मां काली पर विवादित बयान देने वाली TMC सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर दिल्ली से कोलकाता तक हंगामा मचा हुआ है। तृणमूल कांग्रेस ने भी उनके बयान से पल्ला झाड़ते हुए विवादित पोस्टर की निंदा की है।
इधर, भोपाल में महुआ के खिलाफ पहली FIR दर्ज की गई है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा- महुआ के बयान को गंभीरता से न लें। धर्म को बहस का मुद्दा बनाना ठीक नहीं है।
महुआ के बयान के खिलाफ कोलकाता में बवाल भी हुआ। यहां भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और ममता बनर्जी से उनकी सांसद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
बंगाल में भाजपा के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तो यहां तक कह दिया कि अगर पैगंबर पर बयान देने को लेकर नूपुर शर्मा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करवाया जा सकता है तो ममता दीदी अपनी सांसद पर कार्रवाई से क्यों डर रही हैं?
इन सबके बीच महुआ मोइत्रा ने तृणमूल को ही अपने ट्विटर अकाउंट पर अनफॉलो कर दिया है। एक ट्वीट भी किया कि वे देवी काली की उपासक हैं। वे पुलिस और गुंडों से डरने वाली नहीं हैं।
सांसद महुआ मोइत्रा के बयान से TMC ने किया किनारा, पढ़िए पार्टी ने क्या कहा...
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पोस्टर विवाद से जुड़े बड़े अपडेट्स...
देखिए डॉक्यूमेंट्री काली का वो पोस्टर, जिस पर विवाद हो रहा है...
पोस्टर विवाद से जुड़े दो बड़े बयान...
1. फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई - पोस्टर रिलीज होने के बाद बढ़ता विवाद देख लीना ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लिखा- मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है। मैं हमेशा उन लोगों के साथ आवाज उठाऊंगी, जो निडर होकर बोलते हैं। अगर इसकी कीमत मेरी जिंदगी है, तो मैं वह भी दे दूंगी।
2. TMC सांसद महुआ मोइत्रा - काली के कई रूप हैं। लोगों की अलग-अलग राय होती है, मुझे इस पोस्टर को लेकर कोई परेशानी नहीं है। कई जगह देवताओं को शराब चढ़ाई जाती है। कुछ स्थानों पर इसे ईशनिंदा माना जाता है।
'काली' के पोस्टर को लेकर विवादों में घिरीं लीना की पूरी कहानी पढ़िए...
खान आगा खान म्यूजिम ने जताया खेद
लीना की डॉक्यूमेंट्री का प्रीमियर टोरंटो के खान आगा खान म्यूजिम किया गया था, जिसके बाद इंडियन हाई कमीशन ने इस तरह के कंटेंट को हटाने की मांग की थी। अब इस पर खान आगा खान म्यूजियम ने बयान जारी करते हुए कहा, म्यूजियम को इस बात का गहरा खेद है कि 'अंडर द टेंट' के तहत 18 लघु वीडियो दिखाई गई थीं। इसमें से एक वीडियो को लेकर विवाद हुआ है और हिंदू समाज की आस्था को ठेस पहुंची है।
शिवसेना का बयान- देवी काली के पोस्टर गलत
शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने काली के पोस्टर का विरोध करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन सिर्फ हिंदू देवी-देवताओं के लिए रिजर्व्ड नहीं की जा सकती है। बाकी सभी धर्मों के देवी-देवताओं और लोगों की संवेदनाओं का ख्याल रखा जाता है। मैं मां काली के पोस्टर से आहत हूं, सम्मान सभी के लिए एक जैसा ही होना चाहिए।
फिल्ममेकर लीना पर अब तक 4 राज्यों में FIR
फिल्ममेकर लीना मणिमेकलाई के खिलाफ अब तक चार राज्यों दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार में FIR दर्ज हो चुकी है। सभी FIR में लीना के खिलाफ डॉक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर से धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाया गया है। अब तक यूपी के लखनऊ, गोंडा और लखीमपुर के साथ मध्यप्रदेश के रतलाम और बिहार के मुजफ्फरपुर में लीना पर केस दर्ज किया गया है।
3 दिन से देवी काली के पोस्टर पर जारी है विवाद
फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री में मां काली के पोस्टर को लेकर 2 जुलाई से विवाद चल रहा है। दरअसल, लीना ने कनाडा के टोरेंटो में इस डॉक्यूमेंट्री का प्रीमियर किया था। जिसमें मां काली बनी एक्ट्रेस को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है।
पोस्टर में मां काली के एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे हाथ में LGBTQ का झंडा भी दिखाया गया है। 2 जुलाई को इस पोस्टर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़क गया। कई यूजर्स ने मेकर्स पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया और उन्हें अरेस्ट करने की मांग की है।
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