सरपंच बोले-ई-पंचायत से 1 काम का खर्च Rs.2400 कौन देगा
पंचायत भवन में कैथल ब्लॉक के ग्राम सरपंचों व ग्राम सचिवों ने धरना शनिवार को भी दिया। ई-पंचायत के मुद्दों को लेकर...
Bhaskar News Network | Last Modified - Apr 01, 2018, 02:20 AM IST
पंचायत भवन में कैथल ब्लॉक के ग्राम सरपंचों व ग्राम सचिवों ने धरना शनिवार को भी दिया। ई-पंचायत के मुद्दों को लेकर धरने के दौरान चर्चा की और सरकार से अपनी मांग पूरा करने की गुहार लगाई। यही चर्चा कैथल के अलावा राजौंद, कलायत, पूंडरी, सीवन व गुहला ब्लॉक में भी धरने के दौरान हुई। पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा ने इनेलो की तरफ से धरने पर पहुंचकर समर्थन दिया।
सरपंच एसोसिएशन कैथल ब्लॉक प्रधान राजेंद्र फौजी, राममेहर प्योदा, रामफल खुराना, चांदीराम नरड़, कुलदीप चहल, गुरनाम, हरदीप ग्राम सचिव, रामलाल, सुरेंद्र शर्मा व निर्मल ने कहा कि प्रदेश का कोई भी सरपंच ई-पंचायत योजना के विरोध में नहीं है। उन्हें सरकार से इस योजना को लागू करने के लिए बैठने की व्यवस्था, कंप्यूटर, इंटरनेट, बिजली, ऑपरेटर मांगे हैं ताकि वे इस योजना को ठीक से लागू कर सके ताकि ग्राम सचिव अपनी देखरेख में काम देख सकें।
यदि प्रत्येक पंचायत को नहीं दे सकते तो क्लस्टर स्तर पर उपलब्ध करवा दें। पूरा काम हिंदी की टाइप से तैयार करवाना पड़ता है। किसी एक काम की फाइल में लगभग 55-60 पृष्ठ होते हैं। एक पृष्ठ को टाइप करवाने वाले 35-40 रुपए लेते हैं। जो करीब 2000 से 2400 रुपए खर्च होते हैं। ऐसे में सरकार पंचायत को बताए इसको कौन वहन करेगा। सचिवों ने बताया कि 11 तरह की तकनीक से परिपूर्ण सॉफ्टवेयर हैं। इसका खंड स्तरीय अधिकारियों को भी ज्ञान नहीं है। प्रशिक्षण देने के लिए एमसीए पास डीपीएम को लगाया गया है। ऐसे सिस्टम को दो घंटे के प्रशिक्षण से 10वीं पास सचिव कैसे चला सकते हैं।
कैथल |जिला कार्यालय के बाहर ई-पंचायत के खिलाफ धरने पर बैठे सरपंच।
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यदि प्रत्येक पंचायत को नहीं दे सकते तो क्लस्टर स्तर पर उपलब्ध करवा दें। पूरा काम हिंदी की टाइप से तैयार करवाना पड़ता है। किसी एक काम की फाइल में लगभग 55-60 पृष्ठ होते हैं। एक पृष्ठ को टाइप करवाने वाले 35-40 रुपए लेते हैं। जो करीब 2000 से 2400 रुपए खर्च होते हैं। ऐसे में सरकार पंचायत को बताए इसको कौन वहन करेगा। सचिवों ने बताया कि 11 तरह की तकनीक से परिपूर्ण सॉफ्टवेयर हैं। इसका खंड स्तरीय अधिकारियों को भी ज्ञान नहीं है। प्रशिक्षण देने के लिए एमसीए पास डीपीएम को लगाया गया है। ऐसे सिस्टम को दो घंटे के प्रशिक्षण से 10वीं पास सचिव कैसे चला सकते हैं।
कैथल |जिला कार्यालय के बाहर ई-पंचायत के खिलाफ धरने पर बैठे सरपंच।
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