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आजादी के बाद की 75 तस्वीरें:जब पहली बार तिरंगा फहरा तो अंग्रेज वायसराय भी सैल्यूट करने लगे, इंदिरा पहली बार पीएम बनीं तो संसद में बोल नहीं पाती थीं
2 वर्ष पहलेलेखक: जनार्दन पांडेय
14 अगस्त 1947, दिन गुरुवार, रात 11 बजकर 51 मिनट पर भारत को आजाद करने का कार्यक्रम शुरू हुआ। अपने 4 मिनट 46 सेकेंड के भाषण में नेहरू ने कहा- पूरी दुनिया सो रही है तो भारत ने अपनी आजादी जीत ली है। आजादी की पहली सुबह हुई तो लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराने की फुर्सत नहीं मिली। पूरे दिन कागजी कार्रवाई चलती रही। 16 अगस्त 1947, दिन शनिवार, लाल किले से तिरंगा झंडा फहराया गया तो आखिरी अंग्रेज वायसराय माउंटबेटन के हाथ भी तिरंगे को सलामी देने के लिए उठ गए।
हमने यहां 14 अगस्त 1947 की रात 12 बजे से 14 अगस्त 2021 की रात 12 बजे तक की 75 तस्वीरों के जरिए आजाद भारत की तरक्की से लेकर इस पर लगे घावों तक को बयान किया है। बिना किसी फिल्टर के हम साल-दर-साल बढ़ते गए और एक-एक तस्वीरों का चुनाव किया। 20 साल ऐसे हैं जिनकी एक भी तस्वीर नहीं है, 31 साल ऐसे हैं, जिनकी 1-1 तस्वीरें हैं, 7 साल ऐसे हैं जिनमें 2-2 तस्वीरें हैं, 3 साल ऐसे हैं जिनमें 3-3 फोटो और साल 1984 की 5 तस्वीरें हैं।
आइए एक-एक कर इन तस्वीरों और उनकी कहानियों की ओर चलते हैं-
1947: आजादी के लिए 15 अगस्त 1947, दिन शुक्रवार तय हुआ था, लेकिन ज्योतिषी कह रहे थे कि ये दिन अशुभ है। इसलिए 14 अगस्त की रात 12 बजे जवाहरलाल नेहरू ने पीएम पद की शपथ ली।
1947: 200 साल की क्रूर अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिलने के बाद पहली सुबह आई तो आम शहरी सड़क पर निकलकर नाचने लगे। उसी समय दिल्ली के राष्ट्रपति भवन के सामने इकट्ठा हुए लोगों की किसी ने फोटो उतार ली।
1947: 15 अगस्त को आजादी तो मिल गई, लेकिन पूरा दिन कागजी काम करने में निकल गया। 16 अगस्त की सुबह पहली बार लाल किले पर तिरंगा फहराया गया। तब लॉर्ड माउंटबेटन ने भी तिरंगे को सैल्यूट किया।
1947: आजादी से पहले हिन्दुस्तान बंट गया। भारत और पाकिस्तान दोनों ही ओर से 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पलायन किया। इस दौरान करीब 10 से 20 लाख लोग मारे गए थे।
1948: 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर गांधीजी की हत्या कर दी। 31 जनवरी को दिल्ली में यमुना किनारे अंतिम संस्कार हुआ। तब 10 लाख लोग अर्थी के साथ चल रहे थे और 15 लाख लोग रास्ते में खड़े थे।
1950: 26 जनवरी को पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद उसी 100 साल पुरानी बग्घी में बैठकर परेड देखने निकले जिसमें अंग्रेजों के वायसराय घूमते थे। बंटवारे में भारत ने इसे पाकिस्तान से टॉस कर के जीता था।
1951: आजादी के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनानी शुरू की। इसमें 4 से 11 मार्च 1951 के बीच हुए एशियन गेम्स के सफल आयोजन ने देश के बारे में मजबूत संदेश दिया।
1952: 25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 के बीच पहले आम चुनाव हुए। इसमें पहली बार भारत के आम आदमी को वोट डालने का मौका मिला। उनके वोट से सरकार बनी।
1952: 13 मई 1952 को पहली बार देश में संसद की कार्यवाही शुरू हुई। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में कार्यवाही हुई। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा हमारे संविधान पर हुई।
1956: 1 सितंबर 1956 को भारतीय जीवन बीमा निगम की शुरुआत हुई। ये उसकी चेन्नई स्थित बिल्डिंग है। इस कंपनी ने भारत के आम लोगों को बीमा कराना सिखाया। आज इसके पास 29 करोड़ पॉलिसी होल्डर हैं।
