नाजायज संतान थीं बिली, सेक्सवर्कर से बनीं क्लब की सिंगर:रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई तो मिली दर्दनाक सजा, मरते वक्त भी पहनाई गई हथकड़ी

2 महीने पहलेलेखक: ईफत कुरैशी
  • कॉपी लिंक

बिली हॉलिडे का नाम उन लोगों के लिए नया नहीं होगा जो जैज म्यूजिक के दीवाने हैं। 1940 से 50 के दशक में जैज म्यूजिक में क्रांति लाने का काम बिली ने ही किया था। बिली अमेरिका में रहने वाली अफ्रीकन मूल की सिंगर थीं। काले रंग के कारण भेदभाव तो सहना ही पड़ा, लेकिन जब बिली ने उस भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई तो उन्हें दर्दनाक सजा मिली। बिली कमाल की सिंगर थीं, लेकिन जीते-जी उन्हें कोई अवॉर्ड नहीं मिला। मरने के बाद 4 ग्रैमी अवॉर्ड्स मिले और 23 ग्रैमी नॉमिनेशन।

बिली अपने माता-पिता की नाजायज संतान थीं। परिवार ने उन्हें अपनाया नहीं। मां ने किसी के घर में काम पर लगाया तो वहां उनका रेप हुआ। फिर बिली को एक वेश्यालय भेज दिया गया। वहां सेक्सवर्कर बनीं। उस नर्क से निकल कर क्लब में सिंगर बन गईं। क्लब में उनका गाना इतना फेमस हुआ कि देखते ही देखते वो अमेरिका की टॉप सिंगर बन गईं।

बिली ने अमेरिका में हो रहे रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई। इस पर एक गाना स्ट्रेंज फ्रूट लिखा जो सुपरहिट साबित हुआ, लेकिन बिली के लिए मुश्किलें बढ़ गईं। एक तरफ वो अपने पति की बेवफाई से परेशान थीं, दूसरी तरफ नार्कोटिक्स पुलिस उनके पीछे लग गई। इस तरह पीछे लगी कि जब बिली अस्पताल के बेड पर आखिरी सांसें गिन रही थी, उनके हाथ में हथकड़ी थी और अस्पताल के दरवाजे पर पुलिस खड़ी थी।

महज 44 साल की उम्र में बिली ने दुनिया को अलविदा कह दिया। वो दुनिया को बेहतरीन गाने दे गईं, लेकिन पैदा होने से मरने तक उनकी जिंदगी सिर्फ तकलीफ में रही। मां के अलावा किसी रिश्तेदार ने स्वीकार नहीं किया। दो बार शादी की, लेकिन बेवफाई ही मिली। बॉयफ्रेंड भी सिर्फ पैसों के लिए बिली को परेशान करते रहे।

आज की अनसुनी दास्तानें में कहानी इसी आइकॉनिक सिंगर बिली हॉलिडे की, जिनकी जिंदगी पर दो फिल्में भी बनीं और दोनों फिल्मों को ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला।

नाजायज थीं तो नाना-नानी ने नहीं अपनाया

बिली हॉलिडे का जन्म 7 अप्रैल 1915 को न्यूयॉर्क के फिलाडेल्फिया में हुआ था। बिली को बचपन में एलेयनोरा फागन नाम दिया गया था। इनकी मां सारा एक अफ्रीकी मूल की अमेरिकन थीं, जो शादी से पहले ही टीनएज में प्रेग्नेंट हो गई थीं। नतीजतन उन्हें मां-बाप ने घर से निकाल दिया। सारा का बॉयफ्रेंड भी उन्हें छोड़कर चला गया तो उन्होंने अकेले ही बेटी की जिम्मेदारी उठाई।

सारा गरीब थीं, उन्हें रोज काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ता था, ऐसे में वो अपनी बेटी बिली को दूर के रिश्तेदारों के घर छोड़कर जाती थीं।
सारा गरीब थीं, उन्हें रोज काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ता था, ऐसे में वो अपनी बेटी बिली को दूर के रिश्तेदारों के घर छोड़कर जाती थीं।

