श्वेता त्रिपाठी शर्मा ने 'काली काली आंखें' की शूटिंग कंप्लीट कर ली, जबकि 'स्किप लाइव' की शूटिंग कोरोना की दूसरी लहर के चलते टाल दी गई है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, श्वेता ने बताया कि इन दिनों वे अपनी स्किल की तैयारी में लगी हुई हैं। श्वेता ने यह भी बताया कि वे कोरोना से संक्रमित हो गईं थीं, फिर 4-5 दिन बाद जब वो ठीक होने लगीं तो उनके पति पॉजिटिव हो गए थे।
Q-कोरोना काल में क्या कुछ खास कर रही हैं?
A-शूटिंग के समय कैरेक्टर पर काम करते हैं, इसलिए कुछ सीखने का वक्त नहीं मिलता है। मैं इस समय अपने ऊपर काम कर रही हूं। इन दिनों मैं सोने से पहले और सुबह उठने के बाद मेडिटेशन करती हूं। हुला हूप के लिए मैं सामान खरीदकर लाई हूं और उसे सीखने के लिए क्लासेस लेने वाली हूं। स्क्रिप्ट और बुक्स पढ़ रही हूं। साथ ही कुछ लिख भी रही हूं। यह सब मैं अपने ग्रोथ के लिए कर रही हूं।
Q-कोरोना से रिकवर होने के बाद, दो शोज की शूटिंग कैसे मैनेज की?
A-जी हां, एक एड् शूट करके घर लौटी, तब लगा कि कुछ तो गड़बड़ है। तापमान चेक किया तो थर्मामीटर में नहीं आया। अगले दिन 'यह काली काली आंखें' के लिए मध्यप्रदेश जाना था, इसलिए मैंने सबसे पहले डायरेक्टर सिद्धार्थ सेनगुप्ता को कॉल किया। मना करते हुए बुरा तो बहुत लगा, पर मुझे कोरोना के सारे लक्षण दिखाई दे रहे थे, इसलिए खुद को आइसोलेट कर लिया और डॉक्टर से परामर्श लेने लगी। जब मैं चार-पांच दिन बाद नॉर्मल होने लगी तब मेरे हस्बैंड कोरोना पॉजिटिव हो गए। खैर, उनके ठीक होने के बाद मैं भोपाल शूटिंग के लिए चली गई और वहां पर हेल्दी लाइफ स्टाइल मेंटेन करने लगी।
Q-कोरोनाकाल में एक साथ दो वेब सीरीज की शूटिंग करने की चुनौती कैसी रही?
A-अनफॉर्चूनेटली 'स्किप लाइव' की बनारस में शूटिंग शुरू हुए दो दिन ही हुआ था कि डायरेक्टर और प्रोड्यूसर सिद्धार्थ कुमार तिवारी ने कहा कि लोगों की जान ज्यादा इंपोर्टेंट है, इसलिए लॉकडाउन के बाद शो की शूटिंग करेंगे। फिर हम मुंबई लौट आए। हां, भोपाल में 'यह काली काली आंखें' की शूटिंग कंप्लीट हो गई है। कुछ चार-पांच दिन की शूटिंग और बाकी थी, उसे हमने मनाली जाकर प्रोटोकॉल फॉलो करके शूट कर लिया है। मुझे बतौर कलाकार काम करके खुशी मिलती है। मेरे लिए एक प्रोजेक्ट की शूटिंग खत्म करना जरूरी है, इसलिए मैंने चुनौतियों को दरकिनार करते हुए शूटिंग कंप्लीट की।
Q-परमीशन मिलते ही आप किन शोज की शूटिंग शुरू करेंगी?
A-एक तो 'स्किप लाइव' है, जिसकी शूटिंग टल गई थी। दूसरा 'गॉन गेम- 2' की शूटिंग करनी है। 'गॉन गेम' को पिछली बार हमने अपने घरों से शूट किया था, लेकिन यह इस बार प्रॉपर सेट पर शूट होगा। इसमें से जिसकी शूटिंग डेट पहले आएगी, मैं उसकी तैयारी शुरू कर दूंगी।
Q-'यह काली काली आंखें' और 'स्किप लाइव' में आपके किस तरह के किरदार हैं?