1958: 18 जून 2021 को मिल्खा सिंह ने इस दुनिया को अलविदा कहा। तब पीएम मोदी ने कहा कि हमने हीरा खो दिया। मिल्खा सिंह ने 1958 के कॉमनवेल्थ गेम्स में देश के लिए पहला गोल्ड जीता था।
1958: तिब्बत से भागे धर्मगुरु दलाई लामा को भारत में शरण मिली। इस घटना को 1962 के भारत-चीन वॉर के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
1961: पुर्तगालियों के 400 साल के शासन के बाद 19 दिसंबर 1961 को गोवा आजाद हुआ और भारत का हिस्सा बन गया।
1962: अक्टूबर-नवंबर 1962 में भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे से लड़ती रहीं। लद्दाख और नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (अब अरुणााचल प्रदेश) में भारतीय सेना को भारी नुकसान हुआ था।
1963: भाखड़ा नागल बांध बनकर तैयार हो गया। स्वतंत्र भारत में यहां से बिजली बनने की शुरुआत हुई, जिसने देश के कई शहरों में उजाला फैला दिया। यह हिमाचल के बिलासपुर में सतलुज नदी के किनारे स्थित है।
1964: 27 मई को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का निधन हो गया। वे 5 महीनों से बीमार थे। 29 मई को उनकी अंतिम यात्रा में 15 लाख से ज्यादा लोग रास्ते में खड़े थे।
1966: तीन जनवरी को उज्बेकिस्तान में तब के पीएम लालबहादुर शास्त्री ने पाकिस्तानी पीएम अयूब खान के साथ शांति समझौता किया। इसे ताशकंद संधि भी कहते हैं। 19 जनवरी को शास्त्री जी की मौत हो गई। इस पर आज तक विवाद है।
1966: 19 जनवरी को इंदिरा गांधी पहली महिला पीएम बनीं। पीएम बनने के बाद एक-दो साल तक इंदिरा बहुत तनाव में रहीं। भाषण देने या संसद में बोलने से पहले इतनी नर्वस होती थीं कि उनका पेट गड़बड़ हो जाता था।
1966: अकाल ने तबाही मचाई थी। बिहार में तब लोग घास खाने को मजबूर हो गए थे। उड़ीसा, बंगाल, बिहार जैसे पिछड़े राज्यों में लोग कई-कई दिन भूखे रहते थे। ये तस्वीर बिहार के पास एक गांव की है।
1969: ये तस्वीर 28 नवंबर 1963 की है। तब इसरो ने काम शुरू कर दिया था, लेकिन तब इसके आधिकारिक तौर पर स्थापित होने की घोषणा नहीं हुई थी। 1969 में इसके स्थापना की घोषणा की गई।
1972: दिसंबर 1971 में हुई लड़ाई के बाद अगस्त 1972 में पाकिस्तान के 90,000 से अधिक सैनिकों ने अपने जनरल नियाजी के नेतृत्व में भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया। इसी के बाद शिमला संधि हुई।
1974: 18 मई को भारत अपने पहले परमाणु हथियार के सफल परीक्षण के साथ दुनिया का छठा ऐसा देश हो गया। इसे प्रोजेक्ट स्माइलिंग बुद्धा कहा गया था। ये टेस्ट राजस्थान के पोखरण में हुआ था।
1971: आम चुनाव में इंदिरा गांधी ने राज नारायण को हराया था, लेकिन राज नारायण ने इस जीत को हाईकोर्ट में चुनौती दे दी। आरोप लगाया कि इंदिरा ने तय सीमा से अधिक पैसे खर्च किए। कोर्ट ने 1975 में आरोपों को सही बताया।
1976: सोशलिस्ट नेता जेपी नारायण की अगुआई में इंदिरा सरकार के खिलाफ आपातकाल को लेकर लड़ाई लड़ी गई। तब सभी सरकार विरोधी लोगों को जेल में डाल दिया गया। प्रेस की आजादी भी खत्म कर दी गई थी।
1977: 16-20 मार्च के बीच चुनाव हुए, जेपी के समर्थन वाली जनता पार्टी ने 295 सीटें जीतीं। कांग्रेस 154 पर सिमट गई। खुद इंदिरा गांधी अपनी रायबरेली सीट हार गईं। पहली बार भारत में गैरकांग्रेसी सरकार बनी।
1979: जेपी आंदोलन के समर्थन से बनी मोरारजी देसाई सरकार 2 साल, 126 दिन चली। इसके बाद जनता पार्टी सेक्यूलर के नेता चौधरी चरण सिंह ने 28 जुलाई 1979 को पीएम पद संभाला।
1980: आपातकाल लगाने के 3 साल के भीतर इंदिरा गांधी सत्ता में लौट आईं। 14 जनवरी 1980 को 353 सीट जीतने वाली कांग्रेस की नेता इंदिरा गांधी पीएम बनीं। 1980 में चुनाव प्रचार के दौरान इंदिरा कई जगहों पर रोईं।