स्कूल से भाग जाया करती थीं तो भेजी गईं जुवेनाइल कोर्ट

घर की बिगड़ी स्थिति के कारण बिली डिस्टर्ब रहने लगी थीं। जब उन्हें पढ़ाई के लिए किंडरगार्डन स्कूल भेजा गया, तो वो अक्सर वहां से भाग जाया करती थीं। इस रवैये के कारण पहले उन्हें जुवेनाइल कोर्ट में भेजा गया और फिर सुधार स्कूल में। जब 9 महीने बाद बिली घर लौटीं तो मां ने उनकी पढ़ाई छुड़वा दी। मां ने एक रेस्टोरेंट खोला तो बिली भी उनकी मदद करने लगीं।

पड़ोसी ने की रेप करने की कोशिश, मां ने बचाया

24 दिसंबर 1926 को बिली घर पर अकेली थीं। बिली पर पड़ोस में रहने वाले विलबर रिच की गंदी नजर थी। विलबर ने एक दिन बिली का रेप करने की कोशिश की। मां ने मौके पर पहुंचकर बेटी को बचाया तो जरूर, लेकिन इससे बिली के जेहन पर गहरा असर पड़ा। रेप केस चला तो बिली को सरकारी गवाह बनाकर प्रोटेक्शन में रखा गया। उस समय बिली की उम्र महज 12 साल थी।

बिली की मां एक परिवार के लिए काम करने लगीं, जहां वो अपनी बेटी को साथ नहीं रख सकती थीं, ऐसे में बिली को फिर दूसरों के घरों में काम करने भेजा जाने लगा।
बिली की मां एक परिवार के लिए काम करने लगीं, जहां वो अपनी बेटी को साथ नहीं रख सकती थीं, ऐसे में बिली को फिर दूसरों के घरों में काम करने भेजा जाने लगा।

जिस घर में नौकरानी थीं, वहीं हुआ रेप

जिस घर में बिली सफाई के लिए जाती थीं, वहां एक आदमी ने उनका रेप किया। पुलिस ने जब बिली को मां के पास छोड़ा तो मां ने ये कहते हुए उन्हें साथ रखने से इनकार कर दिया कि उनके मालिक नहीं मानेंगे। मां सारा ने बिली को अपनी दोस्त के घर भेजा। बिली से कहा गया था कि उन्हें सफाई करने का काम दिया जाएगा, लेकिन असल में वो जगह एक वेश्यालय थी। बिली ने सेक्सवर्कर बनने से इनकार कर दिया तो वेश्यालय की मालकिन ने उन्हें सफाई के काम में लगा दिया।

बिली यंग और नाजुक थीं, लेकिन दिन भर बड़ी-बड़ी सीढ़ियों की सफाई करते हुए थक जाती थीं। एक दिन सफाई करते हुए बिली इतनी परेशान हो गईं कि उन्होंने सफाई का काम छोड़कर सेक्सवर्किंग शुरू कर दी। बिली उस वेश्यालय की हाईक्लास लड़की थीं, जिनके बोलने का तरीका और रहन-सहन सबसे अलग था।

म्यूजिक से सुकून पाती थीं बिली

बिली को बचपन से ही म्यूजिक से प्यार था। वो जब भी परेशान होती थीं तो म्यूजिक से उन्हें राहत मिलती थी। एक दिन वेश्यालय में बिली ने लूइस आर्मस्ट्रॉन्ग और बेस्सी स्मिथ का एक गाना सुना। गाना सुनते ही बिली खुद भी गुनगुनाने लगीं। उन्हें गाना सुनना इतना पसंद था कि वो गाने के बीच किसी का बोलना तक पसंद नहीं करती थीं। हालांकि उस वक्त उन्होंने सिंगर बनने के बारे में नहीं सोचा था।

डांसर बनने नाइटक्लब गईं तो मिला गाने का काम

जब बिली की मां न्यूयॉर्क के हारलेम शहर में शिफ्ट हुईं तो बिली ने भी उनके साथ रहने का फैसला किया। एक दिन घर के पास वाले नाइटक्लब में बिली ने देखा कि एक डांसर की जरूरत है। बिली को पैसों की जरूरत थी तो उन्होंने वहां के मालिक से कहा कि उन्हें भी डांस करना है, जबकि उन्हें डांस नहीं आता था।

