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तकनीक से वेटलॉस:अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बनाई मोटापा कंट्रोल करने वाली डिवाइस, यह भूख का अहसास होने से रोकती है

2 वर्ष पहले
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  • डिवाइस को टेक्सास की A&M यूनिवर्सिटी ने तैयार की
  • दुनियाभर में 65 करोड़ लोग मोटापे से जूझ रहे हैं

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने मोटापा कम करने वाली एक वायरलेस डिवाइस तैयार की है। यह डिवाइस मोटापे से जूझ रहे लोगों में पेट भरे होने का अहसास कराती है। 1 सेंटीमीटर आकार वाली इस डिवाइस को अमेरिका में टेक्सास की A&M यूनिवर्सिटी ने बनाया है।

ऐसे काम करती यह डिवाइस
इसे तैयार करने वाली टीम से जुड़े डॉ. सूंग पार्क कहते हैं, इस डिवाइस को इंप्लांट करने के लिए शरीर में छोटा सा चीरा लगाया जाता है। शरीर में पहुंचने के बाद इसे बाहर से रेडियो फ्रीक्वेंसी रिमोट के जरिए कंट्रोल किया जाता है।

इस डिवाइस में लगी माइक्रोचिप और LED लाइट रिलीज करती है जो नर्व पर अपना ऐसा असर छोड़ती है कि पेट भरे होने का अहसास होता है। भूख अधिक नहीं लगती। इस तरह मोटापा कंट्रोल किया जाता है।

किन लोगों को इस डिवाइस की जरूरत
वैज्ञानिकों के मुताबिक, ऐसे लोग जो डाइटिंग और एक्सरसाइज के बाद भी वजन नहीं घटा पा रहे हैं। गैस्ट्रिक बायपास सर्जरी की नौबत आ रही है। उनके पेट में इस डिवाइस को इंप्लांट कर सकते हैं। जो डाइजेस्टिव सिस्टम को कंट्रोल करेगा। सर्जरी के बाद रिकवरी में लम्बा समय लगता है।

डिवाइस को तैयार करने वाले प्रो. सूंग पार्क का दावा है कि यह वायरलेस डिवाइस लाइट के जरिए दिमाग तक ऐसा सिग्नल पहुंचाती है जिससे अहसास होता है कि पेट भरा है।
डिवाइस को तैयार करने वाले प्रो. सूंग पार्क का दावा है कि यह वायरलेस डिवाइस लाइट के जरिए दिमाग तक ऐसा सिग्नल पहुंचाती है जिससे अहसास होता है कि पेट भरा है।

यह अपनी तरह की पहली ऐसी डिवाइस

प्रो. पार्क कहते हैं, ब्रेन से कंट्रोल होने वाले न्यूरॉन को डिवाइस के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है।अब तक कोई भी ऐसी वायरलेस डिवाइस नहीं तैयार हो पाई थी जो ब्रेन के अलावा न्यूरॉन को कंट्रोल कर सकें। यह पहली ऐसी वायरलेस डिवाइस है।