1980: 23 जून 1980 को इंदिरा गांधी के छोटे बेटे और उनके राजनीतिक वारिस कहे जाने वाले संजय गांधी की एक प्लेन दुर्घटना में मौत हो गई। उनके अंतिम संस्कार के वक्त इंदिरा ने काला चश्मा लगा रखा था।
1980: मॉस्को ओलिंपिक में इंडिया ने फाइनल में स्पेन को हराकर देश के लिए ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद से आज तक भारतीय हॉकी टीम हॉकी में गोल्ड नहीं जीत पाई है।
1981: भारत को पूरी दुनिया में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी क्रांति का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है। इसमें 2 जुलाई 1981 को पुणे से शुरू हुई इंफोसिस कंपनी की बड़ी भूमिका है।
1983: सिनेमा की दुनिया से राजनीति में प्रवेश करने वालों में सबसे बड़ा नाम एक्टर एनटी रामाराव का है। उन्होंने तेलुगू देशम पार्टी बनाई और आंध्र में चुनाव लड़ा और 1983 में जीतने के बाद खुद सीएम बने।
1983: पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम ने कपिल देव की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता। वर्ल्ड कप के लिए जब टीम चुनी जा रही थी तब कपिल देव को बहुत कमजोर कप्तान माना जा रहा था।
1984: भारतीय वायुसेना के पायलट राकेश शर्मा भारत के पहले इंसान हैं जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। वे 2 अप्रैल 1984 को सूयज टी-11 लेकर उड़े थे।
1984: 5 मार्च को तब की पीएम इंदिरा ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का ऑर्डर दिया। भारतीय सेना ने 10 जून 1984 को खालिस्तान समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले को अमृतसर के हरिमंदिर साहिब परिसर में मार डाला।
1984: 31 अक्टूबर को उस वक्त की पीएम इंदिरा गांधी को उनके ही बॉडीगार्ड सतवंत सिंह यानी संता और बेअंत सिंह यानी बंता ने हत्या कर दी। वे ऑपरेशन ब्लू स्टार के चलते उनसे खफा थे।
1984: तब की पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में दंगे भड़क गए। खासकर दिल्ली और पंजाब में सिख समुदाय के 10 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। हजारों सिखों के घर जलाकर खाक कर दिए गए।
1984: इंदिरा की हत्या के वक्त राजीव गांधी पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए हुए थे। खबर मिलते ही वो प्रणब मुखर्जी के साथ विशेष विमान से दिल्ली आए। उस विमान में ही राजीव के पीएम बनने का फैसला हो चुका था।
1984: आज भी जब कोई बड़ी उपलब्धि हासिल करता है या कोई बड़ी मेहनत वाला वाला काम बताता है तो उसे कहते हैं, अच्छा जैसे एवरेस्ट चढ़ लिए हो। 1984 में बछेंद्री पाल ने एवरेस्ट पर चढ़कर तिरंगा फहराया था।
1984: भोपाल गैस त्रासदी में 3,787 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 5.74 लाख से ज्यादा लोग घायल या अपंग हुए थे। कारण था यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का लीक होना।
1988: 1962 में चीन से तकरार होने के बाद से भारत का कोई पीएम चीन नहीं गया। राजीव गांधी वो पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान चीन की यात्रा की।
1989: 8 दिसंबर को तब के गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की 23 साल की बेटी रूबिया सईद को किडनैप कर लिया गया। किडनैपर्स ने भारतीय जेलों में बंद अपने 13 साथियों को रिहा करने को कहा। भारत को शर्त माननी पड़ी।
1991: 21 मई को तमिलनाडु में चुनाव प्रचार कर रहे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का पैर छूने के लिए एक लड़की झुकी तभी धमाका हुआ। इसमें राजीव समेत 15 लोगों की मौत हो गई।
