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मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। वे 21 फरवरी को आधिकारिक तौर पर पार्टी की सदस्यता लेंगे। केरल में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा को उम्मीद है कि श्रीधरन के शामिल होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी और चुनाव में उसे फायदा मिलेगा। श्रीधरन ने भी चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर पार्टी चाहेगी तो वे विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने रेलवे में हो रहे प्राइवेटाइजेशन पर भी सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने इसे सीरियस मिस्टेक करार दिया है। पढ़िए, इंटरव्यू के प्रमुख अंश..
1. आप पॉलिटिक्स जॉइन कर रहे हैं। आपने इसके लिए भाजपा को क्यों चुना?
आज भाजपा को गलत तरीके से पेश किया जाता है। इसे प्रो हिंदू पार्टी बताया जाता है, लेकिन यह सही नहीं है। भाजपा राष्ट्रवाद, समृद्धि और सभी वर्गों के लोगों की भलाई के लिए काम करती है। भाजपा ही एक मात्र पार्टी है जो देश और केरल के लोगों के लिए काम कर सकती है। मेरी कोशिश होगी कि मैं इसकी सही छवि को लोगों के सामने पेश कर सकूं।
2. क्या विधानसभा चुनाव में आप भाजपा के लिए मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे?
आने वाले विधानसभा चुनाव में मेरी भूमिका क्या होगी, ये फैसला पार्टी को लेना है। मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा। राज्यपाल पद को लेकर मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है, क्योंकि यह एक संवैधानिक पद है। इस पद पर रहते हुए राज्य के लोगों के लिए काम करना मुश्किल है।
3. आप केंद्र की राजनीति में क्यों नहीं जा रहे हैं?
मेरी दिली तमन्ना है कि मैं केरल के लोगों के लिए काम करूं। इसलिए मैं यहां की राजनीति में शामिल हो रहा हूं।
4. राजनीति में आने के बाद आपकी प्राथमिकता क्या होगी?
केरल में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करना मेरी पहली प्राथमिकता होगी। पिछले 20 सालों में यहां कोई भी इंडस्ट्री नहीं आई है। इसलिए राज्य में नई इंडस्ट्रीज लाने पर हमारा फोकस रहेगा। मैं कोशिश करूंगा कि केरल को कर्ज के बोझ और दिवालिया होने से बचा सकूं। अभी यहां सत्ता में जो पार्टियां हैं, वे काम नहीं कर पा रही हैं, विकास उनकी प्राथमिकता नहीं है।
5. आपने 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी, लेकिन राजनीति में आप 2021 में आ रहे हैं। फैसला लेने में सात साल क्यों लग गए?
भाजपा को लेकर पहले से मेरी सहानुभूति रही है। जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब भी मैं उनका प्रशंसक रहा, लेकिन अपने प्रोफेशनल करियर में व्यस्त रहने के चलते राजनीति के बारे में नहीं सोच सका। मोदी के करिश्माई नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। इसलिए मैं भाजपा में शामिल हो रहा हूं, ताकि राष्ट्र निर्माण में कुछ योगदान दे सकूं।
6. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आडवाणी समेत कई उम्रदराज नेताओं के टिकट काटे थे। आप 88 साल की उम्र में राजनीति में आ रहे हैं। क्या आपको लगता है कि यह सही निर्णय है?
राजनीति में मेरी भूमिका क्या होगी, यह भाजपा को तय करना है। मैं तो केरल के लोगों के लिए काम करना चाहता हूं। इसीलिए राजनीति में आ रहा हूं। चुनाव के दौरान और उसके बाद पार्टी की तरफ से जो काम दिया जाएगा, उसे करने की कोशिश करूंगा।
7. आपका पसंदीदा नेता कौन है? कांग्रेस में आप किसे बेहतर नेता मानते हैं?
इस बात में कोई संदेह नहीं है कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे पसंदीदा नेता हैं। वे दुनिया के अब तक के सबसे अच्छे देश प्रमुखों में से एक हैं। उनके नेतृत्व में भारत विकास कर रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। अगर कांग्रेस की बात करें तो आज के दौर में उस दल में अच्छा नेता नहीं है। मुझे लगता है कि पीवी नरसिम्हाराव आखिरी भरोसेमंद नेता थे।
8. राजनीति में आने को लेकर आपके परिवार की क्या प्रतिक्रिया रही?
मैं राजनीति में कदम रख रहा हूं। पत्नी ने मेरा सपोर्ट किया है, लेकिन बच्चे इस फैसले से खुश नहीं हैं। मेरी उम्र देखकर शायद वे ऐसा सोच रहे हैं।
9. नए कृषि कानूनों को लेकर आपकी क्या राय है?
ये तीनों कानून देश के लिए जरूरी हैं। इससे किसानों को फायदा होगा। लेकिन, दुर्भाग्य है कि वे इसे समझ नहीं पा रहे हैं या फिर समझना नहीं चाहते हैं।
10. केंद्र सरकार रेलवे के निजीकरण की बात कर रही है। आप इसे लेकर क्या सोचते हैं?
रेलवे का निजीकरण ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि ऐसा करना सीरियस मिस्टेक होगी।
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