'बॉलीवुड के मुकाबले साउथ इंडस्ट्री ज्यादा मौके देती है':काजल अग्रवाल बोलीं- मुझे हिंदी फिल्मों की बजाय साउथ इंडस्ट्री में काम करना ज्यादा पसंद है

2 महीने पहले
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हाल ही में एक मीडिया समिट में एक्ट्रेस काजल अग्रवाल ने बताया कि वो बॉलीवुड फिल्मों की बजाय साउथ इंडस्ट्री में क्यों काम करना पसंद करती हैं। काजल अग्रवाल ‘सिंघम’, ‘स्पेशल 26’, ‘मगधीरा’, ‘थुप्पाकी’ और ‘मेर्सल’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

ज्यादा फ्रेंडली है साउथ इंडस्ट्री- काजल
काजल ने बताया कि उन्हें साउथ इंडस्ट्री में काम करना इसलिए पसंद है क्योंकि बॉलीवुड की तुलना में ये इंडस्ट्री काफी फ्रेंडली और एक्सेप्टिंग है। उन्होंने कहा कि यहां आपको कई तरीके की फिल्में और रोल मिलते हैं, साथ ही यहां वर्क एथिक की बहुत अहमियत है, फिर चाहे आप कितने भी बड़े स्टार हों।

काजल ने न्यूज 18 समिट के दौरान कहा- ज्यादातर आर्टिस्ट्स हिंदी फिल्मों में काम करना चाहते हैं क्योंकि हिंदी भाषा को ज्यादातर लोग अच्छी तरह से जानते-समझते हैं। लेकिन, मेरा मानना है कि साउथ की इंडस्ट्री ज्यादा फ्रेंडली और एक्सेप्टिंग है।

हिंदी इंडस्ट्री में वर्क एथिक की कमी है- काजल
इसके साथ ही साउथ की चारों भाषाओं के डायरेक्टर्स और तकनीशियन शानदार कंटेंट क्रिएट कर रहे हैं। फिर चाहे वो तेलुगु, तमिल, कन्नड़ या मलयालम भाषा हो, साउथ इंडस्ट्री में काफी अच्छा काम किया जा रहा है। मुझे लगता है कि हिंदी इंडस्ट्री में इस चीज की कमी है।

साउथ फिल्मों में काम करने के लिए डिसिप्लिन चाहिए
काजल ने आगे कहा- हालांकि मेरे लिए बॉलीवुड इंडस्ट्री भी काफी फ्रेंडली रही है, लेकिन मुझे वो वर्क एथिक्स और वैल्यू पसंद हैं जो साउथ इंडस्ट्री में मिलते हैं। साउथ फिल्मों में काम करने के लिए आपको काफी डिसिप्लिन चाहिए।

बातचीत के दौरान काजल ने ये भी कहा कि वो चेन्नई और हैदराबाद को अपना घर मानती हैं। काजल अग्रवाल ने मुंबई से पढ़ाई की है।

काजल अग्रवाल की अपकमिंग फिल्में
आखिरी बार काजल फिल्म ‘घोस्टी’ में नजर आई थीं। फिलहाल, काजल ‘इंडियन 2’ पर काम कर रही हैं। ये कमल हसन के सतह उनकी पहली फिल्म होगी। काजल अनिल रविमुड़ी की फिल्म नंदामपुरी बालकृष्ण के साथ ‘एनबीके 108’ और बॉलीवुड फिल्म ‘उमा’ में नजर आएंगी।