कोरोना के बाद दुनियाभर में हेल्थ सप्लीमेंट्स की डिमांड बढ़ गई है। ज्यादातर लोग इम्यूनिटी बूस्टर का इस्तेमाल करने लगे हैं। इस महामारी के बीच कई नए-नए ब्रांड्स और स्टार्टअप शुरू हुए हैं, जो ऐसे प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग कर रहे हैं और उन्हें बढ़िया मुनाफा भी मिल रहा है। मुंबई की रहने वाली हिना योगेश भी उनमें से एक हैं। पिछले साल अगस्त में उन्होंने घर से ही हेल्थ सप्लीमेंट्स का स्टार्टअप शुरू किया। आज उनके पास 20 से ज्यादा प्रोडक्ट्स हैं, देशभर में मार्केटिंग कर रही हैं। हर महीने 2.5 लाख का टर्नओवर वे हासिल कर रही हैं।
37 साल की हिना मुंबई में पली-बढ़ी, MBA की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ सालों तक काम किया। इसके बाद उनकी शादी हो गई और अपने पति के साथ चेन्नई शिफ्ट हो गईं। फिर बच्चे हुए और वे वापस नौकरी जॉइन नहीं कर सकीं। घर से ही थोड़ा बहुत फ्रीलांस वर्क करती थीं।
बेटा खेलते वक्त जल्दी थक जाता था
इस बिजनेस को शुरू करने के प्लान को लेकर हिना कहती हैं कि हमारा बच्चा फिजिकली थोड़ा कमजोर था। वह खेलते वक्त जल्दी थक जाता था। इस वजह से हम काफी परेशान रहते थे। बाद में डॉक्टर और एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद हमने होममेड हेल्थ सप्लीमेंट्स देना शुरू किया। इसमें ऐसे प्रोडक्ट्स थे जो हमारी दादी मां पहले से इस्तेमाल करती रही हैं। जैसे तुलसी के पत्ते, मोरिंगा पाउडर, हल्दी-काली मिर्च से बने प्रोडक्ट अपने बच्चे को देना शुरू किया।
इसका बेहतर रिजल्ट भी मिला। 6 महीने से भी कम वक्त में बेटे की इम्यूनिटी बढ़ गई। बारिश में भीगने का बाद भी वह बीमार नहीं पड़ता था। उसकी स्पोर्ट्स एक्टिविटी भी बढ़ गई। इसके बाद हमने इसका रेगुलर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
हिना बताती हैं कि जब हमें ऐसे प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बेहतर रिजल्ट मिला तो इसको लेकर रिसर्च करना शुरू किया कि और कौन-कौन से प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल हम कर सकते हैं। करीब दो से तीन साल रिसर्च के बाद हमने कुछ और प्रोडक्ट्स इसमें शामिल किए। उनका भी रिस्पॉन्स बढ़िया रहा। जिन दूसरे लोगों को हमने इस्तेमाल के लिए दिया, उन लोगों ने भी हमारी तारीफ की।
पहले से नहीं था कोई बिजनेस प्लान
हिना कहती हैं पहले से हमारा कोई इस तरह का बिजनेस प्लान नहीं था। जब पिछले साल कोविड आया तो इस तरह के प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ गई। लोग नए-नए हेल्थ सप्लीमेंट्स की डिमांड करने लगें। चूंकि हमारे पास पहले से रिसर्च वर्क का अनुभव था, हमने कुछ प्रोडक्ट भी तैयार किए थे और उसका इस्तेमाल भी कर रहे थे। इसलिए तय किया कि क्यों न इसे कॉमर्शियल लेवल पर शुरू किया जाए।
इसके बाद उन्होंने अपनी सेविंग्स से 2 लाख रुपए खर्च किए और अगस्त 2020 में yuva soul नाम से खुद की कंपनी रजिस्टर की। ऑनलाइन वेबसाइट लॉन्च की। कुछ मशीनें खरीदीं और काम करना शुरू कर दिया। पहले उन्होंने स्थानीय लोगों और अपने परिचितों को इस्तेमाल के लिए दिया। उनका रिस्पॉन्स बढ़िया रहा और उनके जरिए दूसरे लोग भी जुड़ते गए। इसके बाद वेबसाइट और सोशल मीडिया के जरिए अपने प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग शुरू कर दी। धीरे-धीरे बिजनेस बढ़ने लगा। अलग-अलग शहरों से उनके पास ऑर्डर आने लगे।
शुरू के तीन महीने नहीं हुई खास कमाई
हिना बताती हैं कि हम बेहतर प्रोडक्ट तैयार कर रहे थे। लोगों का रिस्पॉन्स भी अच्छा मिल रहा था, लेकिन हम उन लोगों तक नहीं पहुंच पा रहे थे, जिन्हें ऐसे प्रोडक्ट्स की जरूरत थी। इसके चलते शुरुआत के तीन महीने न के बराबर कमाई हुई। उसके बाद हमने ऑनलाइन पेड प्रमोशन करना शुरू किया। मार्केटिंग की स्ट्रेटजी बदली। फ्लिपकार्ट और अमेजन जैसे प्लेटफॉर्म की मदद ली। इसका हमें फायदा भी मिला और हम जल्द ही 50 हजार महीने का बिजनेस करने लगे।
आज हम लोग ऑनलाइन के साथ ही कई शहरों में रिटेलरशिप मार्केटिंग भी कर रहे हैं। जल्द ही देशभर में भी रिटेल मार्केटिंग करेंगे। फिलहाल हर महीने 2.5 लाख रुपए की सेल हो रही है। जल्द ही यह आंकड़ा और अधिक बढ़ेगा।
कैसे तैयार करते हैं प्रोडक्ट्स?
