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करिअर फंडाकरिअर के रूप में कारपेन्टिंग:लेगो खिलौने बनाने वाले ओले किर्क क्रिस्टियनसेन एक कारपेंटर थे, जानिए रोचक जानकारी

11 दिन पहले
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कारपेन्टिंग या बढ़ईगीरी विश्व के सबसे सफल पुराने पेशों में से एक है।

विश्व को क्रिश्चियनिटी जैसा धर्म देने वाले 'जीसस क्राइस्ट' को मेल गिब्सन की निर्देशित फिल्म 'पैशन ऑफ़ द क्राइस्ट' में एक नई, 'ऊंची टेबल' ईजाद करते हुए दिखाया गया है, जिस पर बैठने के लिए कुर्सियां भी ऊंची हो।

भारतीय इतिहास के वैदिक काल में रथ और उसके पहिए बनाने वाले (जो अधिकतर लकड़ी से बनाए जाते थे) कारीगरों को आज के समय के 'वैज्ञानिकों' की तरह का सम्मान प्राप्त रहा होगा।

करिअर फंडा में स्वागत!

वोकेशनल ट्रेनिंग के सन्दर्भ में, आज हम कारपेन्टिंग को करिअर के रूप में अपनाए जाने पर सामने आने वाले विभिन्न मुद्दों को जानेंगे।

कारपेन्टिंग या बढ़ईगीरी क्या है

कारपेन्टिंग एक स्किल है। इसमें भवन, फर्नीचर और अन्य वस्तुओं के निर्माण के लिए लकड़ी का काम करना शामिल है। ये बेहद जटिल से लेकर बेहद सरल ऑब्जेक्ट्स बनाती है।

विश्व के सबसे प्रसिद्ध कारपेंटर कौन हैं

आपने लेगो (Lego) के बारे में सुना होगा। लेगो खिलौने बनाने के लिए प्रसिद्ध ओले किर्क क्रिस्टियनसेन एक कारपेंटर थे। इसके अलावा 'द एक्सपेंडेबल्स' जैसी हॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाले हैरिसन फोर्ड ने भी कई सालों तक कारपेंटर के रूप में कार्य किया है।

किसे कारपेन्टिंग के व्यवसाय में आना चाहिए

कारपेन्टिंग के अच्छे कार्य के लिए बहुत अधिक कौशल, ज्ञान और अनुभव की आवश्यकता होती है। ऐसे लोग जो अपने हाथों को अपने दिमाग का एक्सटेंशन समझते हो और हाथों से काम करने और लकड़ी से चीजें बनाने में मजा आता हो, उनके लिए यह एक आदर्श व्यवसाय है। ये सरल काम बिल्कुल नहीं है और एक तरह का आर्ट फॉर्म ही है।

कारपेंटर की आवश्यकता किन क्षेत्रों में होती है

निर्माण के कई क्षेत्रों में कारपेंटर की आवश्यकता होती है, जिसमें भवन और निर्माण स्थल, फर्नीचर निर्माण कंपनियां और हाऊस रेनोवेशन परियोजनाएं शामिल हैं। किसी भी निर्माण परियोजना की सफलता के लिए एक कुशल कारपेंटर का होना आवश्यक है। वे परियोजना की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने वाले लकड़ी के उत्पादों को डिजाइन करने, काटने और संयोजन करने के लिए ज़िम्मेदार होते हैं।

भारत में यदि केवल सरकारी कार्यों की बात करे तब भी आर्मी से लेकर रेलवे तक सभी को कारपेंटरर्स की आवश्यकता होती है।

कारपेंटर को किस तरह के स्किल्स की आवश्यकता होती है

एक कारपेंटर को सबसे पहले, विभिन्न तरह की लकड़ियों की पहचान और उनके उपयोग की समझ होनी चाहिए। जैसे सागवान की लकड़ी घरेलू फर्नीचर के लिए और कश्मीर विलो लकड़ी से क्रिकेट बैट अच्छे बनते हैं। उन्हें लकड़ी, उसके गुणों और उसके साथ कैसे काम करना है, इसकी गहरी समझ होनी चाहिए।

दूसरे, उन्हें तकनीकी रेखाचित्रों और ब्लूप्रिंट को पढ़ने और उनकी व्याख्या करने में सक्षम होना चाहिए।

तीसरा, उन्हें बढ़ईगीरी में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के औजारों और उपकरणों का ज्ञान होना चाहिए, जैसे आरी, ड्रिल और छेनी।

