- कहा- मेयर सफाई कर्मचारियों की मांग की चिंता करने के बजाय उनका दमन करने में लगे
- सफाई कर्मचारियों का दमन करने वाले मेयर राजेश कालिया को पदमुक्त करने की मांग की
चंडीगढ़. सफाई कर्मचारियों की मांग को लेकर तंग करने पर सफाई कर्मचारी यूनियन प्रधान कृष्ण चड्ढा ने शुक्रवार को मेयर राजेश कालिया की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं होम मिनिस्टर अमित शाह को लेटर लिखकर शिकायत कर दी।
इनके अलावा सांसद किरण खेर, सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया सत्य पाल जैन को भी शिकायत की कापी भेजी है। मेयर सफाई कर्मचारियों की मांगों की चिंता के बजाए उनके दमन करने में लगे हैं। इसे सफाई कर्मचारी बर्दाश्त नहीं करेंगे।
सफाई कर्मचारियों का दमन करने वाले मेयर राजेश कालिया को पदमुक्त करने की मांग की है। प्रधान कृष्ण चड्ढा ने शिकायत में लिखा है कि राजेश कालिया को मेयर बनवाने में सफाई कर्मचारियों ने पूरा सहयोग दिया ताकि वह समाज का उत्थान करवा सके। लेकिन मेयर बनते ही कालिया ने मेडिकल हेल्थ ऑफिसर से मिलकर सफाई कर्मचारियों को परेशान करना शुरू कर दिया।
इतना ही नहीं सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर चर्चा करने गए सफाई कर्मचारी यूनियन के इलेक्शन से चुने प्रधान को भी अपमानित किया गया। अगर चंडीगढ़ की सफाई व्यवस्था बिगड़ती है उसके लिए मेयर का अहम रोल होगा। क्योंकि सफाई कर्मचारियों के लिए जो सामान चाहिए होता है उसपर ध्यान न देकर मेयर कालिया सफाई कर्मचारियों को परेशान करने लगा है। वह अफसरों से मिलकर सफाई कर्मचारियों की नाजायज गैर हाजरी और ट्रांसफर करके परेशान कर रहा है।
सफाई कर्मचारी शहर का कूड़ा उठाते हैं इसके कारण कई बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं और उनकी उम्र भी कम रह जाती है। ऐसे सफाई कर्मचारियों के हेल्थ की चिंता करने के बजाए मेयर उन्हें परेशान करने में लगे हैं। सफाई यूनियन प्रधान मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष से उम्मीद करती है कि वाल्मीकि समाज का मेयर होते हुए उन्हीं को परेशान करने वाले मेयर के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए।
मेयर ने मीटिंग से यूनियन प्रधान को बाहर निकाला था :
सफाई कर्मचारी यूनियन प्रधान कृष्ण चड्ढा ने वीरवार को सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर मीटिंग में एमओएच के सामने मामला उठाया था। तभी मेयर राजेश कालिया ने कह दिया कि गेट आउट। तुम अफसरों की मीटिंग लेने वाले कौन होते हो। मेयर ने मीटिंग से यूनियन प्रधान को धक्के मारकर बाहर निकाल दिया और गाली-गलौज की। इसकी यूनियन मीटिंग में निंदा हुई। बल्कि मेयर को वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारी विरोधी कहा गया। मीटिंग में यूनियन प्रधान कृष्ण चड्ढा ने कहा कि मेयर बनवाने में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारी यूनियन का अहम रोल रहा है। ताकि मेयर बनने पर वाल्मीकि समाज के लिए उत्थान के लिए कुछ काम कर सके। मेयर बनते ही कालिया झूठे वायदे करता रहा कि डंपिंग ग्राउंड को यहां से बदलवा देंगे। चंडीगढ़ की समस्याओं का समाधान करवाऊंगा। कालिया ने सफाई कर्मचारियों की मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। बल्कि उनके ट्रांसफर करवाकर परेशान करने लगा है। मेयर ने कोई विकास कार्य नहीं करवाया। मेयर बनते ही नशे में चूर होकर अपनी भाषा भी भूल गया। अपने बड़ों से कैसे बात की जाती है। मेयर राजेश कालिया और निगम कमिश्नर से सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर 11 जून को मिला। तभी मेयर ने कहा था कि 13 जून की मीटिंग आ जाएं।