मैक्सिको में मेडिकल साइंस का दुर्लभ केस सामने आया है। यहां एक बच्ची 2.2 इंच लंबी पूंछ के साथ पैदा हुई। बाद में इसकी लंबाई 0.8 सेंटीमीटर और बढ़ गई थी। यह देख डॉक्टर्स भी दंग रह गए, क्योंकि दुनिया में अब तक ऐसे 40 केस ही मिले हैं।
इस पूंछ को अब डॉक्टर्स ने हटा दिया है। बच्ची को अस्पताल से डिस्चार्ज हुए दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। वह पूरी तरह स्वस्थ है।
पूंछ पर बाल, सिरे का आकार गोल
जर्नल ऑफ पीडियाट्रिक सर्जरी में छपी इस केस रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची की पूंछ की लंबाई 5.7 सेंटीमीटर थी। इसका व्यास 3 से 5 मिलीमीटर के बीच था। जन्म होने पर पूंछ पर हल्के बाल थे और इसके सिरे का आकार गोल था। डॉक्टर्स ने बच्ची को पैदा होने के अगले दो महीने तक मॉनिटर किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि नवजात नॉर्मल बच्चों की तरह ही बड़ी हो रही थी। वजन भी नॉर्मल था। दिल-दिमाग में कोई परेशानी भी नहीं थीं।
डिलीवरी के दौरान कोई इन्फेक्शन नहीं, मां-बेटी स्वस्थ
बच्ची का जन्म उत्तर-पूर्वी मैक्सिको के न्यूवो लियोन राज्य के एक ग्रामीण अस्पताल में हुआ। मां की डिलीवरी नॉर्मल तरीके से नहीं, बल्कि सीजेरियन हुई। बच्ची के माता-पिता की उम्र 20 से 30 साल के बीच है और दोनों ही पूरी तरह स्वस्थ हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान मां किसी तरह के रेडिएशन या इन्फेक्शन से एक्सपोज नहीं हुई। पेरेंट्स का पहले से एक बेटा भी है, जो बिल्कुल नॉर्मल जिंदगी जी रहा है।
टेल में कोई दर्द नहीं था, हिलाया भी जा सकता था
डॉक्टर्स की मानें तो पूंछ नर्म थी, क्योंकि उसमें कोई हड्डी नहीं थी। उसे बिना किसी दर्द के हिलाया जा सकता था। अच्छे से जांच-पड़ताल करने के बाद डॉक्टर्स ने पाया कि पूंछ भी पूरी तरह स्वस्थ है। इसके बाद बच्ची पर सर्जरी करने का फैसला लिया गया। ऑपरेशन में पूंछ को लिम्बर्ग प्लास्टी कर शरीर से हटाया गया।
ट्रू टेल का ये दुर्लभ केस, ब्राजील में ऐसा मामला मिला
इसके पहले भी कई बच्चे पूंछ के साथ पैदा हुए हैं। अब तक इंसानों में दो तरह की पूंछ पाई गई हैं। पहली- वेस्टिजियल टेल और दूसरी ट्रू टेल। वेस्टिजियल टेल ऐसी पूंछ को कहा जाता है, जो मानवजाति के विकास को दिखाती है। इसमें पूंछ के अंदर हड्डी होती है। इस पर अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जापान, इटली और जर्मनी में हुईं स्टडीज में अब तक 195 मामले सामने आए हैं।
वहीं ट्रू टेल ऐसी पूंछ को कहा जाता है, जिसमें हड्डी नहीं होती। इसमें केवल टिशू और फैट होता है। यह टेल ज्यादा दुर्लभ है। दुनियाभर में अब तक इसके 40 केस ही सामने आए हैं। इससे पहले साल 2021 में ब्राजील में एक बच्चा ऐसी पूंछ के साथ पैदा हुआ था।
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