अंत में, निर्माण प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए उनके पास उत्कृष्ट प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल होनी चाहिए।

कमाई

भारत में बढ़ई की कमाई की क्षमता उनके कौशल और अनुभव के स्तर पर निर्भर करती है। विभिन्न स्त्रोतों के अनुसार भारत में कारपेंटर औसतन लगभग 2 लाख रुपए प्रति वर्ष से अधिकतम 8-9 लाख रुपए प्रतिवर्ष तक कमा सकता है।

जो लोग फर्नीचर निर्माण कंपनियों या निर्माण कंपनियों के लिए काम करते हैं, वे फ्रीलांस आधार पर काम करने वालों की तुलना में अधिक वेतन प्राप्त कर सकते हैं। एक कुशल कारपेंटर इंस्पेक्टर, मैनेजर बनने या यहां तक कि अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रगति कर सकता है।

कई कारपेंटर किसी विशेष क्षेत्र में विशेषज्ञता का चयन करते हैं, जैसे कि सोफे बनाना या कैबिनेट बनाना।

एक कारपेंटर के रूप में आपका जीवन

कारपेंटर के रूप में जीवन चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन लाभप्रद भी। बढ़ई आम तौर पर लंबे समय तक काम करते हैं और उन्हें हर मौसम में बाहर काम करना पड़ सकता है। उन्हें शारीरिक रूप से भी फिट होना चाहिए क्योंकि उन्हें भारी वस्तुओं को उठाने और लंबे समय तक खड़े रहने की आवश्यकता होती है। हालांकि अपने हाथों से कुछ बनाने की संतुष्टि एक पूर्ण अनुभव होती है।

कुछ बढ़िया कमाई वाले कारपेंटरी स्पेशलाइजेशन

1) नेवल कारपेंटरी: जहाज, लकड़ी और कारपेंटरी के बड़े उपभोक्ता हैं, गुणवत्ता वाले काम, गुणवत्ता वाली लकड़ी इस कार्यक्षेत्र में प्रमुख तत्व हैं, कमाई आश्चर्यजनक रूप से अधिक हैं।

2) एयरोस्पेस कारपेंटरी: गैर-वाणिज्यिक विमानों की विशिष्ट कारपेंटरी आवश्यकताएं होती हैं, प्रशिक्षण हवाई जहाजों में लकड़ी के प्रोपेलर और लकड़ी की सीटें भी हो सकती हैं। क्योंकि डिलीवरी विश्व स्तर की होनी चाहिए इसलिए चार्ज भी वैसा ही कर सकते हैं।

3) ऑडिटोरियम कारपेंटरी: सीटें, सामान, स्पीकर के ढांचे, फॉल्स सीलिंग, क्लेडिंग वॉल्स, सीढ़ियां, रेलिंग इत्यादि। यह एक बड़ा बाजार है जहां ऑन-टाईम डिलीवरी नियम है।

कारपेन्टिंग कहां सीखें

भारत में एक कारपेंटर बनने के लिए, आप कुछ रास्ते अपना सकते हैं। जैसे (a) किसी के यहां अप्रेंटिस बनकर, (b) व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम या शिक्षुता को पूरा कर, और (c) औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) जॉइन कर।

खुद यू-ट्यूब और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से खुद सीख कर भी आप शुरू कर सकते हैं।

कारपेंटरी सीखने के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) सबसे अच्छी जगह है। कुछ निजी संगठन भी नौकरी-उन्मुख पाठ्यक्रम के रूप में इसे संचालित करते हैं, पाठ्यक्रम की फीस भी कम होती है। इसमें कारपेंटर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स सीखने के लिए ऑन-द-जॉब प्रशिक्षण और डिप्लोमा सर्टिफिकेट भी शामिल हैं। इन कार्यक्रमों को पूरा करने में आमतौर पर दो साल लगते हैं।

कारपेंटरी भारत में उन लोगों के लिए एक अच्छा करिअर विकल्प है, जिन्हें लकड़ी के साथ काम करने और अपने हाथों से चीजें बनाने का शौक है। एक सफल कारपेंटर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स व्यवसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों या आईटीआई से सीखे जा सकते हैं।

आज का करिअर फंडा यह है कि समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ, भारत में वोकेशनल शिक्षा और करिअर में एक सम्मानजनक करिअर बनाया जा सकता है।

कर के दिखाएंगे!

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