देश की पहली स्वदेसी वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल देशभर के 14 संस्थानों में चल रहा है। पटना एम्स में अगले चरण की तैयारी शुरू हो गई है। यह देश का पहला ऐसा संस्थान है जहां सबसे पहले ह्यूमन ट्रायल का दूसरा चरण शुरू होगा। ह्यूमन ट्रायल पहला चरण 15 जुलाई से शुरू हुआ था, अब दूसरा चरण 29 या 30 जुलाई से शुरू होगा।
एम्स के एमएस डॉ. सीएम सिंह ने कहा कि लोगों का वैक्सीन के ट्रायल के प्रति रूझान बेहतर है। पहली डोज के लिए एम्स ने 375 लोगों पर ट्रायल करने का टारगेट रखा है जबकि दूसरे डोज के लिए 750 लोगों पर ह्यूमन ट्रायल करने का लक्ष्य है।
एम्स पटना : पहला और दूसरा डोज चलेगा साथ-साथ
15 जुलाई को जिसे पहला डोज दिया दिया गया है, उसे अब सेकंड डोज दिया जाएगा। इसके लिए एम्स की टीम ने तैयारी कर ली है। सोमवार को 12 और लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल हुआ। अब तक 39 लोगों पर पहले डोज का ट्रायल हो चुका है। सोमवार को ही 14 लोगों का मेडिकल टेस्ट भी हुआ। 29 या 30 जुलाई से पहला और दूसरा डोज दोनों साथ-साथ चलेगा।
सेकंड डोज भी में हाफ एमएल का इंजेक्शन दिया जाएगा। जिन लोगों को पहला डोज दिया गया है, वह सभी स्वस्थ्य हैं। किसी पर कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है। एम्स की टीम दिन में दो बार पहले डोज ले चुके हरेक व्यक्ति से फोन कर उनका हालचाल ले रही है।
पीजीआई रोहतक : दूसरे चरण का डोज 31 जुलाई से
पीजीआई रोहतक में वैक्सीन के दूसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल 31 जुलाई से शुरू होगा। पहले चरण का वैक्सीन ट्रायल 17 जुलाई से शुरू हुआ था। यह दो हिस्सों में था। इसका पहला ट्रायल 25 जुलाई को पूरा हो गया। यह अब तक सफल रहा है। किसी भी वॉलंटियर्स में कोई साइडइफेक्ट नहीं मिला। इसका दूसरा चरण 25 जुलाई से शुरू हो गया है।
पीजीआई रोहतक की डॉ. सविता वर्मा का कहना है कि पहले चरण के दूसरे हिस्से के लिए 6 वॉलंटियर्स को चुना गया है। अब तक हुए ट्रायल में कोवैक्सीन सफल रही है।
आईएमएस ओडिशा: सोमवार से शुरू हुआ पहले चरण का ह्यूमन ट्रायल
ओडिशा के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस और एसयूएम हॉस्पिटल में कोवैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल सोमवार से शुरू हुआ। वैक्सीन ट्रायल के नोडल अधिकारी ई वेंकट रॉव के मुताबिक, चुने गए वॉलंटियर्स को 14-14 दिन के गैप में दो डोज दी जाएगी।
एक लम्बे स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद वॉलंटियर्स को चुना गया है। वैक्सीन देने के बाद इन पर नजर रखी जाएगी। एक दिन में जो वैक्सीन का रिस्पॉन्स दिखा वो असरदार रहा है। कई और लोगों को अभी ट्रायल में शामिल करने की प्रक्रिया जारी है।
एम्स दिल्ली : पहली डोज 30 साल के शख्स को दी गई
एम्स दिल्ली में वैक्सीन की पहली डोज 30 साल के शख्स को दी गई। 2 घंटे निगरानी के बाद उसे घर भेज दिया गया। क्लीनिकल परीक्षण में शामिल कुछ और वॉलंटियर्स की स्क्रीनिंग रिपोर्ट आने के बाद उन्हें टीका लगाया जाएगा।
एम्स दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया के मुताबिक, पहले चरण में हम यह देखते हैं कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित है और डोज की रेंज पर नजर रखी जाती है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.