सरकार ने एक दिसंबर से देशभर में लागू होने वाले फास्ट टैग व्यवस्था को 15 तक बढ़ा दिया है। जनता की सुविधा के लिए इसमें बढ़ोतरी की गई है। रोहद टोल प्लाजा पर इसे लागू करने के लिए प्रबंधन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। जाम की परेशानी से बचने के टोल पर हर दो घंटे बाद फास्ट टैग लगे वाहनों को रन थ्रू फास्ट टैग लेन से निकालने का ट्रायल किया जा रहा है। इस दौरान किसी कोई परेशानी सामने नहीं आए, इसके लिए टोल पर सुरक्षा गार्ड और मार्शल लगाए गए हैं, जो ट्रायल के दौरान टैग लगी गाड़ियों को इशारा कर फास्ट टैग वाली लेन से निकाल रहे हैं। मंगलवार को रोहद टोल पर लेन से टैग लगे वाहनों को निकाला गया। इस दौरान जैसे ही गाड़ियों की संख्या बढ़ी जाम लग गया, लेकिन टोल कर्मचारी व्यवस्था बनाते हुए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। रोहद टोल के अधिकारी इंगलेश कुमार ने बताया कि सुबह के समय टोल पर हैवी ट्रैफिक होता है। ऐसे में फास्ट टैग शुरू होने से पहले ट्रायल लिया रहा है। सुबह दोनों ओर से भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। यहां दिल्ली से रोहतक और रोहतक से दिल्ली जाने वाले वाहनों को दबाव बढ़ता है। ट्रायल के दौरान टोल से कुछ दूर पर मार्शल तैनात किए हैं, जो टैग की गाड़ियों को जागरूक कर उन्हें फास्ट टैग वाली लेन से निकाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्रायल के दौरान जाम लगने पर ट्रायल को रोक दिया जाता है, ताकि जाम न लगे। हालांकि दोनों ओर टोल कर्मी व पुलिस कर्मचारी तैनात रहते हैं।
कर्मचारी लोगों को टोल लेन में भेजने के अलावा टैग के प्रति कर रहे जागरूक, सुबह के समय टोल पर हैवी ट्रैफिक
एक ही लेन में लेंगे कैश
रोहद टोल प्रबंधन के अनुसार केंद्र सरकार ने देशभर के एनएचएआई के टोल प्लाजा पर यह व्यवस्था लागू करने की योजना तैयार की है। 15 दिसंबर से पहले सभी वाहन चालकों को फास्ट टैग बनावाना जरूरी है। इसके बाद टोल से वाहन नहीं गुजरने दिया जाएगा। इसके जरिए वाहनों पर फास्ट टैग लगवाना अनिवार्य किया है। सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए फास्ट टैग की अवधि बढ़ाई है। प्रीपेड मोबाइल की तर्ज पर फास्ट टैग को रिचार्ज करना होगा, उसमें टोल पर स्वत: ही रीड कर लिया जाएगा। टोल जमा हो जाएगा। एनएचएआई का मानना है कि इस नई व्यवस्था से आए दिन टोल प्लाजा पर होने वाले विवाद रुक जाएंगे। साथ ही किसी प्रकार की बहस का विकल्प ही नहीं रह जाएगा।
कर्मियों को मैनुअल फास्ट टैग मशीनें दी : टोल प्रबंधन के अनुसार सभी लेन में फास्ट टैग रीडर लगे हैं। ये रीडर टोल का भुगतान करने वाले काउंटर के ऊपर लगाए गए हैं। लेन में प्रवेश करते ही काउंटर से महज 100 मीटर की दूरी पर ये रीडर ऊपर से ही गाड़ी का फास्ट टैग रीड कर लेंगे। खाते से टोल का पैसा कट जाएगा। यदि लेन के ऊपर लगी रीडिंग मशीन गाड़ी की दूरी ज्यादा होने या किसी अन्य कारण से टैग को स्वीकार नहीं करती तो वाहन चालक को लेन में खड़ा न रहना पड़े, इसके लिए वैकल्पिक तौर पर कर्मियों को मैनुअल फास्ट टैग मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं। इनके जरिए पास से टैग को रीड किया जा सकेगा।
रोहद टोल प्लाजा पर गार्ड और मार्शल लगा कर फास्ट टैग वाली लेन पर लिया जा रहा ट्रायल।
अब तक 6 हजार लोग बनवा चुके टैग
रोहद टोल प्रबंधन की मानें तो अब तक करीब 6 हजार वाहन मालिक टैग बनवा चुके हैं। रोजाना टोल पर टैग बनवाने वालों की भीड़ लग रही है। टोल से रोजाना रोहतक से झज्जर, बहादुरगढ़ व गुरुग्राम और गुरुग्राम से आने-जाने वाले वाहन हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से बहादुरगढ़ में फास्ट टैग लगाने के लिए चयनित की गई आईएचएमसीएल कंपनी ने मुफ्त कार्ड वितरित की व्यवस्था कर रखी है। कंपनी ने वाहन चालकों को मुफ्त कार्ड उपलब्ध कराए हैं। कुछ दिनों पहले कार्ड की दरें निर्धारित न होने के कारण वाहन चालकों को अलग-अलग कंपनी से खरीदने पड़ रहे थे।