जैसे ही बिली ने डांस किया तो हर किसी ने उनका खूब मजाक उड़ाया। मालिक ने उन्हें डांसर की नौकरी देने से इनकार कर दिया। उसी नाइटक्लब में पियानो बजाने वाले एक शख्स ने बिली की आवाज सुनी हुई थी, जब बिली ने गाया तो हर कोई उनके लिए तालियां बजा रहा था। जाहिर है बिली को उस नाइटक्लब में लीडिंग सिंगर का काम मिल गया। नाइटक्लब में बिली खूब पॉपुलर हुईं।

नाइटक्लब में गाते हुए पड़ी प्रोड्यूसर की नजर

17 साल की उम्र में 1932 में बिली ने सिंगर मोनेट मूरे को नाइटक्लब कोवन्स से बतौर सिंगर रिप्लेस किया। इस क्लब में प्रोड्यूसर जॉन हमंड पहुंचे थे। उन्हें बिली की आवाज इतनी पसंद आई कि उन्होंने बिली को गाना रिकॉर्ड करने का ऑफर दे दिया। पहले गाने ‘सन इन लॉ’ की रिकॉर्डिंग की 300 कॉपीज बिकीं, वहीं दूसरे गाने रिफिन की 5 हजार से ज्यादा कॉपी बिकीं। दो गानों से ही बिली को पूरे न्यूयॉर्क में पहचान मिल गई। बिली का जैज स्टाइल बेहद यूनीक था, जिससे उन पर कई बड़े प्रोड्यूसर्स की नजर पड़ी। 1940 तक लगातार हिट गाने देते हुए बिली ने दुनियाभर में जैज म्यूजिक को पहचान दिलाई। वो जैज गाने वाली सबसे बेहतरीन सिंगर समझी जाने लगीं।

अश्वेत बिली हॉलिडे को कई बार गोरों के बीच गाने से रोका गया

30 के दशक में यूनाइटेड स्टेट का माहौल बेहद दर्दनाक था। रंगभेद के चलते कई अश्वेत अफ्रीकन की लिंचिंग की जा रही थी और गोरे लोग सड़कों पर अश्वेतों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। लिंचिंग के बढ़ते मामले देखते हुए बिली बेहद परेशान रहने लगी थीं। एक बार तो टूर पर जा रहीं बिली पर प्रदर्शन कर रहे चंद गोरे लोगों ने हमला भी कर दिया था।

इस रंगभेद का बुरा असर कई बार बिली के करियर पर भी पड़ा। न्यूयॉर्क के कई बड़े क्लब में बिली को सिर्फ इसलिए गाने से रोका गया क्योंकि वो अश्वेत थीं। ये अपने बैंड की भी इकलौती और पहली अश्वेत वोकलिस्ट थीं। बड़े होटल्स में गाते हुए उन्हें गेस्ट लिफ्ट की जगह सर्विस लिफ्ट से भेजा जाता था। परफॉर्मेंस के बाद बिली को बाकी आर्टिस्ट की तरह बार, डाइनिंग रूम में जाने और कमरे के बाहर घूमने की इजाजत नहीं होती थी, क्योंकि वो अश्वेत थीं।

विवादित गाना स्ट्रेंज फ्रूट, जिसे गाने पर लगी पाबंदी

1939 में बिली हॉलिडे ने स्ट्रेंज फ्रूट गाना तैयार किया और एक नाइटक्लब में गाया। ये गाना लिंचिंग और उससे पैदा हुए डर के माहौल पर बनाया गया था। बिली को डर था कि गोरों के बीच उनके खिलाफ गाने पर भीड़ भड़क जाएगी, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने भीड़ के बीच गाने का फैसला किया। क्लब में मौजूद सभी लोगों को शांत करवा दिया गया और सारी बत्तियां बुझा दी गईं। पूरे क्लब में सिर्फ एक ही लाइट थी, जिससे बिली का चेहरा दिख रहा था। गाना खत्म होने से ठीक पहले वो एक लाइट भी बंद कर दी गई और जब रोशनी वापस आई तो बिली वहां से जा चुकी थीं।

