- सुरेंद्र नगर में हुई दुर्घटना में कुत्ते के पैर कट गए थे, एक साल बाद अब नया जीवन, नया देश और नया नाम फीरिया मिला
- बैंककर्मी आशीष ठक्कर ने इलाज पर 70 हजार खर्च किए, नेट पर फोटो और जानकारी अपलोड की
- इस जानकारी से प्रभावित होकर शिकागो निवासी दंपती एंडू और हेबोराह पार्कर ने कुत्ते को गोद लिया
Dainik Bhaskar
Dec 02, 2019, 08:09 AM ISTध्रांगध्रा/सुरेंद्रनगर (मनोहर सिंह राणा). गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के ध्रांगध्रा में एक साल पहले दुर्घटना में घायल हुआ घुमंतू श्वान अब शिकागो (अमेरिका) पहुंच गया है। हादसे के बाद उसे न सिर्फ नया जीवन मिला, बल्कि नया देश और नई पहचान भी मिली है। शिकागो निवासी दंपती एंडू और हेबोराह पार्कर ने गोद लेने के बाद उसे फीरिया नाम दिया है। करीब एक साल पहले यह श्वान ध्रांगध्रा की गलियों में घूमंतू था। तभी किसी वाहन की चपेट में आकर घायल हो गया। उसके आगे के दोनों पैर कट गए। तब लहूलुहान श्वान को बैंककर्मी आशीष ठक्कर अपने घर ले गए। इलाज करवाया। जान पर बन आई तो अहमदाबाद में ऑपरेशन करवाया। इन सब में करीब 70 हजार रुपए खर्च किए।
इसके बाद श्वान पूरी तरह स्वस्थ हो गया। उसकी देखभाल के दौरान ही आशीष ने उसके फोटो इंटरनेट पर डाले। जरूरी जानकारी भी साझा की। यह सब देख पॉर्कर दंपती ने अपंग श्वान को दत्तक लेने की इच्छा जताई। बातचीत के लंबे क्रम और जरूरी प्रक्रिया के बाद हाल ही में आशीष ठक्कर श्वान को दिल्ली एयरपोर्ट तक लेकर गए। यहां से पार्कर दंपती उसे अपने साथ ले गया। शिकागो ले जाने का खर्च भी पार्कर दंपती ने वहन किया।
अच्छे काम का आत्मसंतोष है: आशीष
आशीष कहते हैं, ‘‘एक अच्छा काम करने का आत्मसंतोष है। जब यह लहूलुहान अवस्था में मिला था, तभी दृढ़ निश्चय किया था कि इसके लिए जो हो सकेगा करूंगा। अब वह उनके शिकागो के बंगले के लॉन में खेलता है। यह मेरे लिए आत्मसंतोष की बात है।
फीरिया की आधुनिक व्हीलचेयर भी बन रही है
पार्कर दंपती ने बताया कि हम फीरिया के लिए आधुनिक व्हीलचेयर बनवा रहे हैं, ताकि वह सहजता से लॉन में घूम सके। पशु विशेषज्ञों की मदद से कृत्रिम पैर बनवाने सहित अन्य इलाज संभव होगा, तो वह भी करवाएंगे ताकि वह आराम से जीवन बिता सके।
