संजय दत्त और प्रीति जिंटा इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म 'द गुड महाराजा' को लेकर चर्चा में हैं। अब खबर आ रही है कि इस फिल्म में संजय दत्त महाराजा के रोल में नजर आएंगे। वहीं प्रीति जिंटा महारानी के किरदार में दिखाई देंगी।
फिल्म की कहानी
वर्ल्ड वॉर-2 के समय 1000 बच्चे शरणार्थी कैंप में कैद हो गए थे। लेकिन, यह हजार शरणार्थी वहां से किसी तरह निकलकर जहाज से जब लंदन पहुंचते हैं, तब वहां की गर्वमेंट उन्हें अपने यहां रखने से मना कर दिया। यह जहाज हिंदुस्तान में आया, तब गुजरात के नवानगर के राजा दिग्विजयसिंह जडेजा ने उन्हें शरण दिया। यह महाराजा जाम साहब के नाम से भी जाने जाते थे। इन्होंने तीन वर्षों इन हजार बच्चों को खिलाया-पिलाया और पढ़ाया-लिखाया। उसमें से एक लड़का आगे चलकर पोलैंड का प्राइमिनिस्टर भी बना। फिल्म में यही कहानी दिखाई जाएगी। गुजरात के राजा के नाम पर पोलैंड में सड़क, स्कूल और पार्लियामेंट में प्रतिमा लगी है। इन्हीं राजा के नाम पर वहां शपथ ली जाती है।
आउटडोर की जाएगी शूटिंग
यह वर्ल्ड वॉर-2 की कहानी है, इसलिए फिल्म का कैनवास भी काफी बड़ा होगा। इसकी शूटिंग पोलैंड, रसिया, जर्मनी, लंदन और गुजरात में होगी, क्योंकि कहानी इन जगहों से जुड़ी है। पहला शूटिंग शेड्यूल पोलैंड में रखा गया है, जिसे दिसंबर में शूट करने जाएंगे। फिल्म की आउटडोर शूटिंग 90 दिनों की होगी, जबकि कुछ दिनों का शूटिंग शेड्यूल गुजरात में भी रखा गया है।
गुजरात का सेट पोलैंड में होगा
फिल्म में संजय दत्त महाराजा के लिए साइन कर लिया गया है, जबकि प्रीति जिंटा से महारानी के रोल के लिए बातचीत चल रही है। संजय दत्त महाराजा के गेटपअप में एकदम फिट बैठते हैं, इसलिए उन्हें कास्ट किया गया। इनके अलावा फिल्म में गुलशन ग्रोवर, शरद कपूर, दीपराज राणा, ध्रुव गुप्ता के अलावा कुछ पोलिश एक्टर भी है। फिल्म में ध्रुव गुप्ता एक रसियन स्नाइपर की अहम भूमिका निभाएंगे। फीमेल लीड में रसियन एक्ट्रेस सिल्विया चेक होंगी। फिल्म में ग्रािफक्स का इतना इस्तेमाल नहीं होगा, इसलिए हजार बच्चों को पोलैंड के स्कूल से लिया जाएगा। ये वे बच्चे होंगे, जो स्कूल में आर्ट और नाटक में भाग लेते हैं। इन बच्चों को इंडिया नहीं लाएंगे, बल्कि पोलैंड में ही गुजरात की सेट लगाकर बच्चों का सीन वहीं पर शूट कर लेंगे।
ऑस्कर विनर डायरेक्टर को कर रहे हैं अप्रोच
वर्ल्ड फेमस ऑस्कर विनर डायरेक्टर रोमन पोलंकी को फिल्म के निर्देशन में सहयोग लेना चाह रहे हैं। यह 87 साल के पोलैंड निवासी हैं। वर्ल्ड वॉर-2 में इनके मदर-फादर मारे गए थे। उसके बारे में इन्हें पूरी मालूमात है, इसलिए निर्देशन में इनका सपोर्ट लेने के लिए इन्हें अप्रोच कर रहे हैं।
अगले साल के आखिर में होगी रिलीज
इस कहानी पर पोलैंड के एम्बेस्डर ने फिल्म बनाने के लिए रुचि दिखाई थी। इस तरह कहानी आगे बढ़ी है और इसके बारे में निर्देशक विकाश वर्मा ने संजय दत्त से बात किया। संजय दत्त ने कहा कि मैं यह फिल्म करूंगा। यह बहुत अच्छा रोल है। साल 2022 में क्रिसमस के आसपास यह फिल्म बनकर रिलीज करने का प्लान है। खैर, इसे 2017 में ही एनाउंस कर दिया गया था, लेकिन इस बीच नो मीन्स नो की स्टोरी हाथ लगने पर उसे पहले बनाना शुरू कर दिया, जो 5 नवंबर को रिलीज होने जा रही है।
पोलैंड का प्रोडक्शन होगा
सूत्र बताते हैं कि यह फिल्म लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत में बनेगी। इसका निर्माण पोलैंड की जी-7 फिल्म्स पोलैंड कर रही है। फिल्म को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काफी पहले अजय बिसारिया से बात कर चुके हैं। अजय उस समय पोलैंड के एम्बेस्डर थे, जबकि वर्तमान में कनाडा के एंबेस्डर हैं। अजय ने ही डायरेक्टर विकाश वर्मा से फिल्म बनाने की बात चलाई थी।
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