• Hindi News
  • Happylife
  • Sweat Is A Kind Of Antibiotic Juice, It Fights With Harmful Bacteria In Our Body.

पसीने से त्वचा स्वस्थ रहती है:पसीना एक तरह का एंटीबायोटिक जूस, ये हमारी बॉडी में बैक्टीरिया से लड़ता है

वॉशिंगटन9 महीने पहले
  • कॉपी लिंक

आप पसीने की बदबू से परेशान हैं। लोग आपसे दूर भागते हैं, तो जान लीजिए ये पसीना और उसकी बदबू दोनों आपके लिए बहुत फायदेमंद हैं। पसीना आपको हाइड्रेट ही नहीं रखता, बल्कि त्वचा की कई बीमारियों से बचाता है। दरअसल हमारी त्वचा पर 200 से ज्यादा प्रकार के बैक्टीरिया मौजूद होते हैं।

पसीना निकलने पर ये एक्टिव हो जाते हैं। पसीने की अपने आप में कोई गंध नहीं होती, लेकिन हमारी कांख और जांघों के बीच से निकलने वाले पसीने में तेल, फैट और प्रोटीन भी होता है। कुछ खास तरह के बैक्टीरिया यहां ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। इसलिए यहां से ज्यादा बदबू आती है, लेकिन यह बैक्टीरिया एक्जिमा जैसी बीमारियों से बचाता है। पसीना MRSA जैसी बीमारियों को भी दूर रखता है। इसके बैक्टीरिया आमतौर पर अस्पतालों के आसपास पाया जाता है। अमेरिका में बड़ी आबादी इस बीमारी से परेशान है।

बैक्टीरिया पसीने के मॉलिक्यूल खाते हैं
यॉर्क यूनिवर्सिटी के बॉयोलॉजिस्ट गेविन थॉमस कहते हैं, पसीने में बदबू हमारे शरीर पर बैक्टीरिया की वजह से होती है। भूखे बैक्टीरिया पसीने के मॉलिक्यूल खाते हैं, जिनसे दूसरे मॉलिक्यूल बनते हैं। इनकी अलग-अलग गंध होती है।

पसीना एक तरह का एंटीबायोटिक जूस है
डर्मिटलॉजिस्ट रिचर्ड गैलो कहते हैं, हमारा पसीना एक तरह का एंटीबायोटिक जूस है, जो हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने के लिए एक दीवार तैयार कर देते हैं। एंटीबैक्टीरियल साबुन से नहाने के बाद भी ये आपके शरीर पर मौजूद रहते हैं। नहाने के 10 मिनट के अंदर ही ये फिर तैयार हो जाते हैं और आपको स्वस्थ रखते हैं।