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गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज से घटा सकते हैं ब्लड शुगर, 21 दिन तक लगातार करने पर फायदा

4 वर्ष पहले
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  • अच्छी आदत : दोपहर 12 बजे तक सिर्फ 2-3 तरह के फल खाएं और लंच-डिनर में कच्ची सब्जियों का सलाद लें
  • बुरी आदत : रिफाइंड शुगर और पैकेज फूड जैसे मिठाइयां और बिस्किट से दूरी बनाएं

हेल्थ डेस्क. योग और प्राणायाम भी ब्लड शुगर कंट्रोल करते हैं। करीब 21 दिन तक लगातार ऐसा करने पर रक्त में ब्लड शुगर 300 से घटकर 250 एमजी/डेसीली. किया जा सकता है। यह कहना है मेडिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. बिस्वरूप चौधरी का। वर्ल्ड डायबिटीज डे पर भास्कर ने मेडिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. बिस्वरूप चौधरी से जाना कैसे डायबिटीज को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है-

1) डायबिटीज से जुड़े सवाल-जवाब

डायबिटीज का सीधा मतलब है ब्लड में शुगर की मात्रा जरूरत से ज्यादा होना। अगर अधिक मात्रा रक्त से हटा दी जाए तो आप स्वस्थ हो सकते हैं। कुछ सावधानियां बरतकर ऐसा करना संभव है।     

हर वो एक्सरसाइज जिसमें गहरी सांस ली जाती है डायबिटीज को कंट्रोल करने में सक्षम है। इसमें योग, प्राणायाम, वॉक, स्विमिंग, डांस कर सकते हैं। रोजाना एक घंटे की एक्सरसाइज से 40-50 एमजी/डेसीली. तक ब्लड शुगर का स्तर घटा सकते हैं। करीब 21 दिन लगातार ऐसा करने पर रक्त में ब्लड शुगर 300 से घटकर 250 एमजी/डेसीली. किया जा सकता है। एक्सरसाइज को अदृश्य इंसुलिन भी कहते हैं क्योंकि वर्कआउट से शरीर की इंसुलिन निर्माण करने की क्षमता बढ़ जाती है।    

दिनभर में खाए जाने वाले अनाज की तुलना में फल और कच्ची सब्जियों की मात्रा ज्यादा लें। दिनभर की डाइट में 50 फीसदी से ज्यादा फल और सब्जियां डाइट में शामिल करें, इसके बाद ही अनाज लें। डाइट के इस नियम से ब्लड शुगर काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर डायबिटीज के मरीज नहीं है तो इस रोग के होने का खतरा कम हो जाएगा।  

डाइट में क्या लेना है क्या नहीं इसे तीन स्टेप में समझा जा सकता है।

  • पहला स्टेप : दोपहर 12 बजे तक सिर्फ 2-3 तरह के फल ही खाएं। कितनी मात्रा में लेना है यह शरीर के वजन के मुताबिक तय करें। अपने वजन को 10 से गुणा करें जितनी मात्रा आए उतने ग्राम फल खाना है। जैसे आपका वजन 70 किलो है तो 10 से गुणा करें। यानी न्यूनतम 700 ग्राम फल खाना ही है।
  • दूसरा स्टेप : लंच या डिनर के समय दो प्लेट लेकर बैठें। एक में 2-3 तरह की कच्ची सब्जियां हों, जैसे टमाटर, खीरा, मूली, गाजर, मटर, लाल-पीली शिमला मिर्च, ककड़ी और पत्तागोभी। इसे भी तय मात्रा में लें। अपने वजन को 5 से गुणा करें जितनी संख्या आती है उतने ग्राम सब्जियां लंच और डिनर में लेनी हैं। जैसे वजन 70 किलो है तो 350 ग्राम सब्जियां लेनी है। दूसरी प्लेट तभी खानी है जब पहली का खाना खत्म हो चुका हो। इसमें बेहद कम तेल और नमक में बना घर का शाकाहारी खाना लेना है।
  • तीसरा स्टेप: ऐसी चीजें जिनका निर्माण जानवर हो रहा है उसे डाइट में शामिल नहीं करना है। जैसे - दूध, दही, नॉनवेज, अंडा, मछली, मक्खन्र। प्रोसेस्ड और रिफाइंड फूड से बचना है, जैसे बिस्किट।
  • इसी साल अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की फूड गाइडलाइन से डेयरी प्रोडक्ट हो हटाया भी गया है। दूध या इससे बनी चीजों को फूड नहीं माना गया है। यह देखा गया है ये हृदय को कमजोर बना रहे हैं।

 

मीठी चीजें वहीं खाएं जो कुदरती रूप में मौजूद हैं, जैसे खजूर, अंगूर, आम, गन्ना का जूस, गुड़, शहद। ये सभी चीजें ले सकते हैं लेकिन टुकड़ों में। शहद भी सीधे छत्ते से निकला होना चाहिए रिफाइन नहीं। इन सभी चीजों में फ्रक्टोज होता है जो रक्त में मिलता नहीं है। ऐसी मीठी चीजें खाने से बचें जो रिफाइन शुगर से बनती हैं जैसे मिठाइयां, पैकेज फूड।