वेटरन एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर ने इस बात का खुलासा किया है कि सिर्फ अनुष्का शर्मा ही नहीं, बल्कि उन्हें भी अपने क्रिकेटर पति मंसूर अली खान पटौदी (टाइगर पटौदी) की खराब परफॉर्मेंस के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता था और ऐसा उनके फैन्स नहीं बल्कि उनके अपने पिता ने एक बार किया था।
शर्मिला ने एक लाइव सेशन के दौरान ये बात कही। उन्होंने कहा, 'शायद एक मैच के दौरान टाइगर ने कैच छोड़ दिया था और मेरे पिता ने दूसरे कमरे से मुझपर चिल्लाते हुए कहा था, 'तुम्हें उसे रात भर जगाकर नहीं रखना चाहिए!!' शर्मिला बोलीं, क्या आप सोच सकते हैं ये क्या था'?
शर्मिला ने सुनाया एक और किस्सा
इस लाइव सेशन के दौरान शर्मिला ने टाइगर से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि टाइगर से वह एक पार्टी के दौरान मिली थीं और वह सबसे ब्रिटिश एक्सेंट में बात कर रहे थे। उनका सेंस ऑफ़ ह्यूमर कमाल का था और वह अपने ही जोक्स पर हंसा करते थे। शर्मिला ने ये भी बताया कि टाइगर उनके लिए खूबसूरत कविताएं लिखा करते थे लेकिन एक बार जब उन्होंने ये कविताएं अपने को-स्टार फिरोज खान को दिखाईं तो उन्हें मालूम चला कि ये कविताएं तो असल में ग़ालिब ने लिखी थीं।
पेरिस में मंसूर ने दिया था शादी का प्रपोजल
शर्मिला और मंसूर की पहली मुलाकात 1965 में एक कॉमन फ्रेंड से जरिए हुई थी। पहली ही मुलाकात में दोनों एक दूसरे को पसंद कर बैठे। शर्मिला को पहले ही क्रिकेट में काफी रुचि थी लेकिन जब वो मंसूर से मिली तो उनके सेंस ऑफ ह्यूमर की भी दीवानी हो गईं। जबकि मंसूर को हिंदी फिल्मों की कोई खास जानकारी नहीं थी। एक-दूसरे को समझने में दोनों ने 4 साल लगा दिए जिसके बाद मंसूर ने पेरिस में शर्मिला के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। यहां शर्मिला ने एक बार में ही शादी के लिए हामी भर दी। 1969 में दोनों ने शादी की थी लेकिन ये कम ही लोग जानते हैं कि शर्मिला ने शादी करने के लिए मंसूर के सामने एक शर्त रखी थी।
क्या थी शर्मिला की शर्त?
प्रपोजल में हामी भरते ही शर्मिला ने मंसूर के सामने शर्त रखी कि वो उनसे तब ही शादी करेंगी जब वो अपने मैच में एक साथ तीन छक्के यानि सिक्सर का हैट्रिक लगाएंगे। मंसूर ने अगले ही मैच में पूरे देश के सामने सिक्सर लगाकर अपना प्यार साबित किया और 27 दिसम्बर 1969 में दोनों की शादी हो गई।
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