करिअर फंडाये हैं इंजीनियरिंग की ट्रेंडिंग 5 ब्रांच:नैनोटेक्नोलॉजी मेडिकल साइंस बदल रही, एयरोस्पेस से ग्रह खोजे जा रहे

7 महीने पहले
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‘साइंस इस अबाउट नोइंग, इंजीनियरिंग इस अबाउट डूइंग’ अर्थात ‘विज्ञान जानने के बारे में है और इंजीनियरिंग करने के बारे में’

- मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

करिअर फंडा में स्वागत!

क्या कहा विश्वेश्वरैया ने

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को भारत में सबसे प्रमुख सिविल इंजीनियरों में से एक माना जाता है, तथा उनका जन्मदिन 15 सितंबर भारत में इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया जाता है।

विश्वेश्वरैया के ऊपर दिए कथन का अर्थ यह है इंजीनियरिंग, साइंस के कॉन्सेप्ट्स को धरातल पर उतारने के लिए मशीनों, भवनों, पुलों, बांधों आदि के आविष्कार और निर्माण की गतिविधि है। हालांकि, अब समय के साथ इसमें भी नई फील्ड्स उभर आईं हैं।

भारतीय पेरेंट्स का सपना

भारत में अनेकों पेरेंट्स का पहला सपना अपने बच्चे को या तो इंजीनियर या डॉक्टर बनते देखने का होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि जॉब सिक्योरिटी तथा एक अच्छी लाइफ की गारंटी है।

लेकिन पिछले सालों में इंजीनियरिंग शिक्षा में डीग्रेडेशन और इंजीनियर्स के एक बड़े तबके के जॉब के लायक नहीं होने की खबरें भी आई हैं। तो हमें वो फील्ड्स देखनी होंगीं जहां अब आगे सनराइज सेक्टर्स हैं।

क्या आप नहीं चाहेंगे सनराइज फील्ड्स की जानकारी?

इंजीनियरिंग: 5 हॉट न्यू ब्रांच

आज मैं आपसे शेयर करूंगा बदलते वक्त के अनुसार इंजीनियरिंग की हॉट ब्रांचेज की जानकारी

1) नैनोटेक्नोलाजी: पदार्थ को जब नैनो स्केल पर परिवर्तित और मैनीप्युलेट करते हैं, तो उसकी प्रॉपर्टी पूरी तरह बदल जाती है। रिचर्ड फेनमैन द्वारा संरचित इस फील्ड में आज क्रांति आ चुकी है।

A. माइक्रोफाइबर वाइपर्स, डस्टर मार्केट में आ चुके हैं, जिनसे यदि आप गीली सतह, गीले हाथ पोंछते है तो पानी उन पर से आश्चर्यजनक रूप से सूख जाता है! यह चमत्कार नैनो टेक्नोलॉजी के बदौलत है।

B. नैनो टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर क्लोथिंग, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स और मेडिकल साइंस तक सभी कुछ बदल रहा है

C. नैनो तकनीक के सबसे प्रसिद्ध अनुप्रयोगों में से कुछ नैनो मेडिसिन, दवा वितरण के लिए नैनोकण, नैनो इलेक्ट्रिक, नैनो-कपड़े और कई अन्य हैं।

D. तो आश्चर्य मत कीजिए यदि आप कुछ सालों में ऐसा रेनकोट देख पाते हैं जिस पर पानी ठहरता ही नहीं है या आपके किसी परिचित की सर्जरी नैनोरोबट्स द्वारा बिना चीरफाड़ हो जाए!

E. वर्तमान में, पढ़ाई पूरी करने के बाद 'रिसर्च क्षेत्र' में कार्य उपलब्ध हैं एवं अब इस क्षेत्र में स्टार्टअप आना शुरू हो रहे हैं।

F. नैनोटेक्नोलॉजी में इंजीनियरिंग के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स / सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री, कपड़ा उद्योग, ऑटो और एयरोस्पेस उद्योग, बायोइंजीनियरिंग, चिकित्सा क्षेत्र और फार्मास्यूटिकल्स आदि में जॉब्स उपलब्ध हो सकते हैं।

2) रोबोटिक्स: रोबोटिक्स वह इंजीनियरिंग शाखा है जो रोबोट की अवधारणा, डिजाइन, निर्माण, संचालन, अनुप्रयोग और उपयोग से संबंधित है।

A. क्या आप जानते हैं, सोफिया, अमेका, जुंको चिहिरा, जिया जिया आदि नामों में क्या समानता है? जी हां, ये सभी ह्यूमेनॉइड्स (अर्थात मानव के तरह दिखने वाले रोबोट्स) के नाम हैं।

B. रोबोट को एक स्वचालित रूप से संचालित मशीन के रूप में परिभाषित किया जाता है जो स्वतंत्र रूप से क्रियाओं की एक श्रृंखला करता है और आमतौर पर मानव द्वारा पूरा किया गया कार्य करता है।

