एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के सबसे बड़े एकेडमी अवॉर्ड की सेरेमनी इस बार रेड कार्पेट की बजाय शैम्पेन कलर के कार्पेट पर हुई। 95वें एकेडमी अवॉर्ड रविवार को अमेरिका के लॉस एंजिल्स में दिए गए। इस दौरान कार्पेट पर जानी-मानी हस्तियां अलग-अलग अंदाज और फैशन सेंस के साथ उतरीं। एकेडमी अवॉर्ड को ऑस्कर अवॉर्ड के नाम से भी जाना जाता है।
रेड कार्पेट पर ही सेलेब्रिटीज के फोटोशूट, क्विक सवाल-जवाब और फैन मोमेंट्स कैप्चर होते हैं। रेड कार्पेट एकेडमी अवॉर्ड का सबसे बड़ा अट्रैक्शन है। यहां नए फैशन ट्रेंड सेट होते हैं और बदलते हैं।
कलर बदलने की वजह पता नहीं
शो के होस्ट जिम्मी किम्मेल ने मजाकिया अंदाज में मीडिया से कहा- कलर बदलने की वजह नहीं पता पर उम्मीद है कि अब स्टेज पर कोई मारपीट नहीं होगी। पिछले साल होस्ट विल स्मिथ ने हॉलीवुड एक्टर क्रिस रॉक को स्टेज पर थप्पड़ मार दिया था। क्रिस ने स्मिथ की वाइफ पर कमेंट किया था, जिससे वे भड़क गए थे।
कई शेड्स से शैम्पेन कलर को चुना गया
अवॉर्ड शो के क्रिएटिव कंसलटेंट लिसा लव और रौल अविला ने कार्पेट का कलर तय किया है। क्रिएटिव टीम ने सैफरन और सियान (ब्राउन) रंग के कई शेड्स से शैम्पेन कलर को चुना। टीम ढलते हुए सूरज की कलर प्लेट से ‘सनसेट’ का अंदाज देना चाहती थी। शैम्पेन कलर अवॉर्ड शो के दौरान डॉल्बी थिएटर में बहने वाली शैम्पेन का सिंबल भी है
1961 से ऑस्कर्स की पहचान बनी रेड कार्पेट
1961 में अमेरिकन कॉमेडियन-एक्टर- होस्ट बॉब होप ने सेंटा मोनिका सिविक ऑडिटोरियम में 33वें ऑस्कर अवॉर्ड शो में पहली बार रेड कार्पेट लॉन्च किया था। तब से रेड कार्पेट ऑस्कर इवेंट की पहचान बन गया था।
किसी भी अवॉर्ड शो में रेड कार्पेट की एंट्री होने से सालों पहले अमेरिका के हाई क्लास सोशल सर्किल में लोग रेड कार्पेट पर बॉल डांस करते थे। हालांकि, रेड कार्पेट की हिस्ट्री अमेरिका और यूरोप का कॉमन ट्रेडिशन रहा है।
1920 के दशक में अमेरिका में रेड कार्पेट हाई क्लास और अमीर होने का सिंबल माना जाता था। यही वजह थी की 1929 में एकडेमी अवॉर्ड और हॉलीवुड इंडस्ट्री इसे अपनाने की कोशिश में लगे थे।
हॉलीवुड रूसवेल्ट होटल के पहले एकेडमी अवॉर्ड शो में सिर्फ 270 लोगों की मौजूदगी में पंद्रह मिनट में पंद्रह अवॉर्ड्स दिए गए। 1944 में ग्रौमन चाईनीज थिएटर में भी स्टार्स के आने की उम्मीद में रेड कार्पेट बिछाया गया था।
2023 एकेडमी अवॉर्ड्स में भारत की एंट्री
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