गाने को बेहद आपत्तिजनक कहा गया और भीड़ में बैठे कई लोगों ने भी इसका विरोध किया, कई लोग गाने सुनते ही बाहर निकल गए। कोलंबिया के एक निर्माता मिल्ट गैबलर ने इस गाने को रिकॉर्ड करने का फैसला किया। स्ट्रेंज फ्रूट गाना आते ही बिली को खूब पॉपुलैरिटी मिली और पहली बार इनका नाम टाइम मैगजीन में छपा। गाना हिट हो रहा था, इसके बावजूद पुलिस ने बिली को इस गाने को दोबारा पब्लिक प्लेस में नहीं गाने की हिदायत दी।

पहली शादी में मिली बेवफाई

1941 में बिली हॉलिडे ने जिमी मुनरो से शादी की। शादी के चंद दिनों बाद उन्होंने अपने पति की शर्ट में एक महिला की लिपस्टिक से बने होंठों के निशान देखे। पति की बेवफाई से बिली टूट गईं। अपनी इसी हालत पर उन्होंने डोंट एक्सप्लेन गाना लिखा। ये गाना जबरदस्त हिट रहा। ठीक इसी समय बिली की मुलाकात एक ड्रग डीलर जोई गाय से हुई और दोनों रिलेशनशिप में आ गए। 1947 में अचानक बिली ने पति और बॉयफ्रेंड दोनों को छोड़ दिया।

मां की मौत के बाद बन गईं ड्रग एडिक्ट

1945 में बिली की मां सारा का निधन हो गया। मां के अलावा बिली का कोई नहीं था। नतीजतन वो ड्रग एडिक्ट बन गईं। उस समय तक बिली मशहूर सिंगर बन चुकी थीं। उन्होंने 1943- 47 तक ढाई लाख डॉलर कमाए थे। बिली का ड्रग एडिक्शन किसी से छिपा नहीं था, जो उनके करियर के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक साबित हुआ।

गिरफ्तार हुईं तो बर्बाद हुआ करियर

16 मई 1947 को बिली को उनके घर में गैरकानूनी ड्रग रखने पर गिरफ्तार किया गया। इस केस को यूनाइटेड स्टेट वर्सेस बिली हॉलिडे नाम दिया गया। एक दिन ट्रायल में उन्हें बताया गया कि उनके वकील ने उनका केस लड़ने से इनकार कर दिया है। बिली एक ड्रग एडिक्ट थीं, जिन्हें जेल में नशा नहीं मिल रहा था। नशे के लिए तड़पते हुए बिली ने खाना-पीना छोड़ दिया। फिर एक समय ऐसा आया कि जब खाना खाते ही उन्हें उल्टियां होने लगती थीं।

अफ्रीकन लोगों का मानना था कि बिली को इसलिए झूठे केस में फंसाया गया था, क्योंकि उन्होंने रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई थी। उनका गाना गोरों के खिलाफ था, जो सरकार से बर्दाश्त नहीं हुआ था। स्ट्रेंज फ्रूट गाना आने के बाद से ही नार्कोटिक्स पुलिस और सरकार ने बिली को परेशान करना शुरू कर दिया था।

नशा मुक्ति केंद्र में झेला टॉर्चर

ड्रग केस में दोषी साबित होने के बाद बिली को सजा सुनाई गई, लेकिन उनकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि कोर्ट ने उन्हें जेल से पहले अस्पताल भेजा। इलाज के बाद बिली को एल्डरसन फेडरेल जेल में भेजा गया। ड्रग केस में फंसने से बिली का न्यूयॉर्क सिटी केब्रे कार्ड रद्द कर दिया गया। उन्हें वर्जीनिया के रिहैब सेंटर भेजा गया जहां उन्हें महीनों तक टॉर्चर किया गया।

इतनी बड़ी हस्ती, लेकिन कोई लेने नहीं पहुंचा

16 मार्च 1948 को अच्छा बर्ताव होने पर बिली को छोड़ दिया गया। जेल के बाहर बिली का कुत्ता और उनका पियानिस्ट दोस्त उन्हें लेने पहुंचे। बिली को देखते ही उनका कुत्ता उनसे लिपट गया। पास खड़ी औरत को लगा कि कुत्ता उस पर हमला कर रहा है। चीख पुकार से मीडिया भी जमा हो गई। मीडिया में खबर आई कि बिली जेल से बाहर आ चुकी हैं तो उनके मैनेजर ने उनसे कमबैक कॉन्सर्ट करने की डिमांड की। बिली परेशान थीं कि लोग जेल से लौटने के बाद उन्हें देखने आएंगे या नहीं।