1991: 24 जुलाई को तब पीएम नरसिम्हा राव और वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने नई इंडस्ट्रियल पॉलिसी की घोषणा की। इसमें विदेशों से निवेश लाने और सरकारी सेवाओं को प्राइवेट हाथों में देने की शुरुआत हुई।
1992: 2 अक्टूबर को पहली बार जी टेलीविजन एक हिन्दी सैटेलाइट और केबल टीवी शुरू हुआ। इसके बाद कई सालों तक दहेज में दी जाने वाली अहम चीज हो गई- टीवी।
1992: अप्रैल में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स से आजादी के बाद भारत के सबसे बड़े घोटाले का खुलासा हुआ। इसमें स्टॉक मार्केट के बिग बुल हर्षद मेहता की ओर से स्टेट बैंक में 5000 करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था।
1992: 6 दिसंबर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को विश्व हिन्दू परिषद और कुछ हिन्दू संगठनों ने गिरा दिया। इसके लिए पूरे देश से कई हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचे थे।
1993: 12 मार्च को एक ही दिन में मुंबई की (तब बॉम्बे) 12 अलग-अलग जगहों होटल, बैंक, ऑफिस, पेट्रोल पंप और बाजारों में कार बम, स्कूटर बम, ग्रेनेड से ब्लास्ट हुआ। कुल 257 लोगों की मौत हुई।
1994: 20 मई को सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स चुनी गईं। मनीला (फिलीपींस) में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 20 देशों की सुंदरियों को पछाड़ते हुए ये खिताब अपने नाम किया।
1994: 19 नवंबर को ऐश्वर्या राय को मिस वर्ल्ड चुना गया। उस वक्त ये अवॉर्ड पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनते थे। ये पहला मौका था जब किसी भारत की महिला को विश्व सुंदरी चुना गया।
1995: टाटा और भारत सरकार की विदेश संचार निगम लिमिटेड यानी VSNL ने 15 अगस्त 1995 को भारत में इंटरनेट लॉन्च किया। तब 9.6kbps स्पीड एक महीने पाने के लिए 15,000 देना होता था।
1996: आजादी के बाद पहली बार BJP की सरकार बनी, लेकिन 13 दिन बाद पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद में विश्वास मत पारित करने से पहले ही इस्तीफा दे दिया। उनको सदन में एक वोट कम पड़ रहा था।
1998: भारत ने 11 मई से 13 मई के बीच राजस्थान के पोखरण में 5 सफल परमाणु परीक्षण किए। इसी के साथ पूरी दुनिया में ये संदेश चला गया कि अब भारत से पंगा लेना खतरे से खाली नहीं होगा।
1999: 11 जुलाई को भारत ने 2 महीने तक चले कारगिल युद्ध में विजय पाने की घोषणा की। भारत की सेना ने पाकिस्तानी सेना को खदेड़ कर उनकी सीमा में ढकेल दिया था।
1999: 24 दिसंबर को 189 यात्रियों वाले विमान को आतंकियों ने नेपाल के काठमांडू हवाईअड्डे से हाईजैक कर अफगानिस्तान के कंधार ले गए। मसूद अजहर समेत 3 आतंकियों के छोड़ने पर यात्रियों को छोड़ा गया।
2000: जेपी आंदोलन के बाद टेलिकॉम सेक्टर के 3 लाख कर्मचारियों की हड़ताल सरकार के खिलाफ सबसे बड़े प्रदर्शन के तौर पर दर्ज है। कर्मचारी अटल सरकार के दूरसंचार विभाग में बदलाव के फैसले से खफा थे।
2001: 13 दिसंबर को संसद की कार्यवाही चल रही थी। तभी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के बंदूक-गोले से लैस 5 आत्मघाती हमलावर घुस आए। देश के राजनेताओं को बचाने में 6 पुलिस वाले शहीद हो गए थे।
2002: गुजरात दंगे का कारण गोधरा में ट्रेन जलाए जाने को माना जाता है। 27 फरवरी 2002 को संप्रदाय विशेष के लोगों ने एक ट्रेन जला दी। इसमें अयोध्या से लौट रहे 58 कारसेवकों की मौत हो गई थी।
2002: गोधरा ट्रेन में आग लगने के बाद पूरे गुजरात में दंगे भड़ृक गए। दस्तावेजों में करीब हजार लोगों की बेरहमी से हत्या और जिन्दा जलाने के मामले दर्ज हैं। लेकिन कई चश्मदीद कहते हैं कि ये संख्या कहीं ज्यादा थी।
