नई दिल्ली. कैलाश मानसरोवर के दर्शन करके लौट रहे करीब 1575 भारतीय श्रद्धालु भारी बारिश के कारण नेपाल में फंस गए हैं। इनमें 525 तीर्थयात्री नेपाल के सिमीकोट, 550 लोग हिलसा और 500 लोग तिब्बत की तरफ रुके हुए हैं। हालांकि सिमीकोट में फंसे श्रद्धालुओं में से 104 को निकाल लिया गया है और उन्हें भारतीय सीमा के पास नेपालगंज भेज दिया गया है। नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने फंसे तीर्थयात्रियों को मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए कहा है। भारतीय अफसरों ने सभी टूर ऑपरेटरों से कहा है कि तिब्बत की तरफ फंसे लोगों तक भी जरूरी सेवाएं पहुंचाई जाएं। भारतीय दूतावास के अफसरों के मुताबिक, तीर्थयात्रियों को सिमीकोट से नेपालगंज लाने के लिए 7 व्यवसायिक फ्लाइट भेजी गई हैं।
उधर, टूर ऑपरेटर्स ने कहा कि उनका पहला मकसद हिलसा की स्थितियों को ठीक करना है। अफसरों ने नेपाल आर्मी से हेलिकॉप्टर की मदद से फंसे हुए लोगों तक मदद पहुंचाने की अपील की है।
विदेश मंत्रालय ने हॉटलाइन नंबर भी जारी किए : +977-9851107006, +977-9851155007, +977-9851107021, +977-9818832398। कन्नड़भाषियों के लिए +977-9823672371, तेलुगु के लिए +977-9808082292, तमिल के लिए +977-9808500642 और मलयालम के लिए +977-9808500644।
2 श्रद्धालुओं की मौत : कैलाश मानसरोवर के दर्शन करके लौट रहे 2 श्रद्धालुओं की मौत होने की जानकारी भी मिली है। हुमला जिले की पुलिस के मुताबिक, 2 भारतीय श्रद्धालुओं केरल निवासी नारायनम लीला (56 वर्ष) और आंध्र प्रदेश निवासी सत्या लक्ष्मी की मौत हुई है। पुलिस उपायुक्त राबिन श्रेष्ठ ने बताया कि मानसरोवर के दर्शन करके होटल लौटने के बाद लीला की मौत हुई है, जबकि लक्ष्मी ने टकलाकोट में दम तोड़ा।
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