कमबैक कॉन्सर्ट का मंजर

27 मार्च 1948 को कार्नेगी हॉल में बिली का कमबैक कॉन्सर्ट हुआ। इस शो के 20,700 टिकट बिके। इस हाउसफुल शो से बिली ने दमदार वापसी की।

कैसे बना बिली हॉलिडे का आइकॉनिक लुक?

कॉन्सर्ट में लोगों ने बिली हॉलिडे को कई गिफ्ट्स दिए। स्टेज में ही उन्हें गार्डेनियस फूलों का एक बॉक्स गिफ्ट में मिला। उन्होंने स्टेज पर ही वो फूल निकाले और अपनी हैट पर लगा लिया। कुछ समय बाद आंखों और कान से खून बहने लगा। कुछ समय बाद ही बिली स्टेज पर ही बेहोश हो गईं। आगे जाकर ये बिली हॉलिडे का सिग्नेचर लुक बना।

जेल से निकलते ही बिली ने दमदार वापसी की। लीगल कार्ड न होने के चलते बिली को कम पैसे मिलते थे और अपने गानों की रॉयल्टी भी नहीं मिलती थी, इसके बावजूद उनके गाने दुनियाभर में मशहूर हो रहे थे।

1957 में की दूसरी शादी, पति करता था मारपीट

1957 में बिली ने मेक्सिको में लुइस मैक्की से दूसरी शादी की। दूसरी शादी से पहले बिली कई एब्यूसिव रिलेशनशिप में रही थीं। बॉयफ्रेंड्स बिली के पैसों का गलत इस्तेमाल करते थे और उनके साथ मारपीट भी करते थे। बिली घर बसाना चाहती थीं, लेकिन अफसोस ऐसा नहीं हो सका।

दूसरा पति लुइस एक माफिया से जुड़ा शख्स था, जो उन्हें मारता था। रिपोर्ट्स तो ये भी रहीं कि लुइस ने बिली से शादी सिर्फ इसीलिए की, जिससे वो उनका नाम इस्तेमाल कर रिकॉर्डिंग स्टूडियो खोल सके। पति के रवैये से परेशान बिली ने उससे रिश्ता तोड़ लिया, हालांकि दोनों ने कभी तलाक नहीं लिया।

दूसरे पति लुइस मैक्की के साथ बिली हॉलिडे।
दूसरे पति लुइस मैक्की के साथ बिली हॉलिडे।

12 जून 1949, बिली हॉलिडे को दिल का दौरा पड़ा। उन्हें गंभीर हालत में न्यूयॉर्क मेट्रोपॉलिटन हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। बिली ठीक होकर काम पर लौट गईं। अब उनके पास चंद कॉन्सर्ट और कुछ म्यूजिक रिकॉर्डिंग ही थीं। बिली बेहद कमजोर हो रही थीं, जिससे उनकी आवाज भी बिगड़ रही थी। कई बार तो ऐसा भी हुआ कि वो गाते हुए स्टेज पर ही गिर गईं।

मौत से चंद महीने पहले किया था मरने का प्रिडिक्शन

15 मार्च 1959 को बिली के करीबी दोस्त लेस्टर यंग का निधन हो गया। दोनों सालों से साथ काम करते आए थे। लेस्टर के अंतिम संस्कार में बिली ने एक दोस्त से कहा था, मैं जिनसे भी प्यार करती थी वो सब मर रहे हैं। मैं भी मर चुकी हूं।

गंभीर बीमारी के बावजूद इलाज करवाने के लिए राजी नहीं थीं बिली

एक दिन खाना बनाते हुए बिली हॉलिडे बेहोश हो गईं। उन्हें नाइकरबॉकर हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उन्हें इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। रिपोर्ट्स में सामने आया कि बिली को लिवर सिरोसिस है। नशे से उनका लिवर सड़ रहा था। चूंकि वो अश्वेत और ड्रग एडिक्ट थीं तो अस्पताल वालों ने उनका इलाज करने से इनकार कर दिया।

