नगर परिषद की स्पेशल हाउस मीटिंग में रखे गए विकास कार्यों के सभी प्रस्ताव बिना किसी विरोध के पारित हो गए। मीटिंग की शुरुआत में कहा गया कि स्पेशल मीटिंग का एजेंडा वही है। किसी नए प्रस्ताव को एजेंडा में शामिल नहीं किया गया। सफाई और स्ट्रीट लाइट की बदहाली को लेकर पार्षदों ने सेनेटरी इंस्पेक्टर और लाइट इंस्पेक्टर को कठघरे में खड़ा किया। जिस पर ईओ बोले कि एक्शन लेंगे। बैठक की अध्यक्षता चेयरपर्सन निर्मला सैनी ने की। स्पेशल मीटिंग बिना कोई रोक टोक और बिना हंगामे के साथ सर्वसम्मति से पास हो गई।
मीटिंग में एजेंडा को लेकर पार्षदों ने कोई सवाल नहीं किए। लेकिन शहर की खराब सफाई व स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को लेकर पार्षदों ने एकमत से आवाज उठाई। पार्षद बोले डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का टेंडर देने के बावजूद शहर में सफाई नहीं हो रही। मीटिंग में चेयरपर्सन सहित 25 निर्वाचित और तीन मनोनीत पार्षद पहुंचे। सभी ने एकमत के साथ बजट व एजेंडा में शामिल प्रस्ताव पास किया। कोई सवाल नहीं किए गए।
पार्षदों ने शहर की व्यवस्था को लेकर आवाज उठाई। सफाई व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट, कर्मचारियों के वेतन व विकास कार्यों को लेकर मुद्दे छाए रहे। पार्षदों का कहना था कि एसआई व एलआई फील्ड में नहीं जाते। अधिकांश समय या तो परिषद कार्यालय में होते हैं या फिर फायर ब्रिगेड के दफ्तर में। जबकि उनका काम फील्ड का है। सफाई कर्मचारियों का वेतन जल्दी दिया जाए, ताकी वह बार-बार हड़ताल पर न जाएं। सभी पार्षदों ने इन समस्याओं से जल्द निजात की मांग की। उन्होंने समाधान का भरोसा मिला।
नगर परिषद की स्पेशल मीटिंग में एजेंडा में रखे गए प्रस्तावों की जानकारी देतीं चेयरपर्सन निर्मला सैनी।
विकास कार्य होने पर बदल जाएगी शहर की फिजा
स्पेशल मीटिंग में 92 करोड़ रुपये के एस्टीमेट के 872 कार्य थे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्पेशल मीटिंग रखी गई। मीटिंग में 26 कार्य और जोड़े गए। काली देवी रोड, भगत सिंह रोड के निर्माण कार्यों के साथ-साथ शहर के अंदर से गुजरने वाले हाईवे पर डिवाइडर व वाइडनिंग, एलईडी लाइटें, सीसीटीवी कैमरे, हर चौक की मरम्मत व सौंदर्यीकरण जैसे कई कार्य हैं। मंदिरों व धर्मशालाओं के लिए प्रस्ताव रखे गए। सफाई व्यवस्था के लिए उपकरण सहित छोटे डंपर खरीदने व अन्य कई तरह के कार्य हैं। हर वार्ड में गलियों के निर्माण के प्रस्ताव रखे गए।
पुराने की जगह नए सफाई दरोगा लगाएंगे : ईओ
मीटिंग में सफाई व्यवस्था को लेकर आवाज उठने लगी तो ईओ डॉ. सुरेश चौहान ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी पूरा काम नहीं कर पा रहे हैं। ऑफिस के साथ फील्ड में भी काम करना पड़ता है। मैंने बहुत प्रयास किए हैं। यहां पर कुछ सफाई कर्मचारियों को वैसे ही दरोगा बनाया गया है। काम चलाने के लिए। वह उस चीज को हाइजैक कर रहे हैं। कर्मचारी काम पर नहीं जाते। कर्मचारी नहीं जाते हैं तो दरोगा रिपोर्ट नहीं करते। मैंने रजिस्टर मंगवाया है। ऐसे दरोगा को हटाकर नए लगाएंगे।
हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई 26 मार्च को
हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 26 मार्च की है। स्पेशल मीटिंग में हुए फैसलों की कॉपी पेश की जाएगी और बताया जाएगा की मीटिंग सर्वसम्मति से पास हुई। इसके बाद हाईकोर्ट मामले में आगामी निर्देश जारी करेगा। अभी तक हाईकोर्ट ने स्टे हटाने के पूर्ण निर्देश नहीं दिए हैं। मीटिंग के फैसले की कॉपी प्रस्तुत करने के बाद आगामी निर्देश जारी होंगे। अधिकारियों का दावा है कि तीसरी एजेंडा मीटिंग के अनुसार जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा।
30 मार्च 2018 को ये हुआ था मीटिंग में
नप की तीसरी हाउस मीटिंग 30 मार्च 2018 को रखी गई थी। मीटिंग से पहले ही अंदाजा था कि जमकर हंगामा होगा और हुआ भी वही। विपक्ष के 14 पार्षद, 2 मनोनीत पार्षद एजेंडा का विरोध दर्ज करवाकर बाहर चले गए। चेयरपर्सन सहित 13 पार्षद व एक मनोनीत पार्षद ने एजेंडा के प्रस्तावों के पक्ष में हस्ताक्षर किए। तब परिषद के तत्कालीन कार्यकारी अधिकारी अरविंद बाल्यान ने कहा था कि एजेंडा के लिए 30 में से 10 पार्षद चाहिए थे। 14 पार्षदों के पक्ष में होने से एजेंडा पास हुआ। इसके बाद विरोधी पार्षदों ने हाईकोर्ट में याचिका डाली। जहां हाईकोर्ट ने इस पर सुनवाई कर स्टे लगा दिया था। पार्षदों ने स्टे हटाने की मांग की तो पिछले सप्ताह हाईकोर्ट ने स्टे हटवाने से पहले फिर से मीटिंग करने के निर्देश दिए। जिस पर अब मीटिंग हुई है।
नगर परिषद की स्पेशल हाउस मीटिंग में यह बोले पार्षद
पूर्ण बहुमत से पास हुए प्रस्ताव : ईओ