बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर की मां मोना सूरी की आज बर्थ एनिवर्सरी है। इस मौके पर अर्जुन ने उन्हें याद करके एक इमोशनल पोस्ट लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी एक कविता शेयर की है, जो उन्होंने अक्टूबर 1997 में अपनी मां के लिए लिखी थी। इस पोस्ट में पुराने लेटर की फोटो के साथ अर्जुन और उनकी मां की भी फोटोज हैं।
आपकी स्माइल के बिना खाली महसूस करता हूं
अर्जुन कपूर इस फोटो को शेयर कर लिखा, 'अब फोटोज खत्म हो रही हैं मां। मेरे पास शब्द भी खत्म हो गए हैं इसलिए बस फिर से कुछ ऐसा लिख रहा हूं, जो मेरे अंदर के बच्चे को समेटे हुए है। हो सकता है कि मेरी एनर्जी और ताकत भी खत्म हो गई हो, लेकिन आज आपका जन्मदिन है और यह मेरे लिए साल का सबसे अच्छा दिन है।
मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं कभी भी हार नहीं मानूंगा, मैं आपसे वादा करता हूं कि मैं खुद में नई एनर्जी और ताकत खोजूंगा। मैं वादा करता हूं कि आप जहां भी हो, मैं आपको प्राउड फील कराऊंगा। लव यू..आपकी स्माइल के बिना खाली महसूस करता हूं। मेरी दुनिया को जन्मदिन मुबारक।'
अर्जुन की मां के लिए लिखी गई कविता
मां, मां क्या होती है? कुछ लोग कहते हैं कि वो भगवान का दूसरा रूप होती है मैं कहता हूं कि वो दोस्त, भाई और कभी-कभी पिता होती है मेरी मां सोने से भी ज्यादा कीमती है फूल की पंखुड़ी से भी मुलायम है एक बच्चे के मुकाबले ज्यादा एनर्जेटिक है खुद से ज्यादा प्यारी है ओह! मां कभी भी परेशान मत होना क्योंकि आपके आंसू पानी की ताजा बूंदों की तरह हैं लेकिन आपकी मुस्कान करोड़ों की है
फैंस ने की अर्जुन से स्ट्रांग रहने की अपील
अर्जुन के इस इमोशनल पोस्ट को पढ़ने के बाद फैंस से लेकर सेलेब्स तक इमोशनल हो गए हैं और उनसे स्ट्रांग रहने की अपील कर रहे हैं। जहां एक यूजर ने लिखा, 'अर्जुन आपकी मां हमेशा आपके साथ ही हैं।' वहीं दूसरे ने लिखा, 'वो स्वर्ग से आपको देखकर बहुत खुश हो रही होंगी।'
2012 में हुआ था मोना का निधन
मोना सूरी, अर्जुन के पिता और इंडस्ट्री के जाने माने प्रोड्यूसर बोनी कपूर की पहली पत्नी थीं। मोना को कैंसर था। हालांकि उनकी मौत 2012 में ऑर्गन फेलियर की वजह से हुई थी। जब मोना की डेथ हुई थी, उस वक्त अर्जुन की डेब्यू फिल्म 'इशकजादे' रिलीज होने वाली थी, लेकिन अर्जुन का डेब्यू देखने से पहले ही वो इस दुनिया से चल बसीं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.