‘A word after a word after a word is power.’
- मार्गरेट एटवुड
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UPSC (मेन्स) परीक्षा, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में नियुक्ति के लिए कैंडिडेट सलेक्शन प्रोसेस का महत्वपूर्ण पार्ट है। मुख्य परीक्षा में सभी उत्तर लिख कर देने होते हैं। लिखना एक कला है और किसी भी कला को इच्छा, प्रयास, नियमित अभ्यास और कुछ मार्गदर्शन के साथ पर्याप्त समय देने पर ही सीखा जा सकता है।
बेस्ट आंसर राइटिंग के 8 पावरफुल टिप्स
1) प्रश्न को ठीक से समझना: लिखना शुरू करने से पहले प्रश्न को अच्छी तरह से दो बार पढ़ें और समझें। आंसर में परीक्षक आपसे क्या अपेक्षा कर रहा है, इसको जानना सबसे बेसिक लेकिन इम्पॉर्टेन्ट स्किल है। प्रमुख शब्दों को समझें – डिस्कस (चर्चा), एनेलाइज (विश्लेषण), एक्सप्लेन (व्याख्या), कमेंट (टिप्पणी), क्रिटिकली एनालाइज (समालोचनात्मक विश्लेषण) आदि। चर्चा का अर्थ है किसी विषय पर विभिन्न दृष्टिकोणों को प्रस्तुत करना और उनकी तुलना करना। एनालाइज (विश्लेषण) का अर्थ है किसी विषय या पाठ को उसके भागों में तोड़ना और उनमें से प्रत्येक का परीक्षण करना। एक्सप्लेन (व्याख्या) का अर्थ है किसी विषय की और व्याख्या या परिभाषा प्रदान करना। कमेंट (टिप्पणी) का अर्थ है किसी विषय पर अपनी संतुलित राय व्यक्त करना। लेसन: थिंक बिफोर यू राइट
2) आंसर की सही आऊटलाइन बनाना: कुछ भी लिखने से पहले उत्तर की एक बेसिक मानसिक आउटलाइन विकसित करें। यदि आवश्यक हो, तो जो कुछ भी आपको याद आता जा रहा हो, उसे पेंसिल से लिख लें। इससे आप डॉट्स को कनेक्ट कर पाएंगे। लिखे हुए कंटेंट की क्वालिटी ही सब कुछ है। उत्तर की आउटलाइन बनाते वक्त समय का भी ध्यान रखें। मतलब मान लीजिए कि आप एक उत्तर जिसमें चार पॉइंट लिखना है, लेकिन केवल दो पॉइंट याद कर पा रहे हैं। बाकी दो पॉइंट पर बहुत अधिक समय खर्च किए बिना जितना पता है उसे लिखना शुरू करें। आउटलाइन बनाते वक्त यह भी ध्यान रखें कि आपको केवल जो पूछा गया है उसका उत्तर देना है और बेवजह की कल्पना, दार्शनिकता नहीं दिखानी है।
लेसन: विजुअलाइज द आंसर इन माइंड
3) आंसर स्ट्रक्चर (संरचना): आंसर स्ट्रक्चर के तीन भाग होते हैं – (i) परिचय (इंट्रोडक्शन), (ii) मुख्य भाग (बॉडी) और (iii) निष्कर्ष (कन्क्लूज़न)। परिचय, विषय को इंट्रोड्यूस करने और बॉडी को स्पष्ट करने में सक्षम होना चाहिए। इसकी आदर्श लम्बाई पूरे उत्तर का 10-15% होना चाहिए। उत्तर की बॉडी में विस्तृत उत्तर होना चाहिए। इसे जरूरत के अनुसार पैराग्राफ या पॉइंट्स में (बुलेट के साथ) लिखा जा सकता है। प्रत्येक पैराग्राफ या बुलेट में केवल एक बिंदु होना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बिंदु पहले लिखा जाना चाहिए। निष्कर्ष को एक स्वस्थ पॉजिटिव राय के साथ संतुलित रूप से लिखे। किसी दूसरे पर सवाल खड़ा करता हुआ निष्कर्ष ना लिखें। निष्कर्ष में उत्तर के सभी मुख्य तत्व/बिंदु/तर्क एक साथ आ जाने चाहिए।
लेसन: फॉलो सेट पैटर्न
4) कंटेंट की क्वालिटी: हवा में फालतू बात ना करें, क्रेडिबल जानकारी से भरपूर उदाहरण देकर ही आंसर लिखें। प्रमुख शब्दों और कॉन्सेप्ट्स के बारे में विशिष्ट ज्ञान होना जरूरी है। इन कई विषयों से परिचित होने से आप मुख्य परीक्षा में अधिकांश प्रश्नों का उत्तर आत्मविश्वास से दे पाएंगे।
लेसन: नो नॉनसेंस
5) आंसर का स्टाइल: एक राय-आधारित आंसर पैराग्राफ में (निबंध के रूप में) लिखा जाना चाहिए। तथ्य-आधारित उत्तर पैराग्राफ और बुलेट दोनों में या दोनों के संयोजन में लिखे जा सकते हैं। भूगोल, अंतरराष्ट्रीय संबंध, आंतरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में डायग्राम विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इसके अतिरिक्त, दृष्टांत (छोटी स्टोरी), अतिरिक्त अंतर्दृष्टि या दृष्टिकोण प्रदान करके आपके उत्तर को बेहतर बना सकते हैं। हैंडराइटिंग इस तरह लिखें कि उसे कोई भी सहजता से पढ़ सके।
लेसन: कीप द बर्डन लाइट
6) वर्ड लिमिट (शब्द सीमा) का ध्यान रखना: अपने आप को संक्षिप्त (लिमिटेड) तरीके से व्यक्त करना सबसे इम्पॉर्टेन्ट स्किल्स में से एक है। सीधे मुद्दे पर आना अक्सर अधिक इम्प्रेसिव होता है। यह परीक्षक को आपके आंसर के जिस्ट (सार) को समझने में मदद करता है। साथ ही इससे आप शब्द सीमा के भीतर भी रहते हैं।
लेसन: फॉलो द लिमिट
7) आंसर प्रजेंटेशन (प्रस्तुति): आंसर सटीक, सिंपल और उपयुक्त वोकैब्युलरी (शब्दावली) में लिखा जाना चाहिए। याद रखें लिखा हुआ कंटेंट उच्च स्तर का होना चाहिए, ना कि केवल शब्द भारी-भरकम। अतिवादी (एक्सट्रीम) वाक्यों के प्रयोग से बचें। वास्तविक जीवन के उदाहरण देने का प्रयास करें।
लेसन: आइडिया शुड बी हैवी, नॉट वर्ड्स
8) टाइम मैनेजमेंट: स्पीड का अत्यधिक महत्व है। UPSC परीक्षाओं में, प्रश्न काफी लंबे होते हैं। इस मामले में टाइम मैनेजमेंट तीन नियम हैं – (i) फ्लो में आत्मविश्वास से लिखें, (ii) स्वाभाविक भाषा में लिखें और (iii) एक प्रश्न के साथ न उलझें रहे। अपरिचित प्रश्नों को छोड़ दें। पहले उन प्रश्नों को लिखे जिन पर आपको विश्वास है।
लेसन: कीप एन ऑय द वॉच
तो आज का करिअर फंडा यह है कि 'बेस्ट आंसर राइटिंग इम्पॉसिबल स्किल नहीं है, और इन 8 टिप्स से एक साल में स्किल डेवेलप हो सकती है'।
कर के दिखाएंगे!
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