दूसरे OTT प्लेटफॉर्म्स के साथ MX Player का विलय?:अमेजन या नेटफ्लिक्स के साथ बातचीत, ट्रेड का दावा- वल्गर कंटेंट से हुआ नुकसान

2 महीने पहलेलेखक: अमित कर्ण
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देश के प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म MX Player का दूसरे ओटीटी के साथ मर्ज होने की खबर है। जानकारी के मुताबिक, ये कंसॉलिडेशन अमेजन या नेटफ्लिक्स के साथ हो सकता है। इसको लेकर पेपर वर्क भी तैयार किया जा रहा है, हालांकि अभी इसकी ऑफिशियल पुष्टि होनी बाकी है।

अब MX Player क्यों बंद हो रहा है, ट्रेड एक्सपर्ट्स इस पर अपनी राय भी दे रहे हैं। मशहूर ट्रेड एक्सपर्ट गिरीश वानखेड़े बताते हैं, ऐसी खबर तो पहले ही आ रही थी कि ये चैनल बंद होगा या फिर किसी और के साथ इसका विलय हो जाएगा। पिछले साल फरवरी में एमएक्स टकाटक का शेयरचैट के साथ विलय हो गया था।

ज्यादा वल्गर कंटेंट होने से अलग हुए ऐडवर्टाइजर्स ?
MX Player के बिजनेस मॉड्युल पर गिरीश आगे कहते हैं, जो उनकी पेरेंट कंपनी है, उनके पास ऐडवर्टाइजर्स की लाइन है। वो सब साफ सुथरे कंटेंट को स्पॉन्सर करते थे। MX Player ने ऑडियंस जुटाने के लिए पहले प्रीमियम कैटेगरी लॉन्च की। उसके बाद प्रीमियम कैटेगरी शोज को बड़ी कीमतों पर बेचा गया। इससे प्रॉब्लम यह हो गई कि उनके पास वल्गर कंटेंट ज्यादा हो गया।

फोटो में दिख रहे शख्स मशहूर ट्रेड एक्सपर्ट गिरीश वानखेड़े हैं।
फोटो में दिख रहे शख्स मशहूर ट्रेड एक्सपर्ट गिरीश वानखेड़े हैं।

बालाजी के जितने ऐसे कंटेंट थे, MX Player ने उन्हें एक्वॉयर कर लिया। ऐसे में इनकी पेरेंट कंपनी, जिनके पास रिस्पेक्टफुल ऐडवर्टाइजर्स थे, वो MX Player से जुड़ने से कतराने लगे। MX Player पास पिछले दो से तीन सालों में सिर्फ गिनती के ऐसे कंटेंट रहे, जो ठीक रहे। वो आश्रम, शिक्षा मंडल, भौकाल जैसे इक्का दुक्का नाम हैं।’

क्वालिटी कंटेंट की कमी बनी नुकसान की बड़ी वजह
ट्रेड एक्सपर्ट्स गिरीश का मानना है कि फ्री सब्सक्रिप्शन मॉडल से नुकसान ही होता है। गिरीश के मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म ने अपने प्रीमियम कंटेंट देखने के लिए ईमेल रखने की भी अनिवार्यता खत्म कर दी। ऐसे में भरोसेमंद और सब्सक्राइबर , MX Player प्लेयर से छिटक गए। रहा सवाल प्रीमियम कैटेगरी का तो उसमें इक्का दुक्का कंटेंट ही दर्शकों को बांधे रह सके।

बाकी तो उनके पास यूएस, कोरिया आदि देशों के डब वर्जन वाले कंटेंट ही बचे हुए हैं। उन्हें देखने वालों की तादाद सीमित है। MX Player को क्वालिटी कंटेंट पर जोर देना चाहिए था।

उदाहरण के लिए अमेजन प्राइम के पास फ्री कंटेंट के लिए अमेजन मिनी हैं। सब्सक्रिप्शन वाला प्राइम वीडियो है। उन्होंने फ्री कंटेंट वाले में भी स्लीजी कंटेंट ही नहीं भरे। क्वालिटी कंटेंट पर फोकस किया। यह चीज करने से शायद MX Player चूक गया। अब उन्हें इस चीज का खामियाजा भुगतना पड़ रहा।

बड़े ओटीटी कंपनियों के साथ फायदा तलाश रहा MX Player?
कुछ ट्रेड एक्सपर्ट्स MX Player की मजबूती के दावे करता है। जानकार बताते हैं, 'कंसॉलिडेशन में दो से तीन महीने जाएंगे। MX Player दो बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म के साथ कारोबारी संभावनाएं तलाश रहा है।

वेब सीरीज जख्म का दूसरा सीजन आ रहा है। उसके अलावा दो से तीन महीनों में बड़े बजट के ओरिजिनल शोज भी अनांउसमेंट होने हैं। आश्रम का अगला सीजन कब आएग, उस पर डिस्कशन जारी है। सुनील शेट्टी की वॉरियर हंट और धारावी बैंक का भी कोलैबरेशन MX Player के साथ था।'

देश, विदेश मिलाकर 600 मिलियन एक्टिव यूजर्स
MX Player के सपोर्ट में जानकार बताते हैं, ‘ रहा सवाल स्लीजी कंटेंट का वैसे प्रोजेक्ट पर बदलाव तो लॉकडाउन के बाद ही हो गया था। दरअसल MX Player का आगाज कोविड से ठीक पहले हुए था। फिर लॉकडाउन आ गया। ऐसे में ओरिजिनल कंटेंट बनाने का वक्त नहीं मिला। नतीजतन, दूसरे ओटीटी या प्रोड्युसर्स से कंटेंट को एक्वायर करने पड़े।

बेशक वैसे कंटेंट लिए गए ताकि मास ऑडिएंस को टारगेट किया जाए। लेकिन वह सब लॉकडाउन हटते ही हटा लिए गए। इंडिया में MX Player के एक्टिव यूजर्स 250 मिलियन, जबकि अब्रॉड में 350 मिलियन एक्टिव यूजर्स हैं। एमएक्स विदेशी फीचर भी लोकप्रिय रहा है। पिछले साल ही तीन मेजर प्रोजेक्ट इस प्लेटफॉर्म पर आए।