करिअर फंडामूवी ‘द ग्रेट एस्केप’ से जीवन के 4 सबक:सबसे मुश्किल हालात में भी लड़ने की इच्छा ही सफलता दिलाएगी

4 महीने पहले
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‘टैलेंट से एक गेम जीता जाता है, लेकिन टीमवर्क और इंटेलिजेंस से चैंपियनशिप्स जीती जाती हैं।’

- माइकल जॉर्डन

करिअर फंडा में स्वागत!

सेकंड वर्ल्ड वॉर, और एक प्रेरणास्पद स्टोरी

द्वितीय विश्व युद्ध 1939 से 1945 तक मित्र देशों (अमेरिका, रूस और इंग्लैंड) तथा एक्सिस पावर्स (जर्मनी, जापान और इटली) के मध्य लड़ा गया।

आज हम बात करेंगे एक ऐसी वास्तविक घटना की जिसमें रॉयल एयर फोर्स स्क्वाड्रन लीडर बार्टलेट की लीडरशिप में लगभग 250 युद्धबंदियों ने उस समय के सबसे सुरक्षित जर्मन POW (युद्धबंदियों) शिविर से भागने की योजना बनाई। उनमें से 76 भागने में सफल हो जाते हैं! इस घटना पर जॉन स्टूजेस के निर्देशन में बनी मूवी 'द ग्रेट एस्केप' 1963 में रिलीज हुई थी।

आप क्या करेंगे

मान लीजिए मैं आपसे कहूं कि एक बेहद ताकतवर शत्रु ने आपको कैद कर लिया है, और भागने की कोशिश में मौत हो सकती है। तो क्या आप हार मान लेंगे, या लड़ना जारी रखेंगे? यदि आप इस मूवी को देख लें, तो जीवन में एक नया एंगल मिलेगा। मैंने इसे पांच बार देखा है, और हर बार अपने को जोश से सराबोर पाया।

'द ग्रेट एस्केप' मूवी से हमारे जीवन के 4 बड़े सबक

‘द ग्रेट एस्केप’ उस दौर की सबसे हिट फिल्मों में से एक है। महज 38 लाख डॉलर के बजट पर बनी फिल्म ने 1.17 करोड़ डॉलर की कमाई की थी।
‘द ग्रेट एस्केप’ उस दौर की सबसे हिट फिल्मों में से एक है। महज 38 लाख डॉलर के बजट पर बनी फिल्म ने 1.17 करोड़ डॉलर की कमाई की थी।

1) अथक प्रयास, निराशा भरे माहौल में भी आशा को देखना: फिल्म की शुरुआत से ही सभी कैरेक्टर्स का एट्टीट्यूड इम्प्रेसिव है।

A. उनके मोराल को देखकर ऐसा लगता नहीं है कि उनके साथ कुछ गलत हुआ है या वे युद्ध बंदियों के रूप में पकड़े गए हैं।

B. फिल्म की शुरुआत में एक या दो बंदी अलग-अलग जगहों से अपने स्तर पर भागने का प्रयास करते हैं, जिसमें कैप्टन वर्जिल हिल्ट्स का वह प्रयास भी शामिल था जिसमें वह एक ऐसा स्थान पाते हैं जिसके बारे में वे ऐसा सोचते हैं की जर्मन वाचिंग टावर्स की नजर से बचा जा सकता है।

C. हालांकि व्यक्तिगत प्रयास असफल रहते हैं, लेकिन सभी बंदियों की डिक्शनरी में 'हार' की जगह 'सीख' शब्द था।

D. जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है सभी कैदियों के मिले-जुले और नियोजित प्रयास बढ़ने लगते हैं।

2) शत्रु की गतिविधि पर नजर और शत्रु की गलतियों का अपने पक्ष में लाभ उठाना

फिल्म को मुश्किल हालात में भी मित्र देशों के फौजियों के उत्साह का प्रतीक माना जाता है।
फिल्म को मुश्किल हालात में भी मित्र देशों के फौजियों के उत्साह का प्रतीक माना जाता है।

जर्मन कमांडेंट युद्ध बंदियों में एक सीनियर अधिकारी कैप्टन रामसे को एक मीटिंग में यह बताते हैं कि जेल से भागना असंभव है और यह सभी युद्धबंदियों के हित में हैं कि वे अनुशासन में रहें।