A-'यह काली काली आंखें' में, मैं शिखा अग्रवाल का किरदार निभा रही हूं। इसे सिद्धार्थ कुमार तिवारी प्रोड्यूस और डायरेक्ट कर रहे हैं। इसमें रोमांस सबसे इंपोर्टेंट पार्ट है और इसका जोनर ड्रामा, थ्रिलर है। यह मुझे मेरे करियर की सबसे इंटरेस्टिंग स्क्रिप्ट लगी। पढ़ने पर इतनी रोचक लगी कि मैंने काम करने के लिए तुरंत हां बोल दिया। दूसरा शो 'स्किप लाइव' एक ऐप के बारे में है। इसमें सब नंबर वन पर पहुंचना चाहते हैं। इसमें एक्ट करने के लिए बहुत कुछ है। इसमें मेरा कैरेक्टर सुनैना का है जो कि एक पार्लर ओनर है, इसलिए किरदार को जीवंत करने के लिए मैंने पार्लर के लोगों के साथ काफी वर्कशॉप की। इसके लिए थ्रेडिंग, वैक्सिंग, अपर लिप मेकअप आदि सीखा क्योंकि इसमें मेरा एक सैलून है, तो यह सब मुझे आना ही चाहिए।
Q-मिर्जापुर-3 के लिए क्या कुछ खास सीख रही हैं?
A-अभी तो पता नहीं कि सीजन-3 की क्या कहानी होने वाली है, इसलिए अभी मैं सिर्फ फिटनेस पर फोकस कर रही हूं। अब गोलू गन उठाती है। आपकी पॉवर गन से नहीं आती है, वह दिमाग से आती है। मैं चाहती हूं कि जब वह गन उठाए, तब ऐसा नहीं लगना चाहिए कि अरे! लड़का तो ऐसे उठाता है, लड़की ऐसे नहीं उठाती। मैं चाहती हूं कि स्क्रीन पर दिखूं, तो ऐसा लगना चाहिए कि लड़की के दिमाग में जो आए, वह जो ठान लेती है, उसे करके दिखा सकती है। सीजन-1 से सीजन-2 में गोलू अलग दिखाई गई है और अब मैं चाहती हूं कि सीजन-3 में गोलू के रोल में अलग दिखाई दूं। इसे इंप्रूव करना बहुत जरूरी है। अगर सीजन-2 में अच्छा किया, तो 3 में और अच्छा करना होगा।
Q-शादी के बाद फैमिली प्लानिंग के बारे में लोग पूछने लगते हैं। क्या जवाब होता है आपका?
A-मुझसे यह सवाल कोई नहीं पूछता है, क्योंकि मुझे लगता है कि यह पर्सनल चीज है। लोगों को अब यह सवाल पूछना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि किसी को क्या फर्क पड़ता है कि किसी को एक बच्चा या दो बच्चा हो रहा है, हो रहा है कि नहीं हो रहा है। मुझे लगता है कि सवाल यह पूछना चाहिए कि दुनिया को बचाने के लिए क्या कर रहे हो, क्योंकि अभी ग्लोबल वार्मिंग चल रही है। हमें सेंसिटिव होना बहुत जरूरी है। अभी अगर कोई फैमिली प्लान कर रहा है, तो मैं रिक्वेस्ट करूंगी कि प्लीज सोच-समझकर कीजिए। हम क्या छोड़कर जा रहे हैं? सेल्फिश न बनें। कोई अगर फैमिली प्लानिंग कर रहा है, तो दुनिया की भी प्लानिंग करनी चाहिए। अभी हम ऑक्सीजन के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, कुछ सालों बाद पानी के लिए भी लड़ाई करने वाले हैं। मुझे लगता है कि लड़िकयों से ही फैमिली प्लानिंग के बारे में क्यों पूछा जाता है, आखिर लड़कों से क्यों नहीं पूछा जाता। खैर, इस समय अपनी सोसायटी और दुनिया को बेहतर बनाने की हमें सख्त जरूरत है। आज कोरोना है, कल को कुछ और आएगा, इस लिए हमें मेंटली और फिजिकली स्ट्रांग रहना बहुत जरूरी है। अगर अभी अपना ख्याल रखा, तो ही किसी और का भी खयाल रख पाएंगे।
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