बिली को इलाज की सख्त जरूरत थी, लेकिन वो इसके लिए राजी नहीं थीं। मैनेजर जोई ग्लेसर के मनाने पर आखिरकार बिली को 31 मई 1959 को न्यूयॉर्क मेट्रोपॉलिटन अस्पताल में सही इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। अस्पताल में फिर उनके साथ भेदभाव वाला रवैया अपनाया गया। बड़ी हस्ती होने के बावजूद उन्हें एक पब्लिक वार्ड में भर्ती रखा गया, जहां उन्हें ठीक से इलाज भी नहीं दिया गया। इस समय भी नार्कोटिक टीम ने उनका पीछा नहीं छोड़ा, जो 1939 से उनके पीछे थी।

अस्पताल में मर रही थीं, फिर भी पुलिस ने पहनाई हथकड़ी

बिली के अस्पताल पहुंचते ही नार्कोटिक्स पुलिस की सर्च टीम अस्पताल पहुंची। बिली के कमरे की तलाशी ली गई, जहां से पुलिस ने ड्रग बरामद की। बिली होश में नहीं थीं, ऐसे में अंदाजा लगाया गया कि उनका कोई करीबी ड्रग रखकर गया होगा। ड्रग मिलते ही नार्कोटिक्स पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने पर अड़ गई।

बिली होश में नहीं थीं तो उन्हें बिस्तर पर ही हथकड़ी पहना दी गई और अरेस्ट किया गया। पुलिस कमरे के बाहर ही उनके होश में आने का इंतजार करने लगी, जिससे उन्हें जेल ले जाया जा सके। उनके चाहने वालों द्वारा भेजे गए फूल, रिकॉर्ड्स और सारा सामान कमरे के बाहर ही रखा जाता था और आने-जाने वालों पर नजर रखी जाती थी।

हथकड़ियों में ही हो गई मौत

डेढ़ महीने तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद 17 जुलाई 1959 को बिली हॉलिडे का न्यूयॉर्क मेट्रोपॉलिटन हॉस्पिटल में तड़के 3ः10 बजे निधन हो गया। लिवर सिरोसिस से लड़ते हुए बिली का हार्ट फेल हो गया था। उम्र थी महज 44 साल। मौत का कारण था नशा। जब तक बिली का इलाज चला, तब तक पुलिस भी अस्पताल में ही उन्हें गिरफ्तार करने का इंतजार करती रही।

मौत के समय पैर में बंधे मिले पैसे

मृत बिली के शरीर की देखभाल कर रहे एक अस्पताल कर्मचारी ने देखा कि उनके एक पैर में 750 डॉलर रुपए बंधे हुए थे। यही उनके पास आखिरी रुपए थे, जो शायद उन्होंने जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल के लिए रखे थे, क्योंकि उनके बैंक अकाउंट में उस समय महज 0.70 डॉलर यानी 57 रुपए ही थे।

मौत के बाद मिले 4 ग्रैमी अवॉर्ड

मौत के 3 साल बाद बिली हॉलिडे को बेस्ट वोकल परफॉर्मर कैटेगरी में ग्रेमी अवॉर्ड मिला। इसके बाद उन्हें कार्नेजी हॉल कॉन्सर्ट के लिए ग्रैमी अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। 1986 में उन्हें रिकॉर्डिंग के लिए ग्रैमी मिला और 1987 में उन्हें ग्रैमी लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला। इन सबके अलावा बिली को मरने के बाद 23 ग्रैमी नॉमिनेशन मिले थे।

फिल्मी सितारों, गानों और फिल्मों की ये अनसुनी दास्तानें भी पढ़िए-

दुनिया के सबसे शरीफ खलनायक नांबियार:वो विलेन जिसके पैर रजनीकांत भी छूते थे, इनके कहने पर अमिताभ भी 7 किलोमीटर नंगे पांव चले

