ICU में 'आशिकी' का संगीतकार:कोरोना से जंग लड़ रहे नदीम-श्रवण जोड़ी फेम श्रवण, बेटे संजीव ने भास्कर से कहा- हालत बहुत गंभीर, पापा के लिए दुआ करें

2 वर्ष पहलेलेखक: राजेश गाबा
  • कॉपी लिंक
1990 में राहुल रॉय स्टारर 'आशिकी' से नदीम-श्रवण की जोड़ी को फेम मिला। उस वक्त इस एल्बम की करीब 2 करोड़ कॉपी बिकी थीं। - Dainik Bhaskar
1990 में राहुल रॉय स्टारर 'आशिकी' से नदीम-श्रवण की जोड़ी को फेम मिला। उस वक्त इस एल्बम की करीब 2 करोड़ कॉपी बिकी थीं।

90 के दशक की पॉपुलर म्यूजिशियन जोड़ी नदीम-श्रवण के श्रवण कुमार राठौड़ गंभीर हालत में मुंबई के रहेजा हॉस्पिटल में भर्ती हैं। कुछ दिनों पहले 67 साल के संगीतकार का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था। इसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था।श्रवण राठौड़ के बेटे म्यूजिक कंपोजर संजीव राठौड़ ने दैनिक भास्कर को बताया, "कोविड के चलते पापा कंडीशन बहुत क्रिटिकल है। वे आईसीयू में भर्ती हैं। हम सब दुआ कर रहे हैं। आप सभी से भी अपील है कि उनके लिए प्रार्थना कीजिए कि वे जल्दी रिकवर हो जाएं और घर आ जाएं।"

लॉकडाउन के कारण ज्यादा दिक्कत हो रही है

संजीव ने आगे बताया, "उनके लंग्स और हॉर्ट में प्रॉब्लम है। लंग्स में पानी भरा है। रहेजा हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती कराए दो दिन हो गए हैं। लॉकडाउन के कारण काफी दिक्कत हो रही है। डॉक्टर्स ट्रीटमेंट में जुटे हैं। हम परिवार वाले भी हॉस्पिटल में हैं। बहुत टेंशन है। इस वक्त चारों तरफ निगेटिविटी का माहौल है। न जाने कब ईश्वर इस कोविड से सबको मुक्ति दिलाएगा। सभी को संभलकर रहने की जरुरत है। हम सब ठीक हैं। बस दुआ कर रहे हैं कि पापा जल्दी ठीक हो जाएं। हम बस यही चाहते हैं।"

1973 में बना था नदीम-श्रवण का एसोसिएशन

नदीम अख्तर शफी और श्रवण कुमार राठौड़ का एसोसिएशन 1973 में एक फंक्शन में मिलने के बाद बना था। उनका पहला असाइंमेंट भोजपुरी फिल्म 'दंगल' (1975) के लिए था, जिसका सॉन्ग 'काशी हिले पटना हिले' काफी पॉपुलर हुआ था। हिंदी फिल्म के लिए उन्होंने पहली बार 'मैंने जीना सीख लिया' (1981) में काम किया था। 1985 में दोनों ने मिथुन चक्रवर्ती, जैकी श्रॉफ, अनिल कपूर, सचिन, डैनी, विजेंद्र और सुलक्षणा पंडित समेत 10 स्टार्स के लिए म्यूजिक कंपोज किया और उनके इस कमर्शियल प्रोजेक्ट को स्टार टेन नाम दिया गया।

आशिकी से मिला नदीम-श्रवण की जोड़ी को फेम

1990 में राहुल रॉय स्टारर 'आशिकी' से नदीम-श्रवण की जोड़ी को फेम मिला। उस वक्त इस एल्बम की करीब 2 करोड़ कॉपी बिकी थीं। बाद में दोनों ने 'साजन', 'दिल है कि मानता नहीं', 'सड़क', 'सैनिक', 'दिलवाले', 'राजा हिंदुस्तानी', 'फूल और कांटे' और 'परदेस' जैसी फिल्मों का संगीत दिया और ये सभी एल्बम काफी हिट हुए।

1997 में गुलशन कुमार मर्डर केस में नदीम का नाम आने के बाद वे यूके चले गए थे और जोड़ी का संगीत फिल्मों में नहीं आ सका। लेकिन 2000 के दशक में दोनों ने 'ये दिल आशिकाना', 'राज', 'कयामत', 'दिल है तुम्हारा', 'बेवफा' और 'बरसात' जैसी कई फिल्मों के लिए संगीत दिया। नदीम के यूके में रहने के बावजूद श्रवण ने लंबे समय तक जोड़ी के नाम से संगीत बनाया। लेकिन 2005 में आई 'दोस्ती : फ्रेंड्स फॉरएवर' के बाद यह जोड़ी टूट गई।

खबरें और भी हैं...