2004: आम चुनाव में जीत के बाद जब पीएम बनने की बात आई तो सोनिया गांधी ने अंतर-आत्मा की आवाज पर ये पद मनमोहन सिंह को दिया। मनमोहन पहले सिख पीएम बने।
2006: 7 मार्च को उत्तर प्रदेश स्थित काशी यानी बनारस के संकट मोचन मंदिर पर आतंकी हमला हुआ। इसे वाराणसी ब्लास्ट भी कहते हैं। इसमें कम से कम 15 लोग मारे गए और 50 से ज्यादा घायल हो गए थे।
2006: 11 जुलाई को मुंबई में शाम के वक्त जब सबसे ज्यादा भीड़ ट्रेन में चढ़ती है तब करीब 12 मिनट तक एक-एक के कई ब्लास्ट हुए। इसमें 209 लोग मारे गए और 700 से ज्यादा घायल हुए थे।
2008: 26 नवंबर को पाकिस्तान से आतंकियों का एक ग्रुप पानी के रास्ते मुंबई में घुस आया। उन्होंने 10 अलग-अलग जगहों पर टारगेट कर लोगों को गोली मारी, ग्रेनेड फेंके। इसमें 175 लोगों की जान गई।
2010: पहला आधार कार्ड महाराष्ट्र के नंदूरबर जिले के तेंभली गांव की रहने वाली रंजना सोनवने का बना था। आज ये हमारी पहचान की सबसे अहम कड़ी है।
2011: भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ अन्ना आंदोलन 4 अप्रैल से लेकर 28 दिसंबर 2011 तक चला। 16 अगस्त को अन्ना की गिरफ्तारी के बाद पूरे देश में सरकार के खिलाफ आंदोलन हुए।
2012: 16 दिसंबर की रात दिल्ली के वसंत कुंज में एक बस में फिजियोथेरेपी छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ। इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई। इसके बाद सरकार के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन हुए।
2013: 1989 में जब सचिन ने क्रिकेट में डेब्यू किया था तब कोई ऐसी बात नहीं थी उन्हें याद किया जाता, लेकिन जब 14 नवंबर 2013 को वे संन्यास ले रहे थे तब पूरी दुनिया उनकी ओर देख रही थी।
2014: आजाद भारत में बीजेपी को साल 2014 के आम चुनाव में बहुमत मिला। बीजेपी ने 282 सीटें जीतीं। नरेंद्र मोदी ने पहली बार ओपेन ग्राउंड में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
2015: भारत में 26 जनवरी पर दुनिया के अलग-अलग देशों के राष्ट्रध्यक्षों को मुख्य अतिथि बनाए जाने का चलन है। साल 2015 में पहली बार ऐसा हुआ कि अतिथि अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा इस मौके पर भारत आए।
2017: मोदी सरकार ने 1 जुलाई 2017 से गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स लागू कर दिया। इसके बाद तमाम तरीके के अलग-अलग टैक्स बंद कर के केवल जीएसटी शुरू किया गया।
2018: इंडियन पीनल कोड यानी IPC के सेक्शन 377 को 6 सितंबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया। इसके बाद समलैंगिक संबंधों को भारत में वैधता मिल गई।
2019: इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर पाकिस्तान की ओर से पुलवामा में हुए हमले की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट में गिर गए थे। बाद में पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने उन्हें छोड़ने का फैसला किया।
2020: कई सालों तक चले संघर्ष के बाद 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में पीएम मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया।
2021: कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल-जून 2021 में वायरस ने कहर बरपाया। इस दौरान मई के पहले सप्ताह में एक दिन में 4 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए। तब उत्तर प्रदेश में गंगा के किनारे लाशें इस तरह तैरती नजर आईं।
2021: टोक्यो ओलिंपिक में भारत ने पहली बार 7 पदक जीते। इनमें नीरज चोपड़ा का गोल्ड, रवि दहिया, मीरा बाई चानू का सिल्वर, पुरुष हॉकी टीम, बजरंग पूनिया, लवलिना बोरगोहेन, पीवी सिंधु का कांस्य पदक शामिल है।