स्मृति ईरानी के पास नहीं थी कार:सीरियल की फीस सिर्फ 1800 थी; मेकअप आर्टिस्ट कार से आता था..जबकि स्मृति ऑटो में सफर करती थीं

2 महीने पहले
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स्मृति ईरानी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ से जुड़े कई खुलासे किए। स्मृति का कहना है कि करियर के शुरुआती दौर में उनके पास कार नहीं थी। सीरियल में काम करने के लिए उन्हें सिर्फ 1800 रुपए मिलते थे। स्मृति के मुताबिक, उनका मेकअप आर्टिस्ट तक कार में आता था, जबकि वो ऑटो में सफर करती थीं। मेकअप आर्टिस्ट स्मृति से कहता था कि आप एक गाड़ी ले लो, क्योंकि उन्हें ऑटो में सफर करता देख उसे अच्छा नहीं लगता है।

मेकअप मैन कार से आता था जबकि स्मृति ऑटो से
केंद्रीय मंत्री और टीवी एक्ट्रेस रहीं स्मृति ईरानी हाल ही में नीलेश मिश्रा के साथ इंटरव्यू में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने अपने टीवी के समय की कुछ अनकही बातों से पर्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'जब मैं क्योंकि सास भी कभी बहू थी में काम कर रही थी तो मुझे सिर्फ 1800 रुपए मिलते थे।

मेरे पास कोई कार नहीं थी। मेरी शादी हुई तो मेरे और जुबिन (स्मृति के पति) के पास 30 हजार रुपए थे। मुझे याद है कि मेरा मेकअप मैन मुझसे कहता था- गाड़ी तो ले लो मुझे शर्म आती है, मैं गाड़ी पर आता हूं...'

शूटिंग के सेट पर कोई चाय-पानी नहीं पी सकता था
स्मृति ने बालाजी प्रोडक्शन की हेड और एकता कपूर की मां शोभा कपूर के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि शोभा ने सीरियल के सेट पर कई अजीबगरीब नियम बनाए थे। स्मृति ने कहा, 'एक रूल था कि कोई भी शख्स सेट पर चाय या खाना नहीं खाना खाएगा। ये नियम सेट पर बने फर्नीचर को खराब होने से बचाने के लिए बनाया गया था।

हालांकि एक्टर्स वहां चाय पी सकते थे, लेकिन टेक्नीशियन्स को ऐसा करने की परमिशन नहीं थी। खैर मैं अपने कुछ टेक्नीशियन्स दोस्तों के साथ चाय पीने के लिए सेट से निकल जाया करती थी।'

तुलसी का किरदार निभाकर घर-घर में फेमस हुईं थीं स्मृति
2000 से 2008 के बीच टेलीकास्ट हुआ एकता कपूर का शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' दर्शकों के बीच काफी पॉपुलर हुआ था। इसमें काम करने वाले किरदारों ने घर-घर में अपनी एक खास पहचान बना ली थी।

स्मृति ईरानी ने इस सीरियल में विरानी परिवार की आदर्श बहू तुलसी का किरदार निभाया था और वे इसी नाम से आज भी लोकप्रिय हैं। इसके अलावा रोनित रॉय के किरदार मिहिर विरानी को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया था।

इसी शो की बदौलत राजनीति के शीर्ष पर पहुंची
इसी सीरियल के बदौलत स्मृति को पहचान मिली और उन्होंने इस पहचान को भुनाते हुए पॉलिटिक्स जॉइन कर लिया। आज वो देश की सबसे ताकतवर मंत्रियों में से एक हैं। उन्होंने अमेठी से राहुल गांधी तक को मात दे दी थी। आज वो मोदी कैबिनेट में महिला और बाल विकास मंत्रालय देख रही हैं। इसके अलावा वो पहली नॉन मुस्लिम हैं जिन्हें अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय मिला हुआ है।

मिसकैरेज के बावजूद काम करती रहीं थीं स्मृति
हालांकि सीरियल की शूटिंग के वक्त स्मृति को काफी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा था। वो दो शिफ्ट में काम करती थीं। दिन में वो रवि चोपड़ा की रामायण जबकि शाम वाले शिफ्ट में क्योंकि सास भी कभी बहू थी के लिए शूट करती थीं। एक समय की बात है जब वो शूटिंग के वक्त प्रेग्नेंट हो गई। घर जाते समय उनका मिसकैरेज हो गया था।

मिसकैरेज के बावजूद उन्हें अगले दिन शूट पर बुलाया गया। स्मृति के मुताबिक उनके साथ काम कर रहे को-एक्टर्स ने प्रोड्यूसर एकता कपूर के कान भर दिए थे कि मिसकैरेज वाली बात झूठ है। इसके जवाब में स्मृति अगले दिन मेडिकल की रिपोर्ट लेकर एकता के पास गई थीं। उन्होंने एकता से कहा कि अगर उनका भ्रूण बचा होता तो प्रूफ के तौर पर वो भी लेकर आतीं।

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