A. स्क्वाड्रन लीडर रोजर बार्टलेट यह महसूस करते हैं कि सभी परेशान करने वाले कैदियों को एक ही जगह पर रखकर जर्मन्स ने जेल को तोड़ सकने वाले लोगों की सबसे बेहतरीन टीम को एक स्थान पर ला दिया है।

B. इस प्रकार एक नकारात्मक सिचुएशन को मूल रूप से सकारात्मक आंखों से देखना ये बड़ी बात है।

3) टीमवर्क और योजना: बार्टलेट यह अहसास होने के बाद कि जेल से भागने का प्लान बनाने की सबसे अनुभवी टीम एक जगह इकठ्ठा हो गई है, सभी को काम पर लगाता है।

A. कुछ, जैसे लेफ्टिनेंट ‘टनल किंग’ डैनी वेलिंस्की (चार्ल्स ब्रोंसन) खुदाई शुरू करते हैं, जबकि लेफ्टिनेंट बॉब ‘स्क्रॉउंजर’ हेंडली (जेम्स गार्नर) 250 कैदियों तक के दुस्साहसिक पलायन के लिए आवश्यक सामग्री इकट्ठा करना शुरू करते हैं।

B. लेफ्टिनेंट कॉलिन बेलीथ (डोनाल्ड प्लीजेंस) नकली ID पर काम करता है, जबकि ऑस्ट्रेलियाई सेडगविक (जेम्स कोबर्न) शिविर के चारों ओर स्क्रैप से अद्भुत उपकरण बनाता है।

C. लेफ्टिनेंट एरिक एशले-पिट (डेविड मैक्कलम) ने सुरंगों से निकलने वाली सभी गंदगी से छुटकारा पाने का एक तरीका निकाला।

D. अन्य पुरुषों को वर्दी बनाने, नकली ID बनाने और जर्मन गार्ड और उनकी आदतों को जानने के लिए नियुक्त किया जाता है।

4) किसी भी नए आइडिया को कर के टेस्ट करना

फिल्म में वर्जिल हिल्ट्स का किरदार स्टीव मैक्वीन ने निभाया था, जो उस जमाने में अपने मोटरसाइकिल स्टंट्स के लिए मशहूर थे।
फिल्म में वर्जिल हिल्ट्स का किरदार स्टीव मैक्वीन ने निभाया था, जो उस जमाने में अपने मोटरसाइकिल स्टंट्स के लिए मशहूर थे।

अनुशासन तोड़ने के एक मामले में 'हिल्ट्स' और 'आइव्स' को कुछ हफ्तों के लिए अकेले कमरे में बंद करने की सजा दी जाती है वहां से छूटने के बाद वे दूसरों से मिलते हैं।

A. 'हिल्ट्स' के पास सुरंग खोदने की अपनी योजना है, एक विचार जो इतना आसान है कि यह काम कर सकता है, और वह उस रात इसे आजमाने का इरादा रखता है।

B. उसे शुभकामनाएं देते हुए, मुख्य टीम को पता चलता है कि हिल्ट्स सफल नहीं हो सकता है, लेकिन वह कम से कम जर्मनों को अन्य प्रयासों से विचलित कर देगा।

C. उस रात बाड़ के नीचे हिल्ट्स और आइव्स सुरंग खोदना शुरू करते हैं, लेकिन वे पकड़े जाते हैं और अगली सुबह वे फिर से एकांत जेल में भेज दिए जाते हैं।

D. बार्टलेट ने 300 फीट से अधिक लंबी तीन सुरंगों को खोदने की योजना बनाई, ताकि अगर कोई खोजी जाए तो उपयोग करने के लिए अन्य सुरंगें होंगी।

E. इस प्रकार इस घटना से प्रोजेक्ट फेलियर का ट्रैक रिकॉर्ड होते हुए भी प्रोजेक्ट को करना (जेल से भागने की कई कोशिशें पहले नाकाम हो चुकी थीं) तथा टाइम मैनेजमेंट आदि के सबक भी लिए जा सकते हैं।

फिल्म अत्यधिक मोटिवेशनल है, आप इसे अवश्य देखें, और मोटिवेशन की अपनी खुराक प्राप्त करें!

आज का करिअर फंडा यह है कि जीवन और मौत के हालातों में भी पॉजिटिव एट्टीट्यूड, टीम वर्क, प्लानिंग, टाइम मैनेजमेंट से किसी भी प्रोजेक्ट में सफलता की सम्भावना बढ़ाई जा सकती है।

कर के दिखाएंगे !

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