C. मैन्युफैक्चरिंग, स्पेस एक्सपरेशन और लॉजिस्टिक्स में इनका प्रयोग पहले से ही किया जा रहा है और आने वाले वर्षों में चिकित्सा, घरेलू जीवन, मिलिट्री, एंटरटेनमेंट, यात्रा, न्यूज राइडिंग के क्षेत्र में इनका उपयोग बढ़ने की सम्भावना है।

D. रोबोटिक्स इंजीनियर बनने के बाद आप ऑटोमेशन इंजीनियर/मैनेजर, ऑटोनॉमस व्हीकल डिजाइन इंजीनियर, फैक्ट्री ऑटोमेशन इंजीनियर, रिसर्च इंजीनियर, रोबोटिक सिस्टम इंजीनियर आदि पदों पर कार्य कर सकते हैं।

3) बायोटेक्नोलॉजी: बायोटेक्नोलॉजी, बायोलॉजिकल साइंस में विकसित या उपयोग की जाने वाली टेक्नोलॉजी का इंडस्ट्री में अनुप्रयोग है, यह विशेष रूप से आनुवंशिक इंजीनियरिंग से संबंधित।

A. विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि दुनिया इस क्षेत्र में क्रांति के कगार पर है।

B. बायोटेक्नोलॉजी में टेक्नोलॉजी की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है जो विभिन्न उत्पादों को बनाने के लिए सूक्ष्मजीवों, पौधों और जीवों या उन के कुछ हिस्सों का प्रयोग करती है।

C. उदाहरण के लिए, बायोटेक्नोलॉजी के माध्यम से दवाइयां, पोषण संबंधी कंपाउंड्स , पर्यावरण के अनुकूल रसायन और सामग्री, बायोफ्यूल आदि का उत्पादन किया जा सकता है।

D. कोविड वैक्सीन का फास्ट डेवलपमेंट इसलिए हो पाया क्योंकि सुपर कम्प्यूटर से, वायरस का जीनोम एनालिसिस कर के, प्रोटीन स्ट्रक्चर समझ कर, थ्री डायमेंशनल ड्रग डिजाइन तुरंत हो पाया। यही बायो टेक्नोलॉजी है।

4) एयरोस्पेस एवं स्पेस टेक्नोलॉजी: जिस तेजी से ड्रोन, सैटेलाइट्स और स्पेस इंटरनेट की बात अब हो रही है, वो दर्शाती है इस फील्ड की संभावनाएं। एलन मस्क नाम सुना है न?

A. एयरोस्पेस एवं स्पेस टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को मौसम की भविष्यवाणी से लेकर, कम्युनिकेशन, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) के क्षेत्रों में प्रभावित किया है।

B. भविष्य में यह क्षेत्र हमें नए ग्रहों की खोज, अन्य ग्रहों पर ऑर्गेनिक मटेरियल, और हमारे सौर मंडल में अन्य संसाधनों की पहचान की और ले जाएगी।

5) एनवायरन्मेंटल इंजीनियरिंग: ये इंजीनियरिंग की वह शाखा है जो लोगों को प्रदूषण जैसे प्रतिकूल पर्यावरणीय प्रभावों के प्रभाव से बचाने के साथ-साथ पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार करने से संबंधित है।

A. यह हमें सुरक्षित पेयजल प्राप्त करने, जल प्रदूषण को कम करने और उचित अपशिष्ट निपटान की सुविधा प्रदान करने में मदद करता है।

B. ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज के चलते आगे हमें एन्वायर्नमेंट और अधिक ध्यान देने की जरूरत होगी और इसीलिए इस क्षेत्र का महत्व बढ़ेगा।

C. दो टेक्नोलॉजी बेहद इम्पॉर्टेन्ट हैं: (1) डायरेक्ट कार्बन कैप्चर, और (2) ग्रीन हाइड्रोजन।

भारत में इन फील्ड्स में मौके

1) पांचों क्षेत्रों में ग्रेजुएशन लेवल पर B.Tech / B.Sc तथा पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल पर कोर्स अवेलेबल हैं।

2) दूसरे इंजीनियरिंग कॉलेजेस के अलावा यह कोर्स कई IITs में भी उपलब्ध हैं।

3) एनवायरन्मेंटल इंजीनियरिंग का कोर्स अन्य कॉलेजों के अलावा IIT बॉम्बे में उपलब्ध है।

4) इनमें एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट को कक्षा बारहवीं की परीक्षा साइंस मैथ्स सब्जेक्ट्स के साथ पास करनी होती है। बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग के लिए बायोलॉजी विषय होना आवश्यक है।

इसके अलावा इंजीनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में अन्य उभरते क्षेत्रों के बारे में हम आगे आने वाले लेखों में बात करेंगे।

तो आज का करिअर फंडा है कि दुनिया में जैसे-जैसे नई चुनौतियां आ रही हैं, वैसे-वैसे इंजीनियरिंग इवॉल्व होती जा रही है, और स्टूडेंट्स को नए मौके सर्च करने चाहिए।

कर के दिखाएंगे!

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