1000 से ज्यादा फिल्मों में नजर आए एम.एन. नांबियार सबसे सज्जन विलेन थे। ये अपनी जिंदगी में 65 बार सबरीमाला मंदिर गए थे, जहां पहुंचने के लिए 41 दिनों का कड़ा तप करना पड़ता है। इन्हीं की बदौलत सबरीमाला को देशभर में पहचान मिली। इन्हें महा गुरुस्वामी की उपाधि मिली थी, ऐसे में रजनीकांत जैसे सुपरस्टार भी इनके पैर छूते थे। अमिताभ बच्चन भी इनके कहने पर कई किलोमीटर पैदल चले थे। लेकिन विलेन बनकर ऐसा भय पैदा किया था कि लोग कई बार इन्हें असल में खलनायक समझकर पीटने आ जाया करते थे। इतने सज्जन थे कि इन्होंने ताउम्र सिर्फ पतनी के हाथों का बना खाना खाया।

पूरी कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें-

चंगेज खान की लव स्टोरी पर बनी जानलेवा फिल्म:91 लोगों को हुआ कैंसर, हीरो-हीरोइन और डायरेक्टर सहित 46 की जान इसी से गई

1956 में आई हॉलीवुड फिल्म दी कॉन्करर (विजेता)। ये मंगोल शासक चंगेज खान की लव स्टोरी थी। ये लव स्टोरी हॉलीवुड के लिए जानलेवा साबित हुई। 1951 से 1955 के बीच अमेरिका ने लगातार न्यूक्लियर टेस्ट किए थे। 1954-55 में ही इस फिल्म की शूटिंग उसी न्यूक्लियर टेस्ट साइट से 220 किमी दूर हो रही थी। जहरीली हवाओं और टेस्ट साइट से उड़कर आई जहरीली धूल ने वो असर दिखाया कि इस फिल्म की 220 लोगों की यूनिट में से 91 को कैंसर हुआ। धीरे-धीरे 46 लोगों की जान इस कैंसर ने ली। हीरो, हीरोइन, डायरेक्टर समेत कई लोग कैंसर से मरे।

फिल्म की पूरी कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

कोरियन तानाशाह से इश्क का खूनी अंजाम:खूबसूरत एक्ट्रेस को 6000 लोगों के सामने 120 गोलियां मारीं, जन्म से मौत तक हर डाटा मिटाया​​​​​

नोर्थ कोरिया की सबसे खूबसूरत लड़की वू इन ही, जिसे तानाशाह के खिलाफ जाने पर सजा-ए-मौत दी गई थी। 6000 लोगों के सामने वू इन ही को 120 गोलियां मारी गईं। इतिहास के पन्नों से वू इन ही का नाम इस तरह मिटाया गया कि ना तो उनके परिवार की कोई जानकारी है, ना उनके पैदा होने की कोई तारीख किसी को पता है, ना ही मरने की। सारी तस्वीरें और जितनी फिल्मों में उन्होंने काम किया, सब मिटा दी गईं।

वू इन ही की पूरी कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

गाना जिसे सुनकर 200 लोगों ने की आत्महत्या:गीतकार ने तार से खुद का गला घोंट लिया, जिस गर्लफ्रेंड के लिए लिखा उसने भी की सुसाइड

दुनिया का सबसे मनहूस गाना ग्लूमी संडे। एक अधूरी प्रेम कहानी के बाद लिखे गए इस गाने को सुनकर 200 लोगों ने आत्महत्या कर ली। मौत के बाद जो भी सुसाइड नोट मिले उसमें गाने के बोल लिखे होते थे वहीं कई के कमरों में गाना बजता मिलता था। जिसने गाना लिखा उसने भी आत्महत्या कर ली और जिसके लिए लिखा गया उस लड़की ने भी। मौतों के डर से इस गाने को करीब 63 सालों तक बैन रखा गया था।

ग्लूमी संडे गाने की पूरी कहानी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें-

reference

https://tedgioia.substack.com/p/the-tragic-final-days-of-billie-holiday

https://www.ranker.com/list/life-of-billie-holiday/rachel-souerbry

https://americansongwriter.com/behind-the-untimely-death-and-legacy-of-jazz-pioneer-billie-holiday/#:~:text=The%20Day%20Lady%20Day%20Passed%20Away&text=The%20cirrhosis%20was%20brought%20on,among%20those%20close%20to%20Holiday.v

https://tedgioia.substack.com/p/the-tragic-final-days-of-billie-holiday

खबरें और भी हैं...