मैनपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी उसकी प|ी रवीना व पड़ोसी कमल को 7 दिन के रिमांड के बाद भी पुलिस उनसे हत्या करने की बात साबित नहीं करवा सकी है। बुधवार को दोनों को खरखौदा अदालत में पेश किया। जहां सरकारी वकील ने पुलिस की तरफ से अदालत से मधुबन लैब में पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
खरखौदा न्यायाधीश विनय काकराण ने इसकी मंजूरी दे दी है। पॉलीग्राफी टेस्ट न होने तक दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रोहतक जिले के पाकस्मा निवासी और हाल खरखौदा के वार्ड-4 में मैनपाल 5 बच्चों और प|ी रवीना के साथ रह रहा था। आरोप है कि प|ी रवीना ने पड़ोसी कमल के साथ प्रेम प्रसंग के कारण अपने ही पति की हत्या की है।
सरकारी वकील ललित सहरावत ने बताया कि रवीना और कमल के 7 दिन के पुलिस रिमांड के बाद भी पुलिस कुछ सबूत नहीं जुटा पाई। पुलिस को अभी तक न तो वह दुपट्टा मिला है, जिससे गला घोंटकर हत्या की गई, न ही मोबाइल। आरोपी प्रेमी जोड़े ने 7 दिन तक रोहट से गुजरने वाली दिल्ली पश्चिमी यमुना लिंक नहर टहलाता रहा, लेकिन सबूत व मैनपाल का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। वहीं, पुलिस को इस बात की आशंका है कि आरोपी प्रेमी जोड़ा लगातार झूठ बोल रहा है।
आरोपी कमल की प|ी की 6 वर्ष पहले हो चुकी है मौत
आरोपी कमल की प|ी की 6 साल पहले मौत हो चुकी है। कमल के 3 बच्चे हैं, जो अपनी दादी के पास थाना कलां गांव में रहते हैं। उनकी दादी ही दोनों बच्चों का पालन पोषण कर रही है। इधर खरखौदा में आरोपी रवीना के पांच बच्चे हैं।
भास्कर न्यूज | खरखौदा
मैनपाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी उसकी प|ी रवीना व पड़ोसी कमल को 7 दिन के रिमांड के बाद भी पुलिस उनसे हत्या करने की बात साबित नहीं करवा सकी है। बुधवार को दोनों को खरखौदा अदालत में पेश किया। जहां सरकारी वकील ने पुलिस की तरफ से अदालत से मधुबन लैब में पॉलीग्राफी टेस्ट करवाने की मांग की है, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
खरखौदा न्यायाधीश विनय काकराण ने इसकी मंजूरी दे दी है। पॉलीग्राफी टेस्ट न होने तक दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। रोहतक जिले के पाकस्मा निवासी और हाल खरखौदा के वार्ड-4 में मैनपाल 5 बच्चों और प|ी रवीना के साथ रह रहा था। आरोप है कि प|ी रवीना ने पड़ोसी कमल के साथ प्रेम प्रसंग के कारण अपने ही पति की हत्या की है।
सरकारी वकील ललित सहरावत ने बताया कि रवीना और कमल के 7 दिन के पुलिस रिमांड के बाद भी पुलिस कुछ सबूत नहीं जुटा पाई। पुलिस को अभी तक न तो वह दुपट्टा मिला है, जिससे गला घोंटकर हत्या की गई, न ही मोबाइल। आरोपी प्रेमी जोड़े ने 7 दिन तक रोहट से गुजरने वाली दिल्ली पश्चिमी यमुना लिंक नहर टहलाता रहा, लेकिन सबूत व मैनपाल का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है। वहीं, पुलिस को इस बात की आशंका है कि आरोपी प्रेमी जोड़ा लगातार झूठ बोल रहा है।
...ताकि जल्द ही सामने आ सके सच्चाई