- पोरबंदर, द्वारका, जामनगर, मोरबी और कच्छ में हो सकती है भारी वर्षा
- तीथल में अभी भी वायु का असर
गांधीनगर. अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान वायु सोमवार की रात एक बार फिर गुजरात तट की ओर मुड़ेगा मगर यह धीरे धीरे कमजोर पड़ता जाएगा और इसके आज मध्यरात्रि तक राज्य के उत्तरी तट से तीव्र दबाव के क्षेत्र (डिप्रेशन) के तौर पर गुजरने की पूरी संभावना है।
वापस पलटेगा वायु
मौसम विज्ञान की केंद्र की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार पहले गुजरात तट से दूर निकल गया वायु साेमवार की रात साढ़े आठ या नौ बजे तक वापस पलटेगा। रविवार की दोपहर बाद ढाई बजे तक यह पांच किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम और पश्चिमोत्तर दिशा में बढ़ रहा था। तब यह गुजरात के पोरबंदर तट से 490 किमी, द्वारका तट से 450 किमी और भुज तट से 550 किमी पश्चिम दक्षिण पश्चिम में स्थित था। यह अगले 12 घंटे में गंभीर यानी सीवियर तूफान से सामान्य तूफान और उसके अगले 12 घंटे में सामान्य तीव्र दबाव यानी डिप्रेशन में तब्दील हो जायेगा और इसी रूप में गुजरात तट से गुजरेगा।
राज्य में हल्की वर्षा
इस बीच, राज्य में रविवार भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई है। अहमदाबाद शहर में भी हल्की वर्षा हुई। मौसम विभाग ने कल राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र में पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी और कच्छ जिले में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की जबकि परसों उत्तर गुजरात के बनासकांठा और साबरकांठा जिलों में तेज महेसाणा, पाटण और अरवल्ली तथा सौराष्ट्र के कच्छ और मोरबी में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। ज्ञातव्य है कि अति गंभीर श्रेणी के तूफान में बदले वायु के गत 13 जून को गुजरात तट से टकराने की आशंका जताई गई थी पर यह अंतिम समय में पश्चिम यानी ओमान की ओर मुड़ गया।
तीथल बीच पर उठी लहरें
वायु तूफान का असर अभी भी वलसाड के तीथल बीच पर देखा जा रहा है। रविवार को पूर्णिमा होने के कारण दोपहर से ही समुद्र से लहरे उफनती नजर आई। बीच में लहरों का आनंद लेने बड़ी संख्या में पर्यटक भी उमड़ पड़े। लगभग 50 से 60 किमी रफ्तार से तेज हवाओं के साथ बारिश होने के बाद समुद्र में लहरों ने विकराल रूप ले लिया था।