट आ गया था। वो चुनाव भी हार गए थे, लेकिन उस वक्त केंद्र में NDA की सरकार थी। BJP के अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। सरकार ने ईश्वरप्पा को सेंट्रल सिल्क बोर्ड का चेयरमैन बना दिया।

ठेकेदार के सुसाइड केस में फंसे, मंत्री पद गया
पिछले साल ईश्वरप्पा कर्नाटक के ठेकेदार संतोष पाटिल के सुसाइड केस में फंस गए थे। उन पर संतोष को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगा था। दरअसल सुसाइड के पहले संतोष ने PM मोदी को चिट्‌ठी लिखी थी। इसमें आरोप लगाया था कि ईश्वरप्पा उनसे काम के बदले 40 फीसदी कमीशन मांग रहे हैं। उस वक्त ईश्वरप्पा ने इन आरोपों को गलत बताया था, लेकिन संतोष के सुसाइड करने के बाद उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया गया था। सरकार ने जांच समिति भी बनाई थी, लेकिन पुलिस जांच में उन्हें क्लीनचिट दे दी गई है।
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