पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
एजुकेशन डेस्क. उत्तर प्रदेश बोर्ड में इस साल इंटरमीडिएट की परीक्षा दे रहे छात्र- छात्राओं को बोर्ड एक बार फिर मौका देने जा रहा है। इसके तहत इंटरमीडिएट के वह स्टूडेंट्स जो किसी वजह से प्रायोगिक परीक्षा नहीं दे पाएं थे, उन्हें एक और मौका दिया जाएगा। इन स्टूडेंट्स को 31 जनवरी तक समय दिया गया है। इस दौरान यह अपने कॉलेज से संर्पक कर आखिरी तारीख तक परीक्षा पूरी कर सकते है। इसके बाद उन्हें स्कूल जिला निरीक्षक को इस बारे में जानकारी भी देनी होगी।
लापरवाही होने पर प्राचार्य की होगी जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश के कुछ कॉलेजों में कई कारणों से प्रायोगिक परीक्षा तय समय पर आयोजित नहीं हो पाई थी। वहीं कुछ कॉलेज ऐसे भी थे, जहां परीक्षा तो हुई लेकिन इसमें कुछ स्टूडेंट्स शामिल नहीं हो पाएं। ऐसे में अब विभाग ने इन स्टूडेंट्स को दूसरा मौका दिया है। अगर इस बार वह चूक जाते है तो इसके बाद कोई और मौका नहीं मिलेगा। इसके लिए विद्यार्थी अपने कॉलेज में संपर्क करेंगे और फिर वहां के प्राचार्य डीआईओएस कार्यालय में। इस प्रक्रिया में किसी तरह की लापरवाही होने पर उसकी जिम्मेदारी प्राचार्य की होगी।
मॉनिटरिंग सेल से होगी निगरानी
इस बार उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 फरवरी से आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं को राज्य स्तर पर स्थापित मॉनिटरिंग सेल की मदद से लाइव देखा जाएगा। सभी परीक्षा केंद्रों को इससे जोड़ा जा रहा है। साथ ही यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर नकेल कसने के लिए चालू सत्र में परीक्षा केंद्रों की संख्या कम रखी गई है।
पॉजिटिव- आज कई प्रकार की गतिविधियां में व्यस्तता रहेगी। साथ ही सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। आप किसी विशेष प्रयोजन को हासिल करने में समर्थ रहेंगे। तथा लोग आपकी योग्यता के कायल हो जाएंगे। कोई रुकी हुई पेमेंट...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.