िदव्यांगों का अब यूनिक डिसेबिलिटी आई कार्ड बनाया जाएगा। इसके बनने से सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना आसान हो जाएगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। यह कार्ड जिला स्वास्थ्य विभाग बनाएगा। इसका नोडल अधिकारी सीएमओ को बनाया गया है। इस योजना के तहत 40 फीसदी या इससे ऊपर के दिव्यांग ही अपना कार्ड बनवा सकते हैं। यह ऑनलाइन बनेगा। इसके बनाने की प्रक्रिया आचार संहिता हटते ही शुरू हो जाएगी।
िजले में 18 साल के ऊपर के 5586 दिव्यांग हैं। इन्हें मंथली 2000 पेंशन मिलती है। 367 ऐसे दिव्यांग बच्चे हैं जो 100 फीसदी डिसएबल हैं उन्हें मासिक 1100 रुपए दिए जा रहे हैं। विभिन्न स्कूलों में पढ़ रहे 104 दिव्यांग बच्चों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसमें कक्षा से 1 से 4 तक के बच्चों को मासिक 400, कक्षा 5 से 8 तक के बच्चों को मासिक 500 और कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को मासिक 600 रुपए दिए जा रहे हैं।
सीएमओ को बनाया गया है नोडल अिधकारी, स्वास्थ्य विभाग बनाएगा यह कार्ड
यूनिक आईडी बनने से नहीं होगी परेशानी
यूनिक डिसएबिलिटी आईडी कार्ड बनने से उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। किसी भी योजना के लाभ में बस आईडी दिखानी होगी। इसके आधार पर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ िमलेगा। इसके अलावा अगर सरकार कोई योजना लाती है तो यह जानकारी िदव्यांगों को मैसेज या फोन कर दी जाएगी। आईडी के बनने से उन्हें सभी योजनाओं का लाभ व जानकारी आसानी से मिल सकेगी।
इस तरह किए जाएंगे आवेदन
समाज कल्याण विभाग के अनुसार इसके आवेदन ऑनलाइन होंगे। आवेदक को आवेदन करते समय दो पहचान पत्र के अंक, आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि अंकित करने होंगे। आईडी कार्ड बनाने की जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य विभाग की है। ये वहीं से बनेंगे। सीएमओ को इसके लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। आचार संहिता हटते ही ये कार्ड बनने शुरू हो जाएंगे।