बरसात सीजन में शहर में पानी निकासी की व्यवस्था को दुरूस्थ करने के लिए जलापूर्ति विभाग ने अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। बरसात सीजन शुरू होने से पहले विभाग शहर की मुख्य सीवर लाइनों की सफाई करवाएगा। सफाई कार्य पर करीब छह लाख रूपए खर्च होंगे। अधिकारियों ने सीवर लाइनों की सफाई का कार्य 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
प्रदेश में मानसून का आगमन जुलाई माह में हो जाता है। शहर में बरसात के पानी की निकासी नालों और सीवर लाइनों पर निर्भर रहती है। नगर परिषद ने सभी नालों को सीवर लाइनों के साथ जोड़ दिया है। शहरी क्षेत्र में पानी की निकासी के लिए केवल सीवर लाइने ही विकल्प है। इसे देखते हुए अधिकारियों ने बरसात शुरू होने से पहले ही सीवर लाइनों की व्यवस्था को दुरूस्थ रखने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस बार बरसात सीजन में शहरवासियों को सड़कों व कॉलोनियों में जलभराव का सामना नहीं करना पड़ेगा। शहर के पानी की निकासी के लिए मुख्य सीवर लाइनों की सफाई का कार्य किया जाएगा। प्रथम चरण में सिविल रोड, रोहतक रोड और सेक्टर सात की लाइनों की सफाई की जाएगी। विभाग के अधिकारियों ने नगर परिषद को खुले नालों व नालियों में जमा सिल्ट को निकलवाने के लिए भी पत्र लिखा है। नालियों की सिल्ट सीवर लाइन में जाकर पानी निकासी को बाधित कर देती है।
गोहाना. शिव नगर में सीवर लाइन अवरूध होने से गली में भरा पानी।
वैकल्पिक तौर पर आठ पंप सेट की व्यवस्था की है
शहर में पानी निकासी के लिए विभाग ने आठ पंप सेट की भी व्यवस्था की है। अधिकारियों ने चार पंप सैट ड्रेन नंबर आठ स्थित डिस्पोजल पर रखवाए हैं। वहीं चार पंपों को आपात स्थिति के लिए रिजर्व रखा है। इनमें से दो पंप सैट बिजली चालित हैं और दो पंप डीजल इंजन के हैं। अधिकारियों का कहना है कि आवश्यकता पड़ने पर इन पंपों को आसानी से कहीं भी स्थापित किया जा सकता है।
बकेट मशीन से की जाएगी सीवर लाइनों की सफाई
सीवर लाइनों की सफाई के लिए बकेट मशीन का प्रयोग किया जाएगा। बकेट मशीन को सीवर लाइन के दो मेनहोल पर रखा जाएगा। इसके बाद मशीन से जुड़ी बकेट से सीवर में जमा सिल्ट को बाहर निकाला जाएगा। बकेट मशीन से सीवर लाइन की बेहतर ढंग से सफाई होती है।