हिना ने अपने साथ 5 स्थानीय महिलाओं को रखा है। जो प्रोडक्ट की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग में उनकी मदद करती हैं। प्रोडक्ट बनाने के प्रोसेस को लेकर वे बताती हैं कि सबसे पहले हम स्थानीय किसानों से रॉ मटीरियल खरीदते हैं। फिर उन्हें धूप में सुखाते हैं और ग्राइंडर की मदद से पाउडर बनाते हैं। इसके बाद पहले से तैयार फॉर्मूले के मुताबिक हम अलग-अलग प्रोडक्ट को एक दूसरे के साथ तय क्वांटिटी में मिक्स करते हैं। इसके बाद उसकी क्वालिटी टेस्टिंग होती है। फिर उसकी प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का काम होता है।
फिलहाल हिना के पास 21 प्रोडक्ट्स हैं। इनमें 11 हेल्थ सप्लीमेंट्स पाउडर और 10 अलग-अलग तरह की हर्बल टी है। जो पूरी तरह से नेचुरल तरीके से बनाए गए हैं। इसमें किसी तरह का केमिकल या प्रिजर्वेटिव इस्तेमाल वे नहीं करती हैं। उनके मुताबिक सभी प्रोडक्ट एक्सपर्ट की देखरेख में बने हैं और लैब में उनकी टेस्टिंग भी की गई है।
आप इस तरह का बिजनेस कैसे शुरू कर सकते हैं?
कोरोनाकाल में हेल्थ सप्लीमेंट की डिमांड बढ़ी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल के दौरान हेल्थ सप्लीमेंट के मार्केट में दोगुना बढ़त दर्ज की गई है। अगर आप इस सेक्टर में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो बेहतर स्कोप है। लेकिन उसके पहले आपको रिसर्च और स्टडी की जरूरत होगी। किन-किन प्रोडक्ट्स से हेल्थ सप्लीमेंट्स बनाए जा सकते हैं और उन्हें तैयार करने का तरीका क्या होगा, यह आपको पता करना होगा। इसके लिए आप किसी हेल्थ एक्सपर्ट की राय ले सकते हैं।
अभी एलोवेरा, सहजन, लेमन ग्रास, तुलसी के पत्ते, हल्दी-काली मिर्च जैसी नेचुरल चीजों से बड़े लेवल पर हेल्थ सप्लीमेंट्स तैयार किए जा रहे हैं। कई लोग तो घर में ही इस तरह के प्रोडक्ट तैयार कर रहे हैं। इसे तैयार करने का तरीका और इन प्रोडक्ट्स की उपलब्धता भी बहुत मुश्किल नहीं है। इसके लिए बहुत अधिक बजट की भी जरूरत नहीं होती है। अगर बेहतर तरीके से मार्केटिंग की जाए तो बढ़िया मुनाफा कमाया जा सकता है। पुणे के रहने वाले प्रमोद भी सहजन की पत्तियों से हेल्दी स्नैक्स और चॉकलेट तैयार कर रहे हैं। इससे उनकी अच्छी कमाई भी हो रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए पढ़िए पूरी खबर..
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