शहीर शेख की बिल्डिंग में लगी आग:शहीर ने फायर फाइटर बनकर बचाई पत्नी रुचिका और 16 महीने की बेटी की जान

2 महीने पहले
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टीवी के पॉपुलर एक्टर शहीर शेख की बिल्डिंग में 25 जनवरी 2023 की रात को भयंकर आग लग गई थी। इस आग में शहीर की पत्नी रुचिका, उनकी 16 महीने की बेटी और उनके बीमार पिता (जो व्हीलचेयर पर हैं) फंस गए थे। हालांकि, अब वो सब ठीक हैं। इस पूरी घटना की जानकारी शहीर शेख की पत्नी रुचिका कपूर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दी है।

1:30 बजे रात में लगी थी आग

रुचिका ने लिखा, 'रात को 1:30 बजे कॉल आया कि हमारी बिल्डिंग में आग लग गई है। जब हमने बाहर का दरवाजा खोला तो वहां बहुत ज्यादा धुआं था और इस वजह से कुछ दिख भी नहीं रहा था। हमारा वहां से निकल पाना असंभव था। हमारे पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं था। ये सब देखकर मैं बुरी तरह डर गई थी। फिर मैंने शहीर को फोन करके बताया कि यहां ये सब हो रहा है, लेकिन मैंने इस बात का भी ध्यान रखा कि मैं उन्हें पैनिक न करूं। मैं नहीं चाहती थी कि वो डर जाएं।'

15वीं फ्लोर से उतरकर नीचे जाना भी मुश्किल था

रुचिका ने आगे लिखा, 'मेरे पापा बीमार रहते हैं और इस वजह से व्हीलचेयर पर हैं। मेरी बेटी 16 महीने की है। मुझे पता था कि वहां से निकलना नामुमकिन था, फिर भी मैं लोगों की आवाजें सुन रही थी कि जल्दी बाहर निकलो। 15वीं फ्लोर से उतरकर नीचे जाना भी मुश्किल था। हमने सारे तौलिए गीले किए और उन्हें घर के दरवाजों के नीचे लगा दिया ताकि धुआं घर के अंदर न आ सके।'

शहीर ने फायर इंजन के लिए जगह बनाई

रुचिका नोट में लिखती हैं, 'लेकिन धुआं तेजी से कमरों में भर रहा था। तभी एक फायर फाइटर आया और उसने हमें बताया कि हम नैपकिन गीले करके नाक पर लगा लें ताकि बेहोश न हों। उसने हमें बताया कि वो लोग आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं। थोड़ी देर की बात है और तब तक उन्हें सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। वहीं नीचे शहीर बाकी लड़कों के साथ मिलकर गाड़ियों को धक्का मारकर दूसरी जगह ले जा रहे थे ताकि फायर इंजन के लिए जगह बनाई जा सके।'

शहीर ने खुद की थी आग बुझाने की कोशिश

रुचिका नोट में आगे लिखती हैं, 'मुझे पड़ोसियों ने फोन करके बताया कि शहीर ने खुद ही फायर एक्सटिंग्विशर लेकर ऊपर आकर आग बुझाने की कोशिश की थी। बाद में फायर एक्सटिंग्विशर वाले आए। फाइनली 3.30 बजे शहीर, मेरे जीजा जी और 4 फायर फाइटर्स हमारे पास आए। पहले हमने मां और बेटी अनाया को निकाला। फिर शहीर और जीजा जी मेरे पापा को व्हीलचेयर पर 15 फ्लोर उतरकर नीचे ले गए। तब तक सुबह के 5 बज चुके थे।'

रुचिका ने किया फायर फाइटर्स का धन्यवाद

रुचिका ने आखिरी में सबको धन्यवाद कहते हुए लिखा, 'मैं उन सभी फायर फाइटर्स की शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने हमें बचाया। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने और अनाया ने ये वीकेंड मम्मी-पापा के साथ बिताने का मन बनाया था। क्योंकि यह सोचकर मैं कांप जाती हूं कि हम नहीं होते तो क्या होता? शहीर ने हमारे लिए जो किया, वो ऐसा लगता है जैसे किसी फिल्म का सीन हो। लेकिन फिर मुझे लगता है कि फिल्में तो इंसानों से प्रेरित हो कर ही बनाई जाती हैं।'

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